अंतरिक्ष में मनुष्य की उपस्थिति का लैंडमार्क: यूरी गागरिन स्टेच्यू – Yuri Gagarin Statue in Hindi

अंतरिक्ष में मनुष्य की उपस्थिति का लैंडमार्क: यूरी गागरिन स्टेच्यू

अंतरिक्ष में मनुष्य की उपस्थिति का लैंडमार्क: यूरी गागरिन स्टेच्यू – Yuri Gagarin Statue in Hindi

यूरी गागरिन स्टेचू 42.5 मीटर ऊँचा है, यह अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले व्यक्ति यूरी गागरिन की मूर्ति है। यह मॉस्को में लेनिनस्की प्रॉस्पेक्ट (Leninsky Prospekt) मेट्रो स्टेशन पर स्थित है। इस स्मारक को रॉकेट एग्जॉस्ट (Rocket Exhaust) की याद दिलाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यूरी गागरिन स्टेचू टाइटेनियम से बनी प्रतिमा है, टाइटेनियम धातु का उपयोग अंतरिक्ष यान बनाने में किया जाता है। इस स्मारक का वजन 12 टन है। यूरी गागरिन स्टेच्यू को अंतरिक्ष में मनुष्य की उपस्थिति का लैंडमार्क माना जाता है।

यूरी गागरिन कौन थे – Who Was Yuri Gagarin in Hindi 

12 अप्रैल 1961 को अंतरिक्ष में जाने वाले विश्व के प्रथम व्यक्ति यूरी गागरिन थे। यूरी अलेक्सेयेविच गगारिन का जन्म 9 मार्च 1934 को रूस में हुआ था। गागरिन सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक संघ के नागरिक थे। जब यूरी गागरिन ने अंतरिक्ष की यात्रा की तक उनकी उम्र 27 साल थी। उन्होंने Vostok 1 नामक अन्तरिक्ष यान में यात्रा की थी, इसलिए Vostok 1 को प्रथम ह्यूमन स्पेसफ्लाइट के नाम से जाना जाता है।

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अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य – Yuri Gagarin The First Man In Space Important Facts in Hindi 

अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य - Yuri Gagarin The First Man In Space Important Facts in Hindi 

  • अंतरिक्ष में जाने वाले पहले व्यक्ति यूरी गागरिन थे।
  • यूरी गागरिन स्टेच्यू मॉस्को के लेनिंस्की एवन्यू पर स्थित है।
  • यूरी गागरिन स्टेच्यू टाइटेनियम धातु से तैयार किया गया दुनिया का पहला स्मारक है।
  • वर्तमान में यूरी गागरिन का स्मारक मॉस्को का लैंडमार्क बन चुका है।
  • इसे 1980 में ओलंपिक खेलों के लिए बनाकर तैयार किया गया था ।
  • यूरी गागरिन स्टेच्यू की ऊँचाई 42.5 मीटर (139 फीट) तथा वजन 12 टन है।
  • यूरी गागरिन स्मारक के निचले हिस्से में 12 अप्रैल, 1961 को उड़ाये गए वोस्तोक वंश वाहन (सोवियत अंतरिक्ष जहाज वोस्तोक) की एक प्रति है।
  • गागरिन की प्रतिमा ऊपर की ओर मुख किये हुए है और अंतरिक्ष रॉकेट के प्रक्षेपण का प्रतीक है।
  • सोवियत संघ 27 मार्च, 1968 को, एक नियमित प्रशिक्षण उड़ान के दौरान मिग-15 जेट लड़ाकू विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से यूरी गागरिन की मृत्यु हो गई।
  • यूरी गागरिन की मृत्यु के बाद, सोवियत सरकार ने पहली बार किसी ऐसे व्यक्ति के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा की थी, जो राज्य का प्रमुख नहीं था।

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निष्कर्ष

यूरी गगारिन की मूर्ति दुनिया भर के विभिन्न स्थानों में पाई जा सकती है, विशेष रूप से रूस और अन्य पूर्व सोवियत संघ के देशों में। ये मूर्तियाँ अक्सर गागरिन को उनके स्पेससूट में, लम्बे खड़े या वीर मुद्रा में चित्रित करती हैं, जो अंतरिक्ष में उनकी अग्रणी यात्रा का स्मरण कराती हैं।

ये मूर्तियाँ गगारिन की उल्लेखनीय उपलब्धि और मानव अंतरिक्ष अन्वेषण को आगे बढ़ाने में उनकी भूमिका की याद दिलाती हैं। वे अन्वेषण की भावना और ज्ञान की खोज का भी प्रतीक हैं जो पृथ्वी की सीमाओं से परे मानवता की यात्रा की विशेषता है।

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