क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधे और सुधार करने के तरीके – Alkaline Soil In Hindi
जैसे मानव शरीर के अनेक पदार्थ क्षारीय या अम्लीय हो सकते हैं, वैसे ही मिट्टी भी क्षारीय या अम्लीय होती है। मिट्टी का पीएच मान उसकी क्षारीयता या अम्लता का माप है। इससे पहले कि आप कुछ भी उगाना शुरू करें, आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपकी मिट्टी कैसी है। क्षारीय मिट्टी गार्डनर्स और किसानों के लिए चुनौतियाँ पैदा कर सकती है, क्योंकि यह पौधों के स्वास्थ्य और विकास को प्रभावित कर सकती है। आज हम आपको क्षारीय मृदा क्या होती है? बेसिक मिट्टी में कौन-से पौधे उगते हैं? के बारे में जानकारी देंगे। क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधे के नाम (Alkaline Soil Plants In India In Hindi ), क्षारीय मृदा की विशेषता, फायदे-नुकसान और क्षारीय मृदा को अम्लीय बनाने के तरीके जानने के लिए लेख को पूरा जरूर पढ़ें।
क्षारीय मिट्टी क्या होती है – What Is Alkaline Soil In Hindi
kshariya mitti को कुछ गार्डनर द्वारा “मीठी मिट्टी” (sweet soil) या बेसिक मिट्टी भी कहा जाता है। क्षारीय मिट्टी का पीएच स्तर 7 से ऊपर होता है, और इसमें आमतौर पर सोडियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम खनिजों की अधिकता होती है। आमतौर पर क्षारीय मिट्टी शुष्क (Drier Areas) और दलदली क्षेत्रों में पाई जाती है, साथ ही उन क्षेत्रों में पाई जाती है जहाँ चूना पत्थर या कैल्शियम कार्बोनेट पाया जाता है। चूँकि क्षारीय मिट्टी, अम्लीय या उदासीन मिट्टी की तुलना में कम घुलनशील होती है, इसलिए इसमें पोषक तत्वों की उपलब्धता अक्सर सीमित होती है।
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क्षारीय मिट्टी की विशेषता – Features of alkaline soil In Hindi
- पीएच स्तर – क्षारीय या बेसिक मिट्टी का पीएच स्तर आमतौर पर 7.0 से अधिक होता है। यह उच्च पीएच पौधों के लिए पोषक तत्वों की उपलब्धता को प्रभावित कर सकता है।
- खनिज उपलब्धता – क्षारीय मृदा में कैल्शियम, मैग्नीशियम और सोडियम जैसे खनिजों का उच्च स्तर होता है। ये खनिज पौधों द्वारा आयरन और मैंगनीज जैसे आवश्यक पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं।
- संरचना: क्षारीय या बेसिक मिट्टी में अक्सर भारी मिट्टी जैसी बनावट होती है। इससे खराब जल निकासी, संघनन और कम वातन हो सकता है, जिससे पौधों की जड़ों का बढ़ना कठिन हो जाता है।
- पोषक तत्वों की कमी – कई खनिजों की उपस्थिति के बावजूद, पोषक तत्वों की खराब उपलब्धता के कारण क्षारीय मिट्टी अभी भी पोषक तत्वों की कमी से पीड़ित हो सकती है।
- नमी बनाये रखने की क्षमता – क्षारीय या बेसिक मिट्टी में चिकनी मिट्टी की मात्रा अधिक होती है, इसका मतलब है कि क्षारीय मिट्टी में पौधों के लिए आवश्यक नमी आसानी से बनी रहती है।
- मृदा जनित रोगों से बचाव – क्लबरूट (Clubroot Disease) और फ्यूजेरियम विल्ट (Fusarium Wilt) जैसे मृदा जनित रोग अम्लीय मिट्टी में होते हैं। अतः क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधे मिट्टी के कारण होने वाले कई रोगों से बच जाते हैं।
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क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधे – Which Plants Can Grow In Alkaline Soil In Hindi
क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधों को हेलोफाइट्स कहते हैं। क्षारीय मृदा में उगना पसंद करने वाले पौधे (Alkaline Soil Plants In Hindi) निम्न हैं:
- एलोवेरा (Aloe Vera)
- कैक्टस (Cactus)
- डे लिली (Daylilies)
- डेल्फीनियम (Delphiniums)
- डायनथस (Dianthus)
- कोनफ्लॉवर (Coneflower/Echinacea)
- गैलार्डिया (Gaillardia)
- आइरिस का पौधा (Iris Plants)
- लैवेंडर (Lavender)
- पियोनी (Peonies)
- साल्विया (Salvia)
- फ्लॉक्स (Phlox)
- गुलदाउदी (Chrysanthemum/Mums)
- सीडम (Sedum)
- येरो (Yarrow)
- होस्टा (Hosta)
- कैटमिंट (Catmint)
- सजावटी घास (ornamental grass)
- भिंडी
- एस्परैगस
- चुकंदर
- पत्ता गोभी
- फूलगोभी
- खीरा
- ओरिगैनो
- अजमोद
(नोट – सभी पौधे बेसिक मिट्टी में अच्छी तरह नहीं उग सकते हैं। अतः आप जिस भी पौधे को उगाना चाहते हैं उसके बारे में यह पता जरूर लगाएं कि वह क्षारीय मिट्टी में उगेगा या नहीं।)
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क्षारीय मिट्टी से पौधों को होने वाले नुकसान – Why Is Alkaline Soil Bad For Plants In Hindi
क्षारीय मिट्टी से कुछ पौधों के लिए लाभ हो सकता है, लेकिन कुछ मामलों में यह मिट्टी पौधे उगाने के लिए खराब भी हो सकती है। बेसिक मिट्टी से पौधों को होने वाले नुकसान इस प्रकार हैं:
- पोषक तत्वों की सीमित उपलब्धता – हालांकि क्षारीय मृदा पौधों को कुछ पोषक तत्व तो अधिक उपलब्ध करा सकती है, लेकिन इसके कारण पौधों में आयरन और मैंगनीज जैसे अन्य पोषक तत्वों की उपलब्धता कम हो जाती है। इसीलिए यह केवल चुनिन्दा पौधों को उगाने के लिए उपयोगी है।
- नमक या लवण की मात्रा अधिक होना – मिट्टी में अतिरिक्त नमक पौधों की जड़ों को नुकसान पहुंचा सकता है और पानी के अवशोषण में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
- पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा – बेसिक मिट्टी का पीएच बहुत अधिक होने से उसमें लगे पौधों की पोषक तत्वों को अवशोषित करने की क्षमता कम हो जाती है। परिणामस्वरुप पौधा अच्छी तरह विकास नहीं कर पाता है।
- कम माइक्रोबियल गतिविधि – क्षारीय मिट्टी, कई लाभकारी सूक्ष्मजीवों (जैसे नाइट्रोजन-फिक्सिंग करने वाले बैक्टीरिया) के लिए नुकसानदायक होती है। मिट्टी अधिक क्षारीय होने पर लाभाकारी सूक्ष्म जीव पनप नहीं पाते हैं।
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क्षारीय मृदा को अम्लीय बनाने के तरीके – How to Treat Alkaline Soil in Hindi
यदि आप ऐसे पौधे उगाना चाहते हैं जो क्षारीय मिट्टी में अच्छी तरह नहीं उगते हैं, तो क्षारीय मिट्टी को ठीक करने या अम्लीय बनाने के लिए निम्न तरीके अपना सकते हैं:
- मिट्टी में कार्बनिक पदार्थ मिलाएं – मिट्टी में जैविक खाद, अच्छी तरह सड़ी हुई कम्पोस्ट, या पीट मॉस जैसे कार्बनिक पदार्थ मिलाने से इसकी बनावट में सुधार होगा, मिट्टी की क्षारीयता कम होगी और पोषक तत्वों की उपलब्धता बढ़ाने में मदद मिलेगी।
- मल्चिंग करें – मिट्टी की सतह पर गीली घास से मल्चिंग करने से नमी के स्तर को बनाए रखने और पौधों की जड़ों को अधिक पीएच स्तर के जोखिम से बचाने में मदद मिलेगी।
- सल्फर मिलाएं – सल्फर मिट्टी के पीएच को कम कर उसे अम्लीय बना सकता है। मिट्टी को अत्यधिक अम्लीकृत होने से बचाने के लिए दिशानिर्देशों का पालन करें और निश्चित मात्रा में उपयोग करें।
- कॉफी ग्राउंड (coffee grounds) मिलाएं – कॉफी ग्राउंड एक अम्लीय फ़र्टिलाइज़र की तरह काम करता है और मिट्टी के पीएच को कम करता है।
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FAQ
Q1. क्षारीय मिट्टी में उगने वाले पौधे क्या कहलाते हैं?
उत्तर: बेसिक मिट्टी (kshariya mitti) में उगने वाले पौधों को हेलोफाइट्स कहते हैं।
Q2. कैसे पता चलेगा कि मिट्टी क्षारीय (उच्च पीएच) है?
उत्तर: मिट्टी की क्षारीयता उच्च कैल्शियम कार्बोनेट सामग्री को इंगित करती है। क्षारीय मिट्टी होने पर उसमें लगे पौधों में निम्न लक्षण दिखाई देते हैं:
- पौधों की खराब वृद्धि
- पत्तियों का पीला पड़ना (क्लोरोसिस)।
आप क्षारीयता की जाँच करने के लिए मिट्टी का पीएच परीक्षण भी करा सकते हैं।
Q3: क्या क्षारीय मिट्टी में अम्ल-प्रेमी पौधे उगा सकते हैं?
उत्तर: क्षारीय मिट्टी में अम्लीय मिट्टी पसंद करने वाले पौधे (acid-loving plants) उगाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। लेकिन क्षारीय मृदा में सल्फर या पीट मॉस जैसी सामग्री मिलाकर एसिड-प्रेमी पौधों को उगने के लिए उपयोगी बना सकते हैं।
Q4: क्षारीय मिट्टी से जुड़ी कुछ सामान्य समस्याएं क्या हैं?
उत्तर: बेसिक मिट्टी (kshariya mitti) से जुड़ी आम समस्याओं में मिट्टी का कॉम्पेक्ट होना, पौधों द्वारा पोषक तत्वों (आयरन और मैंगनीज) की कमी, इत्यादि शामिल हैं।
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Q5: क्या मिट्टी के पीएच को तेजी से कम करने के लिए सिरका या नींबू के रस का उपयोग किया जा सकता है?
उत्तर: सिरका या नींबू का रस मिट्टी के पीएच को अस्थायी रूप से कम कर सकता है, और इन्हें लम्बे समय तक इस्तेमाल करने से पौधों को नुक्सान पहुँच सकता है।
Q6: मिट्टी क्षारीय कैसे बनती है – What Makes Soil Alkaline in Hindi
उत्तर: शुष्क या रेगिस्तानी इलाकों में जहां वर्षा कम होती है और जहां घने जंगल होते हैं, वहां की मिट्टी अधिक क्षारीय होती है। यदि मिट्टी को चूने वाले कठोर पानी से सींचा जाए, तो मिट्टी अधिक क्षारीय हो सकती है।
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निष्कर्ष:
क्षारीय मिट्टी होम गार्डनर्स और कुछ किसानों के लिए नुकसानदायक हो सकती है, लेकिन आप सही पौधों का चुनाव कर और मिट्टी में सुधार करने के तरीके अपनाकर किसी भी तरह की मिट्टी का सही उपयोग कर सकते हैं।
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