टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्या है, कार्य, कमी और बढ़ाने के तरीके – What is Testosterone in Hindi
टेस्टोस्टेरोन एक मेल सेक्स हार्मोन है, जो अंडकोष (testicles) में बनता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का सामान्य स्तर पुरुषों के यौन विकास और कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है। आज हम इस लेख में आपको टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्या है, टेस्टोस्टेरोन के कार्य, बढ़ाने के तरीके और इसकी कमी से होने वाली समस्याओं के साथ साथ कुछ घरेलू उपचार के बारे में बताने जा रहें हैं।
यौवन अथवा किशोरावस्था के दौरान लड़कों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के कारण ही शरीर और चेहरे के बाल, गहरी आवाज और मांसपेशियों की ताकत जैसी पुरुष विशेषताएं विकसित होती है। शुक्राणु (स्पर्म) निर्माण के साथ-साथ एक आदमी की सेक्स ड्राइव को उत्तेजित करने के लिए भी टेस्टोस्टेरोन की आवश्यकता होती है। मानव शरीर में टेस्टोस्टेरोन का लेवल आम तौर पर उम्र के साथ कम हो जाता है। लेकिन कुछ अन्य स्थितियों में भी यौवन अवस्था के दौरान टेस्टोस्टेरोन लेवल सामान्य से बहुत कम हो सकता है, जिससे पुरुषों को अनेक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। अतः टेस्टोस्टेरोन को बढ़ाने के तरीके आपको जानना जरूरी है।
टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्या है – What is Testosterone in Hindi
टेस्टोस्टेरोन एक स्टेरॉयड हार्मोन है। इसका निर्माण पुरुषों और महिलाओं दोनों के शरीर द्वारा किया जाता है, जो कि पुरुषों के वृषण (testicles) और महिलाओं के अंडाशय (ovaries) में बनता है। टेस्टोस्टेरोन युवावस्था और प्रजनन क्षमताओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह अक्सर सेक्स ड्राइव से जुड़ा हार्मोन है और शुक्राणु (sperm) उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह हड्डियों और मांसपेशियों के द्रव्यमान, पुरुषों के शरीर में वसा को स्टोर करने के तरीके और यहाँ तक कि लाल रक्त कोशिका उत्पादन को भी प्रभावित करता है।
पुरुषों में महिलाओं की अपेक्षा टेस्टोस्टेरोन का स्तर अधिक पाया जाता है। यह हड्डी के द्रव्यमान, शारीरिक शक्ति और शरीर के बालों की मात्रा को बढ़ाने में मदद करता है।
शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर, शरीर की जरूरतों के अनुसार लगातार बदलता रहता है। लेकिन आमतौर पर टेस्टोस्टेरोन में कमी, 30 साल और उससे अधिक उम्र के पुरुषों में अत्यधिक देखने को मिलती है।
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टेस्टोस्टेरोन का कार्य – Functions of Testosterone in Hindi
- टेस्टोस्टेरोन पुरुष यौन विशेषताओं, जैसे वृषण और लिंग की वृद्धि, फेस और शरीर पर बाल आना, गहरी आवाज और मांसपेशियों की वृद्धि के लिए जिम्मेदार है।
- प्रजनन क्षमता बढ़ाने या शुक्राणु उत्पादन के लिए टेस्टोस्टेरोन की आवश्यकता होती है।
- भ्रूण के विकास के दौरान, यह वृषण (testes) और लिंग (penis) के उचित निर्माण को सुनिश्चित करता है। युवावस्था अर्थात यौवन के समय, टेस्टोस्टेरोन इन अंगों की वृद्धि और परिपक्वता को उत्तेजित करता है।
- यह मांसपेशी कोशिकाओं के अन्दर प्रोटीन संश्लेषण को बढ़ाता है, जिससे मांसपेशी द्रव्यमान और शक्ति में वृद्धि होती है।
- अन्य कार्य: टेस्टोस्टेरोन सेक्स ड्राइव (libido), स्तंभन कार्य (erectile function), यौन इच्छा और उत्तेजना बढ़ाने के अलावा अस्थि द्रव्यमान, वसा वितरण और लाल रक्त कोशिका उत्पादन को भी नियंत्रित कर सकता है।
बहुत कम या बहुत ज़्यादा टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।
टेस्टोस्टेरोन की कमी क्या है – What is Low Testosterone in Hindi
स्वास्थ्य सर्वेक्षण के अनुसार पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का नॉर्मल लेवल आमतौर पर 280 से 1,100 नैनोग्राम प्रति डेसीलिटर (ng/dL) होती है। वहीं महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का लेवल 15 से 70 ng/dL होता है। इसके निरीक्षण के लिए जो ब्लड टेस्ट किया जता है, उसे सीरम टेस्टोस्टेरोन टेस्ट (serum testosterone test) कहा जाता है।
जब मानव शरीर के रक्त में टेस्टोस्टेरोन का स्तर 300 नैनोग्राम प्रति डेसीलीटर (ng/dL) से कम होता है, तब कम टेस्टोस्टेरोन (low T) की स्थिति हाइपोगोनाडिज्म (hypogonadism) उत्पन्न होती है। यदि टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आती है, तो पुरुषों को अनेक प्रकार के लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
- कम सेक्स ड्राइव
- थकान और और ऊर्जा के स्तर में कमी
- स्तंभन दोष (erectile dysfunction): जैसे- सेक्स से पहले इरेक्शन प्राप्त करने में कठिनाई
- डिप्रेशन (Depression), चिड़चिड़ापन या ध्यान में कमी
- अंडकोष (testicle) का छोटे आकार
- पुरुष अक्सर स्खलन के दौरान वीर्य (semen) की मात्रा में कमी
- बालों का झड़ना
- मांसपेशियों में कमी या दुबलापन
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टेस्टोस्टेरोन की कमी के कारण – Low Testosterone Causes In Hindi
टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं दोनों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालाँकि उम्र बढ़ने के साथ टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन स्वाभाविक रूप से कम हो जाता है, लेकिन अन्य कारक भी टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकते हैं। पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरोन का कारण बनने वाली स्थितियों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
- विलंबित यौवन (delayed puberty)
- चोट, शराब या मम्प्स (mumps) के कारण वृषण क्षति (testicular damage)
- हाइपोथैलेमिक बीमारी (hypothalamic disease)
- पिट्यूटरी रोग (pituitary disease), इत्यादि।
अनेक प्रकार की स्थितियां भी सामान्य से कम टेस्टोस्टेरोन स्तर का कारण बन सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- अंडकोष (testicles) में चोट
- वृषण कैंसर (Testicular cancer) या कैंसर उपचार
- एचआईवी / एड्स (HIV/AIDS)
- किडनी की बीमारी
- हार्मोनल डिसऑर्डर
- टाइप 2 मधुमेह
- कुछ दवाएं
- मोटापा, इत्यादि।
सीरम टेस्टोस्टेरोन टेस्ट – Serum Testosterone Test In Hindi
इस टेस्ट के जरिये रक्त में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की मात्रा को मापा जाता है। चूँकि पूरे दिन टेस्टोस्टेरोन का लेवल चेंज होता रहता है, अतः टेस्टोस्टेरोन टेस्ट एक निश्चित समय पर किया जाता है। हालाँकि, सुबह के समय हार्मोन का स्तर अधिक होता है, इसलिए टेस्टोस्टेरोन टेस्ट को अक्सर सुबह 7:00 बजे से 10:00 बजे के बीच किया जाना चाहिए। चूँकि कुछ दवाएं टेस्टोस्टेरोन के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए टेस्ट और दवाओं के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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टेस्टोस्टेरोन कितना होना चाहिए – Testosterone Levels In Hindi
वयस्क पुरुषों के लिए सामान्य पुरुष टेस्टोस्टेरोन का स्तर 280 और 1,100 नैनोग्राम प्रति डेसीलिटर (एनजी/डीएल) के बीच होता है, और वयस्क महिलाओं के लिए 15 और 70 एनजी/डीएल के बीच होता है।
हालाँकि किसी भी व्यक्ति के टेस्टोस्टेरोन का स्तर फिक्स नहीं होता है। यह फिजिकल कंडीशन और उम्र के अनुसार बदलता रहता है। 200 ng/dL से कम ब्लड टेस्टोस्टेरोन लेवल को, टेस्टोस्टेरोन की कमी के रूप में दर्शाया जाता है।
टेस्टोस्टेरोन की कमी से बचाव – Testosterone Deficiency Prevention In Hindi
टेस्टोस्टेरोन की कमी से बचने के लिए निम्न तरीके अपनाएं, जैसे:
- मोटापा तथा वजन कम करें
- धूम्रपान न करें
- अच्छी नींद लें
- नशीली दवाओं के सेवन से बचें
- फिटनेस और योग
- स्ट्रेस को कम करें
- पर्याप्त प्रोटीन और कार्ब्स का सेवन करें, इत्यादि।
टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए भोजन – Testosterone Food In Hindi
कुछ खाद्य पदार्थ ऐसी भी है, जो शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। टेस्टोस्टेरोन आहार के रूप में जिंक और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ का पर्याप्त मात्रा में सेवन करें। टेस्टोस्टेरोन लेवल बढाने के लिए आप निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन कर सकते हैं, जैसे:
- लहसुन (Garlic)
- अदरक
- पत्तेदार हरी सब्जियां
- ऑयस्टर (Oysters)
- प्याज,
- अनार
- दूध और अन्य डेयरी उत्पाद
- संतरे का रस
- जैतून का तेल
- नट और बीन्स, इत्यादि।
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FAQ
पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन कहाँ से निकलता है? – where is testosterone produced in males in Hindi
उत्तर: पुरुषों में मुख्य रूप से वृषण (testes) में टेस्टोस्टेरोन बनता है, जो पुरुष प्रजनन प्रणाली (male reproductive system) का हिस्सा है।
महिलाओं मेंटेस्टोस्टेरोन का निर्माण कहाँ होता है? – where is testosterone produced in females in Hindi
उत्तर: महिलाओं में टेस्टोस्टेरोन का निर्माण अंडाशय (ovaries), अधिवृक्क ग्रंथियों (adrenal glands) और अन्य ऊतकों में होता है।
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टेस्टोस्टेरोन कैसे बढ़ाएँ – how to increase testosterone in Hindi
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- स्वस्थ पौष्टिक आहार जैसे मांस, मछली और नट्स और विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ का सेवन करें।
- पर्याप्त नींद लें।
- स्ट्रेस को नियंत्रित करें।
- अत्यधिक शराब और नशीली दवाओं के सेवन से बचें।
- डॉक्टर की सलाह पर टेस्टोस्टेरोन सप्लीमेंट्स लें।
इस लेख में आपने जाना टेस्टोस्टेरोन हार्मोन क्या है, टेस्टोस्टेरोन के कार्य, कमी के लक्षण, कारण, टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाने के उपाय और आहार के बारे में। यदि जानकारी अच्छी लगी हो तो इसे दोस्तों के साथ शेयर करें। हमारे facebook page को like करें तथा youtube chenal subscribe करें।
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