नोरोवायरस क्या है, इसके कारण, लक्षण, इलाज और बचाव – Norovirus Causes, Symptoms, Treatment And Prevention In Hindi
नोरोवायरस एक सामान्य और बहुत संक्रामक वायरस है, इस संक्रमण को कभी-कभी “फूड पॉइजनिंग” (food poisoning) या “पेट फ्लू” (stomach flu) भी कहा जाता है। यह मतली, उल्टी और दस्त का कारण बनता है। Norovirus निकट संपर्क, दूषित भोजन या सतहों के माध्यम से आसानी से फैल सकता है। सर्दियों के मौसम में नोरोवायरस का काफी प्रकोप देखने को मिलता है, इसके संक्रमण से बच्चों और अधिक उम्र के वृद्धजनों को गंभीर उल्टी, दस्त होते हैं। आखिर यह नोरोवायरस क्या हैं (Norovirus in hindi), इस संक्रामक बीमारी के कारण, लक्षण, और इलाज क्या हैं तथा Norovirus infection से कैसे बचा जा सकता है, आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं।
नोरोवायरस क्या है? – What is Norovirus In Hindi
Norovirus, जिसे कभी-कभी आमतौर पर “खाद्य विषाक्तता” (food poisoning) या “पेट फ्लू” (stomach flu) के रूप में भी जाना जाता है, बहुत ही संक्रामक वायरस का एक समूह है, जो गंभीर रूप से उल्टी और दस्त का कारण बनता है। यह एक बहुत ही संक्रामक मौसमी बीमारी है। नोरोवायरस का प्रकोप आमतौर पर ठंडे महीनों में होता है। नोरोवायरस वायरस के कारण आपके पेट या आंतों में सूजन हो जाती है, जिससे पेट में दर्द, जी मिचलाना, दस्त और उल्टी जैसी समस्याएँ उत्पन्न होने लगती हैं। नोरोवायरस का पहला प्रकोप 1968 में अमेरिका के नॉरवॉक के एक स्कूल में हुआ था। इस कारण से, Norovirus के पहले स्ट्रेन को नॉरवॉक वायरस के रूप में जाना जाता था।
नोरोवायरस संक्रमण के लक्षण क्या हैं? – Symptoms of Norovirus Infection In Hindi
पेट या आंतों में सूजन अर्थात तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस (acute gastroenteritis) नोरोवायरस का प्रमुख लक्षण है। आमतौर पर वायरस एक्सपोज़र के 12 से 48 घंटे बाद दस्त, पेट दर्द और उल्टीयां शुरू होती है। यह लक्षण आमतौर पर 1 से 3 दिनों तक रहते हैं। लक्षण बंद होने के बाद भी संक्रमित व्यक्ति 48 घंटों तक वायरस फैला सकता है।
कई बार नोरोवायरस संक्रमण से आप अत्यधिक बीमार महसूस कर सकते हैं और डीहाइड्रेशन भी हो सकता है। डीहाइड्रेशन के कुछ लक्षणों में पेशाब में कमी, मुंह और गला सूखना और खड़े होने पर चक्कर आना शामिल हैं।
नोरोवायरस संक्रमण के कारण – What Causes Norovirus Infection In Hindi
कैलिसिविरिडे परिवार (Caliciviridae family) का वायरस नोरोवायरस बीमारी का कारण बनता है। नोरोवायरस अत्यधिक संक्रामक होते हैं। इसका मतलब है कि नोरोवायरस संक्रमण आसानी से दूसरों में फैल सकता है। यह वायरस सतहों और वस्तुओं पर कई दिनों या हफ्तों तक एक्टिव रह सकते हैं। आप बीमारी के लक्षण दिखने से लेकर ठीक होने के कई दिनों बाद तक वायरस फैला सकते हैं।
आपको नोरोवायरस संक्रमण होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- दूषित खाना खाना।
- दूषित पानी पीना।
- किसी दूषित सतह या वस्तु के संपर्क में आने के बाद अपने हाथ से मुँह को छूना।
- नोरोवायरस संक्रमण वाले व्यक्ति के संपर्क में रहना।
- बंद और भीड़-भाड़ वाले वातावरण में शामिल होना।
(यह भी जानें: वायरस से होने वाली बीमारी..)
नोरोवायरस संक्रमण की जटिलताएं – Complications of Norovirus In Hindi
अधिकांश नोरोवायरस संक्रमित लोग कुछ दिनों में ठीक हो जाते हैं और यह जीवन के लिए खतरा नहीं होता है। लेकिन कुछ लोगों में – विशेषकर छोटे बच्चों, वृद्ध, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या अन्य बीमारी वाले लोग या गर्भवती महिलाओं में नोरोवायरस संक्रमण गंभीर हो सकता है। यह संक्रमण गंभीर डीहाइड्रेशन और कुछ स्थितियों में मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
नोरोवायरस का निदान कैसे किया जाता है? – How To Diagnose Norovirus In Hindi
आपके लक्षणों के बारे में जानने के बाद एक डॉक्टर नोरोवायरस इन्फेक्शन का निदान करेगा। परीक्षण आमतौर पर आवश्यक नहीं हैं, लेकिन निदान की पुष्टि करने के लिए डॉक्टर स्टूल टेस्ट की सिफारिश कर सकता है। यदि आपको कोई अन्य स्वास्थ्य समस्या है, जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली और संक्रमण से लड़ने की आपकी क्षमता को प्रभावित करती है, तो अन्य परीक्षण आमतौर पर आवश्यक होते हैं।
नोरोवायरस का इलाज – Norovirus Infection Treatment In Hindi
इस नोरोवायरस बीमारी से पीड़ित लोगों के इलाज के लिए वास्तव में कोई विशिष्ट दवा नहीं है। हालाँकि अधिकांश लोग एक से तीन दिनों के भीतर बिना इलाज के पूरी तरह ठीक हो जाते हैं। इस संक्रमण का उपचार आपके लक्षणों को दूर करने पर केंद्रित होता है। नोरोवायरस का संक्रमण होने पर आप लक्षणों के उपचार के लिए निम्न तरीके अपनाएँ:
- अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें, खासकर ऐसे तरल पदार्थ जिनमें इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं।
- आराम करें।
हालाँकि, कुछ लोगों के लिए – उल्टी और दस्त गंभीर रूप से निर्जलीकरण का कारण बन सकते हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।
नोट: नोरोवायरस को मारना मुश्किल है, क्योंकि वे गर्म और ठंडे तापमान तथा कई कीटाणुनाशकों का सामना कर सकते हैं।
नोरोवायरस संक्रमण की रोकथाम – Norovirus Prevention In Hindi
नोरोवायरस अत्यधिक संक्रामक और कई प्रकार के होते हैं। किसी भी व्यक्ति को Norovirus infection एक से अधिक बार हो सकता है। हालाँकि आप अच्छी स्वच्छता अपनाकर इस बीमारी से अपनी रक्षा कर सकते हैं। नोरोवायरस संक्रमण को रोकने के उपाय कुछ इस प्रकार हैं:
- अपना भोजन या बर्तन किसी बीमार व्यक्ति के साथ साझा न करें।
- अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक अच्छी तरह धोएं, खासकर भोजन बनाने या खाने से पहले और शौचालय का उपयोग करने के बाद।
- दूषित सतहों को साफ और कीटाणुरहित करें, खासकर यदि आप किसी बीमार व्यक्ति के आसपास हैं।
- बीमारी को फैलने से रोकने के लिए संक्रमित व्यक्ति के कपड़ों को अच्छी तरह धोना सुनिश्चित करें।
- दूषित भोजन और पानी के सेवन से बचें।
- खाने से पहले फलों और सब्जियों को धो लें।
- समुद्री भोजन को अच्छी तरह पकाएं।
- यात्रा करते समय सावधानी बरतें। यदि आप नोरोवायरस संक्रमण के उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों की यात्रा कर रहे हैं, तो केवल पका हुआ भोजन खाने, केवल गर्म या कार्बोनेटेड पेय पीने और सड़क विक्रेताओं द्वारा बेचे जाने वाले भोजन से बचने पर विचार करें।
(यह भी जानें: सर्दियों में डॉक्टर से बचना है तो अपनाएं यह विंटर हेल्थ केयर टिप्स….)
FAQ
Q1. क्या नोरोवायरस संक्रामक है? – Is norovirus contagious in Hindi
उत्तर: हाँ, नोरोवायरस अत्यधिक संक्रामक होता है, अर्थात यह आसानी से फैल सकता है।
Q2. क्या नोरोवायरस के लिए कोई टीका है? – Is there a vaccine for norovirus in Hindi
उत्तर: नहीं, Norovirus infection के लिए अभी तक कोई टीका उपलब्ध नहीं है।
Q3. नोरोवायरस और पेट फ्लू के बीच क्या अंतर है? – What is the difference between norovirus and stomach flu in Hindi
उत्तर: नोरोवायरस गैस्ट्रोएंटेराइटिस (gastroenteritis) का कारण बनता है, जिसे कुछ लोग “पेट फ्लू” कह सकते हैं। लेकिन ये दोनों वायरल इंफेक्शन अलग-अलग वायरसों के कारण होते हैं और उनमें कुछ अंतर होता है:
- नोरोवायरस एक रिबोन्यूक्लीयट एसिड (RNA) वायरस है, जो पेट और आंतों में संक्रमण का कारण बनता है जबकि “पेट फ्लू” अर्थात पेट में होने वाला वायरल संक्रमण, आमतौर पर रोटावायरस या एडेनोवायरस से हो सकता है।
- Norovirus infection अक्सर शीघ्र और अचानक होता है, जबकि पेट फ्लू के लक्षण सामान्यत: धीरे-धीरे उत्पन्न होते हैं।
- पेट फ्लू अधिकतम बच्चों में होता है, जबकि नोरोवायरस सामान्यत: आम जनता में होता है।
Q4. क्या नोरोवायरस के लक्षण बच्चों और वयस्कों में समान हैं? Are norovirus symptoms the same in children and adults in Hindi
उत्तर: नोरोवायरस के लक्षण आमतौर पर बच्चों और वयस्कों में समान होते हैं। हालाँकि वयस्कों को अधिक दस्त और बच्चों को अधिक उल्टी हो सकती है।
Q5. क्या नोरोवायरस मौसमी है? – Is norovirus seasonal in Hindi
उत्तर: हाँ, Norovirus infection मौसमी बीमारी है। नोरोवायरस का प्रकोप भूमध्य रेखा (equator) के ऊपर के देशों में नवंबर और अप्रैल के बीच और भूमध्य रेखा के नीचे के देशों में अप्रैल और सितंबर के बीच सबसे अधिक होता है। जबकि भूमध्य रेखा पर स्थित देशों में इसके प्रकोप का कोई विशिष्ट मौसम नहीं है।
Post Comment