लाल रक्त कोशिका का निर्माण, कार्य, संरचना विज्ञान और रोग – Red Blood Cells/Erythrocyte Anatomy In Hindi
Erythrocyte In Hindi: रक्त, हमारे शरीर का अत्यंत महत्वपूर्ण हिस्सा है। हमारे ब्लड में मौजूद लाल रक्त कोशिकाएं (RBC), जिन्हें ‘एरिथ्रोसाइट्स’ कहा जाता है, ये मानव शरीर के रक्त प्रवाह को उचित ढंग से बनाए रखने और शरीर के प्रत्येक ऊतक को जीवन संजीवनी ऑक्सीजन प्रदान करने के लिए जिम्मेदार होती हैं। इस पोस्ट में, हम रेड ब्लड सेल्स की सम्पूर्ण जानकारी देंगे, जैसे कि आरबीसी की संरचना, RBC कितनी होना चाहिए, और लाल रक्त कोशिकाओं की कमी और अधिकता से कौन सा रोग होता है।
लाल रक्त कोशिकाएं क्या हैं? – What Are Erythrocyte In Hindi
RBC, जिन्हें एरिथ्रोसाइट्स भी कहा जाता है, आपके शरीर के विभिन्न ऊतकों तक ऑक्सीजन पहुंचाती हैं, और कार्बन डाइऑक्साइड को आपके फेफड़ों तक ले जाती हैं।
लाल रक्त कोशिकाओं के बारे में रोचक तथ्य क्या हैं? – Interesting Facts About Erythrocyte In Hindi
- लाल रक्त कोशिका या आरबीसी को एरिथ्रोसाइट, (erythrocyte) के नाम में जाना जाता है।
- RBC का औसतन व्यास लगभग 7-8 माइक्रोमीटर (µm) होता है।
- लाल रक्त कोशिकाओं का जीवनकाल औसतन केवल 120 दिनों तक होता है।
- RBC में हीमोग्लोबिन की उपस्थिति के कारण ही ब्लड का रंग लाल दिखाई देता है।
- लाल रक्त कोशिकाएं आपके रक्त का 40% हिस्सा बनाती हैं।
- रक्त की एक बूंद में लाखों एरिथ्रोसाइट्स और सिर्फ हजारों ल्यूकोसाइट्स (leukocytes) होती हैं।
- RBC में स्पेक्ट्रिन प्रोटीन पाए जाते हैं, जो उन्हें लचीला बनाते हैं और मुड़ने, आकार बदलने में सक्षम बनाते हैं।
- हाइपोक्सिया (hypoxemia) शब्द का तात्पर्य निम्न ऑक्सीजन स्तर से है।
- बोन मैरो में एरिथ्रोसाइट्स का उत्पादन प्रति सेकंड 2 मिलियन से अधिक कोशिकाओं की दर से होता है।
- अपने जीवनचक्र के अंत में, रेड ब्लड सेल्स मैक्रोफेज (macrophage) द्वारा नष्ट हो जाती हैं।
लाल रक्त कोशिकाओं के कार्य – Red Blood Cells Function In Hindi
RBC पूरे शरीर में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का आदान प्रदान करती हैं। ऑक्सीजन को शरीर के ऊतकों तक पहुंचाती हैं और ऊतकों से अपशिष्ट कार्बन डाइऑक्साइड को फेफड़ों तक ले जाती हैं।
(यह भी जानें: श्वेत रक्त कोशिकाएं (ल्यूकोसाइट्स) क्या हैं, जानें सम्पूर्ण जानकारी…)
लाल रक्त कोशिकाएं कहाँ बनती हैं? – Where Are Red Blood Cells Made In Hindi
लाल रक्त कोशिका का निर्माण आपके शरीर के नरम अस्थि ऊतक जिसे अस्थि मज्जा (Bone marrow) कहा जाता है, में होता है। और जब एरिथ्रोसाइट्स या आरबीसी पूरी तरह परिपक्व हो जाती हैं तो उन्हें आपके रक्तप्रवाह में छोड़ दिया जाता है। RBC के निर्माण से लेकर परिपक्व होने तक की प्रक्रिया में लगभग 7 दिन का समय लगता है। अस्थि मज्जा में प्रति सेकंड 2 मिलियन से अधिक एरिथ्रोसाइट्स कोशिकाओं का उत्पादन होता है।
RBC अर्थात एरिथ्रोसाइट्स क्या हैं, कहाँ बनती है? इसकी जानकारी लेने के बाद अब हम एरिथ्रोसाइट्स के संरचना विज्ञान (Erythrocyte anatomy In Hindi) के बारे में जानेंगे।
लाल रक्त कोशिकाएं कैसी दिखती हैं? – What do Red Blood Cells look like In Hindi
RBC सूक्ष्म और एक सपाट डिस्क या डोनट (doughnut) के आकार की होती हैं। एरिथ्रोसाइट्स उभयलिंगी डिस्क (biconcave disks) हैं; अर्थात, वे अपनी परिधि पर मोटी और केंद्र में बहुत पतली होती हैं। लाल रक्त कोशिकाओं में श्वेत रक्त कोशिकाओं की तरह केंद्रक नहीं होता है, जिसके कारण यह आकार बदल सकती हैं और आपके शरीर में आसानी से घूम सकती हैं।
लाल रक्त कोशिकाओं को उनका चमकीला लाल रंग एक हीमोग्लोबिन प्रोटीन से मिलता है।
लाल रक्त कोशिकाएं किससे बनी होती हैं? – What Are Erythrocyte Made Of In Hindi
RBC अस्थि मज्जा (Bone marrow) में बनती हैं। अस्थि मज्जा आपके शरीर में लगभग सभी कोशिकाओं का निर्माण करता है। हालाँकि, एरिथ्रोसाइट्स में कुछ संरचनात्मक प्रोटीन होते हैं, जो रक्त कोशिकाओं को उनकी अनूठी संरचना बनाए रखने में मदद करते हैं और अपना आकार बदलने में सक्षम बनाते हैं।
1. स्पेक्ट्रिन (spectrin protein):
यह प्रोटीन एरिथ्रोसाइट्स के आकार और संरचना को सहारा देता है ताकि वे अपने कार्यों को सही तरीके से पूरा कर सकें। स्पेक्ट्रिन जैसे संरचनात्मक प्रोटीन लचीले होते हैं, जो आरबीसी को काफी हद तक मुड़ने या झुकने या आकार बदलने में सक्षम बनाते हैं।
2. हीमोग्लोबिन (Haemoglobin):
हीमोग्लोबिन एरिथ्रोसाइट्स का मुख्य प्रोटीन है। हीमोग्लोबिन के कारण एरिथ्रोसाइट्स (RBC) लाल रंग की होती हैं और यह प्रोटीन ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड को शरीर के अंदर और बाहर पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं। हीमोग्लोबिन का निर्माण नॉन-प्रोटीन ग्रुप हीम और ग्लोबिन प्रोटीन से मिलकर होता है।
इसमें ग्लोबिन नामक प्रोटीन की चार श्रृंखलाएं होती हैं, जिन्हें अल्फा 1 और 2, और बीटा 1 और 2 से दर्शाया जाता है। इनमें से प्रत्येक ग्लोबिन अणु हीम नामक एक लाल वर्णक अणु से बंधा होता है। हीम समूह में एक आयरन आयन (Fe2+) होता है’ जो एक हेटरोसायक्लिक रिंग, जिसे पोरफाइरिन कहते हैं, के बीचों बीच स्थिति होता है। इस पोरफाइरिन रिंग में चार पाइरोल अणु होते हैं, जो केन्द्र में स्थित आयरन आयन (Fe2+) से जुड़े होते हैं।
हीम में प्रत्येक आयरन आयन एक ऑक्सीजन अणु से बंध सकता है; इसलिए, प्रत्येक हीमोग्लोबिन अणु चार ऑक्सीजन अणुओं का परिवहन कर सकता है। एक व्यक्तिगत एरिथ्रोसाइट में लगभग 300 मिलियन हीमोग्लोबिन अणु हो सकते हैं, और इसलिए यह 1.2 बिलियन ऑक्सीजन अणुओं से बंध सकता है और परिवहन कर सकता है।
फेफड़ों में, हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन ग्रहण कर ऑक्सीहीमोग्लोबिन (oxyhemoglobin) बनाता है। चमकीला लाल, ऑक्सीजनयुक्त हीमोग्लोबिन शरीर के ऊतकों तक जाता है, जहां यह कुछ ऑक्सीजन अणुओं को छोड़ता है, और गहरे लाल डीऑक्सीहीमोग्लोबिन में बदल जाता है।
लाल रक्त कोशिकाओं का जीवन काल – Lifespan Of Red Blood Cells In Hindi
एरिथ्रोसाइट्स रक्त परिसंचरण में 120 दिनों तक जीवित रहती हैं, जिसके बाद घिसी-पिटी कोशिकाओं को एक प्रकार की मायलॉइड फागोसाइटिक (myeloid phagocytic) कोशिका द्वारा हटा दिया जाता है जिसे मैक्रोफेज (macrophage) कहा जाता है, जो मुख्य रूप से अस्थि मज्जा, यकृत और प्लीहा के भीतर स्थित होती है।
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लाल रक्त कोशिकाओं की संख्या कम होने का क्या कारण है? – What Causes A Low RBC Count In Hindi
निम्न लाल रक्त कोशिका गिनती में योगदान देने वाले कारणों में शामिल हैं:
- आयरन और विटामिन (बी9 और बी12) की कमी।
- कुपोषण (Malnutrition)
- कैंसर का इलाज (कीमोथेरेपी)या पहले से मौजूद अन्य स्वास्थ्य समस्याएं।
आरबीसी की कमी से कौन सा रोग होता है – Low RBC Count diseases In Hindi
कम लाल रक्त कोशिकाओं से सम्बंधित रोग (low red blood cell count diseases) में शामिल हैं:
- एनीमिया (Anemia)
- ल्यूकेमिया (Leukemia), एक प्रकार का रक्त कैंसर
- अस्थि मज्जा विकार (Bone marrow disorder) जैसे- ल्यूकेमिया (leukemia), लिम्फोमा (lymphoma)
- किडनी खराब (Kidney failure)।
लाल रक्त कोशिकाओं की अधिकता का क्या कारण है? – What Causes A High RBC Count In Hindi
लाल रक्त कोशिका की सामान्य से अधिक संख्या में योगदान देने वाले कारणों में शामिल हैं:
- अधिक सिगरेट पीना।
- ऊँचे स्थान पर रहना।
- एनाबॉलिक स्टेरॉयड (anabolic steroids) लेना।
- निर्जलीकरण (Dehydration).
- हृदय या फेफड़ों की बीमारी सहित अन्य स्वास्थ्य समस्याएं।
आरबीसी की अधिकता से कौन सा रोग होता है – High RBC Count diseases In Hindi
उच्च लाल रक्त कोशिका गिनती के कारण होने वाले रोग (high red blood cell count diseases) निम्न हैं:
- पॉलीसिथेमिया वेरा (Polycythemia Vera): उच्च लाल रक्त कोशिका गिनती के कारण आपका रक्त गाढ़ा हो जाता है, जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक होता है।
सामान्य रेड ब्लड सेल्स कितनी होना चाहिए? – What Is A Normal RBC Count In Hindi
एरिथ्रोसाइट्स या लाल रक्त कोशिका की सामान्य संख्या व्यक्ति के आधार पर भिन्न-भिन्न होती है। आइये जानते हैं रेड ब्लड सेल्स की नॉर्मल रेंज कितनी होना चाहिए (red blood cells normal rangein):
- पुरुष: प्रति माइक्रोलीटर ब्लड में 7 से 6.1 मिलियन लाल रक्त कोशिकाएं।
- महिलाएं: प्रति माइक्रोलीटर ब्लड में 2 से 5.4 मिलियन लाल रक्त कोशिकाएं।
- बच्चे: प्रति माइक्रोलीटर ब्लड में 0 से 5.5 मिलियन लाल रक्त कोशिकाएं।
उम्मीद करते हैं इस लेख को पढ़कर आप एरिथ्रोसाइट्स (Erythrocyte In Hindi) को अच्छी तरह समझ गए होंगे। यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो, तो इसे दोस्तों के साथ शेयर करें, हमारे facebook page को like करे, तथा youtube chenal subscribe करें।
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