एंजाइम क्या है, प्रकार, कार्य और महत्व – Types, Functions And Importance Of Enzymes In Hindi

एंजाइम क्या होते हैं, प्रकार, कार्य और महत्व - Types, Functions And Importance Of Enzymes In Hindi

एंजाइम क्या है, प्रकार, कार्य और महत्व – Types, Functions And Importance Of Enzymes In Hindi

मानव शरीर उत्सर्जन, पाचन, श्वसन और कुछ अन्य चयापचय गतिविधियों जैसे जैविक कार्यों के क्रियान्वयन के लिए कुछ रसायन जारी करता है। इन रसायनों को आम तौर पर Enzymes कहा जाता है। चूँकि यह सभी एंजाइम जैविक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं, इसलिए वे जीवन के लिए आवश्यक हैं। एंजाइम के बिना, जैव रासायनिक प्रतिक्रियाएं घटित ही नहीं होंगी या बहुत धीमी गति से चलेंगी। सभी जीवित जीवों के भीतर होने वाली जैविक रासायनिक क्रियाएँ एंजाइमों द्वारा नियंत्रित होती हैं। हम इस लेख में आपको एंजाइम क्या हैं (enzyme kya hai), Enzymes के प्रकार, कार्य और महत्व की सम्पूर्ण जानकारी देंगे।

एंजाइम क्या हैं – What is an Enzyme in Hindi

एंजाइम एक तरह के प्रोटीन होते हैं, जो कोशिकाओं के अंदर पाए जाते हैं। सभी जीवित जीवों के अन्दर होने वाली विभिन्न क्रियाओं जैसे- भोजन का पाचन, श्वसन आदि में एंजाइम भाग लेते हैं और उन्हें उत्प्रेरक करते हैं। एक एन्जाइम केवल एक विशेष प्रकार की रासायनिक क्रिया को उत्प्रेरित करने के लिए आवश्यक होता है। Enzymes की सूक्ष्म मात्रा जैवरासायनिक अभिक्रिया को उत्प्रेरित करने के लिए आवश्यक होती है।

एक प्रारूपिक कोशिका में लगभग 3000 भिन्न प्रकार के एन्जाइम होते है। ये मध्यम ताप और पीएच पर बहुत सक्रिय होते हैं। एन्जाइम अभिक्रियाओं के वेग को तीव्र कर देते है।

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एंजाइम के गुण – Properties Of Enzyme In Hindi

  • ये जैव उत्प्रेरक होते हैं, जो किसी अभिक्रिया के वेग को एक करोड़ गुना तक बढ़ा सकते हैं।
  • यह एक अत्यन्त विशिष्ट कार्य को ही करते हैं अर्थात कोई Enzyme किसी विशिष्ट क्रियाकारक के साथ कोई विशिष्ट अभिक्रिया ही सम्पन्न कर सकता है।
  • ये शरीर के सामान्य ताप व एक निश्चित पीएच पर ही सक्रिय होते हैं।
  • अभिक्रिया सम्पन्न होने के बाद उत्प्रेरकों के समान ये अपनी मूल अवस्था में आ जाते हैं।
  • इनकी शरीर को न्यूनतम मात्रा में आवश्यकता होती है।

एंजाइम के कार्य – Functions Of Enzyme In Hindi

एंजाइम के कार्य - Functions Of Enzymes In Hindi

एंजाइम, कोशिका चयापचय की उन सभी प्रक्रियाओं को उत्प्रेरित करते हैं, जिसमें बड़े पोषक तत्व अणु (जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा) छोटे अणुओं में टूट जाते हैं।

Enzymes के दो प्राथमिक कार्य होते हैं। पहला, यह स्वयं को बदले बिना प्रतिक्रिया की दर को बढ़ाते हैं। दूसरा, वे रासायनिक संतुलन में परिवर्तन किए बिना प्रतिक्रिया दर बढ़ाते हैं। इसके अलावा एन्जाइम के अन्य कार्य निम्न हैं:

  • रासायनिक ऊर्जा का संरक्षण और परिवर्तन
  • सेलुलर मैक्रोमोलेक्यूल्स का निर्माण।
  • एन्जाइम किसी जैव रासायनिक क्रिया का वेग लगभग 102 से 106 गुना बढ़ा देते हैं। आहारनाल में यदि एन्जाइम नहीं होते, तो भोजन का पाचन 50 वर्षो में होता।

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एंजाइमों के उदाहरण क्या हैं? – What Are Examples Of Enzymes In Hindi

व्यावहारिक रूप से जानवरों, पौधों और सूक्ष्मजीवों में होने वाली सभी असंख्य और जटिल जैव रासायनिक प्रतिक्रियाएं एंजाइमों द्वारा नियंत्रित होती हैं, और इसलिए Enzymes के कई उदाहरण हैं। कुछ बेहतर ज्ञात एंजाइमों में निम्न शामिल हैं:

  • पेप्सिन एंजाइम – गैस्ट्रिक जूस का एक महत्वपूर्ण घटक है।
  • लाइसोजाइम एन्जाइम – बैक्टीरिया को मारने के लिए कोशिका भित्ति को नष्ट करता है।
  • लाइपेज एंजाइम (Lipases) – यह वसा को फैटी एसिड और ग्लिसरॉल में तोड़ता हैं।
  • एमिलेस एंजाइम (Amylase) – यह विशेष रूप से लार और अग्नाशयी रस में पाया जाता है, जो स्टार्च को माल्टोज़ (शर्करा) में परिवर्तित करता है।
  • माल्टेज एन्जाइम (Maltase) – यह यीस्ट में होता है और माल्टोज शर्करा को ग्लूकोज में बदलता है।
  • अन्य एंजाइम – रेनिन का उपयोग दूध को पनीर में बदलने के लिए किया जाता है, लिग्निनेज (ligninase) और सेल्यूलेज (cellulases) एंजाइम कागज को नरम करने में मदद करते हैं, कैटालेज एंजाइम लेटेक्स को रबर में बदलने में मदद करता है।

एंजाइमों के प्रकार – Types of Enzymes In Hindi

एक निश्चित कोशिका में औसतन लगभग 3000 प्रकार के एंजाइम होते हैं। उनमें से प्रत्येक एक अलग कार्य और प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित करता है। एंजाइम को मुख्य रूप से छह प्रकारों में वर्गीकृत किया गया है:

  1. ऑक्सीडोरडक्टेस (Oxidoreductases) – ऑक्सीकरण/अपचयन प्रक्रिया को उत्प्रेरित करना।
  2. ट्रांसफरेज (Transferases) – यह रासायनिक समूह को स्थानांतरित करते हैं।
  3. हाइड्रोलिसिस (Hydrolases) – एंजाइमों का सबसे बड़ा समूह है जो जटिल अणुओं को सरल अणुओं में हाइड्रोलिसिस करता है।
  4. लाइसेस (Lyases) – यह एंजाइम ऑक्सीकरण, अपचयन या हाइड्रोलिसिस प्रक्रिया से गुजरे बिना बंधनों को जोड़ने या बंधनों को तोड़ने का कार्य करते हैं।
  5. आइसोमेरेज (Isomerases) – यह आइसोमर्स के बीच ज्यामितीय और संरचनात्मक परिवर्तनों को उत्प्रेरित करते हैं।
  6. लिगेजेस (Ligases)

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पाचन एंजाइमों के प्रकार – Types Of Digestive Enzymes In Hindi

पाचन एंजाइमों के प्रकार - Types Of Digestive Enzymes In Hindi

अग्न्याशय (pancreas) में बनने वाले मुख्य पाचक एंजाइम में जिनमें शामिल हैं:

  • एमाइलेज
  • लाइपेज
  • प्रोटीज

छोटी आंत में कुछ अन्य पाचन एन्जाइम होते हैं, जैसे:

  • लैक्टेज – लैक्टोज को तोड़ता है।
  • सुक्रेज – सुक्रोज को तोड़ता है।

एंजाइम के औद्योगिक उपयोग – Industrial Uses Of Enzymes In Hindi

उद्योगो में एन्जाइमों का अति महत्वपूर्ण उपयोग है,

  • कार्बोहाइड्रेट के किण्वन से वाइन, व्हिस्की, रम आदि के निर्माण में।
  • खाद्य उद्योगों में मीठे शरबत, मक्का का स्टार्च तथा पनीर बनाने में।

एंजाइम की कमी से होने वाले रोग – Enzyme Deficiency Diseases In Hindi

एन्जाइम की कमी या अनुपस्थिति से मानव शरीर में अनेक रोग हो जाते हैं, जैसे-

  • फेनिल हाइड्रॉक्सीलेस एन्जाइम की कमी से एक जन्मजात रोग फेनिलकेटोनुरिया (phenylketonuria) हो जाता है। इस रोग में शरीर में व्यर्थ पदार्थ एकत्रित हो जाते है, जिससे मस्तिष्क को क्षति पहुँचती है।
  • टाइरासिनेस एन्जाइम की कमी से एल्बिनिज्म (albinism) रोग हो जाता है। अर्थात व्यक्ति रंगहीनता, फोटोफोबिया से पीड़ित हो जाता है।
  • कुछ हदय रोग कोरोनरी धमनी में रक्त का थक्का जम जाने से होते है। इसका उपचार स्ट्रेप्टोकाइनेज एन्जाइम द्वारा हो सकता है।

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FAQ

1.एंजाइम के कितने भाग होते है? – What Are The Parts Of An Enzymes In Hindi

उत्तर: एंजाइम मुख्य दो भागों से बने होते हैं:

  1. एपोएंजाइम (Apoenzyme): यह एंजाइम का एक गोलाकार प्रोटीन वाला भाग होता है।
  2. सहकारक (Cofactor): कोफैक्टर एंजाइम का गैर-प्रोटीन वाला भाग होता है।

2. एंजाइम किससे बने होते हैं? – What Are Enzymes Composed Of In Hindi

उत्तर: एक बड़ा प्रोटीन एंजाइम अणु एक या अधिक प्रकार के अमीनो एसिड की श्रृंखलाओं से बना होता है, जिन्हें पॉलीपेप्टाइड श्रृंखलाएं (polypeptide chains) कहा जाता है। यदि एंजाइम के तापमान या पीएच में उतार-चढ़ाव होता है, तो प्रोटीन संरचना अपनी अखंडता और एंजाइमेटिक क्षमता (enzymatic ability) खो सकती है।

3. PH और तापमान से एंजाइम कैसे प्रभावित होते हैं? – How Do Temperature And Ph Affect Enzymes In Hindi

उत्तर: आम तौर पर तापमान बढ़ाने से एंजाइम की प्रतिक्रिया तेज हो जाती है, और तापमान कम होने से प्रतिक्रिया धीमी हो जाती है। हालाँकि, अत्यधिक उच्च तापमान से एन्जाइम अपना आकार खो देते हैं और काम करना बंद कर देते हैं। प्रत्येक एंजाइम की एक निश्चित पीएच सीमा होती है, इस सीमा के बाहर पीएच में बदलाव होने से एंजाइम की गतिविधि धीमी हो जाएगी।

4. क्या दवाएं एंजाइम स्तर को प्रभावित कर सकती हैं? – Can Medications Affect Enzyme Levels In Hindi

उत्तर: कुछ दवाओं का सेवन से एंजाइम के स्तर में बदलाव हो सकता है। हमारे शरीर में एन्जाइम उत्पादन के दौरान कुछ अच्छे बैक्टीरिया की आवश्यकता होती है, इस स्थिति में संक्रमण के दौरान ली जाने वाली एंटीबायोटिक्स इन बैक्टीरिया को मार सकती हैं और एंजाइम के स्तर में असंतुलन लाती हैं।

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