वायरस से होने वाली बीमारी, कारण, लक्षण – Viral Diseases in Hindi
यह लेख विषाणु अर्थात वायरस से होने वाले रोग, प्रभावित अंग, लक्षण और अन्य आवश्यक जानकारी के बारे में है। वायरस जनित रोग (Viral Diseases in Hindi) या वायरस रोग कौन कौन से हैं? वायरल इंफेक्शन के कारण और लक्षण की विस्तृत जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
वायरस (विषाणु) क्या है – What is virus in Hindi
वायरस पृथ्वी पर सर्वप्रथम उत्पन्न होने वाला अकोशिकीय जीव है। वायरस की खोज इवानोवस्की (iwanowski) ने 1892 में की थी। विषाणु या वायरस शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द वाइवम (vivum) से हुई है, जिसका अर्थ है विकृत विष (morbid poison)।
विषाणु (वायरस) में सजीवों और निर्जीवों दोनों के लक्षण पाये जाते हैं। कोशिका के अंदर इनका व्यवहार सजीव की तरह और कोशिका के बाहर निर्जीव की तरह होता है। यह अतिसूक्ष्म संक्रामक कण होते हैं, जो एक बीमारी का कारण बन सकते हैं। रासायनिक रूप से वायरस न्यूक्लियोप्रोटीन अर्थात प्रोटीन और न्यूक्लिक अम्ल (DNA या RNA) के बने होते हैं। कुछ प्रमुख वायरस के नाम इस प्रकार हैं, जैसे- TMV (tobacco mosaic viruses), मम्स वायरस (mumps virus), हरपीज़ वायरस, एडीनोवाइरस, इन्फ़्लुएंजा वाइरस इत्यादि।
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वायरस से होने वाले रोग – Viral diseases in humans in hindi
विषाणु मानव शरीर के लिए हानिकारक होते हैं, इस वजह से वायरल संक्रमण के दौरान विभिन्न प्रकार के रोग और उनके लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं। वाइरस अर्थात विषाणु के कारण उत्पन्न होने वाले रोगों (वायरस जनित रोग) में निम्न को शामिल किया जा सकता है:
- चिकनपॉक्स
- पोलियो
- खसरा
- फ्लू या एंफ्लूएंजा
- रेबीज
- गलसुआ
- हर्पीज
- एड्स
- हेपेटाइटिस
- डेंगू बुखार
- एन्सेफलाइटिस, इत्यादि।
चिकनपॉक्स (छोटी माता) वायरस जनित रोग – Chickenpox Viral Diseases in Hindi
- छोटी माता रोग एक संक्रमण रोग है, जो वैरिसेला-जोस्टर वायरस (varicella-zoster virus) के कारण होता है।
- चिकनपॉक्स की स्थिति में पीड़ित व्यक्ति को छोटे-छोटे, द्रव से भरे फफोले या खुजलीदार दाने उत्पन्न होते हैं। यह रोग चेहरे और धड़ के साथ-साथ पूरे शरीर को प्रभावित करता है।
- चेचक के टीके की खोज सर्वप्रथम 1758 में एडवार्ड जेनर द्वारा की गई थी। चिकनपॉक्स या चेचक की रोकथाम के लिए डॉक्टर द्वारा नियमित टीकाकरण की सिफारिश की जाती है।
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पोलियो – Polio Diseases Caused by Viruses in Hindi
- पोलियो की बीमारी को पोलियोमेलाइटिस (poliomyelitis) के रूप में भी जाना जाता है।
- यह पोलियोवायरस (poliovirus) के कारण होने वाला अधिक संक्रामक वायरस जनित रोग है।
- यह मुख्य रूप से तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है।
- पोलियोमेलाइटिस, पिकोर्नावीडा परिवार (Picornaviridae family) से संबंधित पोलियोवायरस (poliovirus) के कारण होता है।
- इस रोग से संबन्धित प्रमुख लक्षणों में मांसपेशियों में संकुचन तथा हाथ-पैर में लकवा लगना आदि शामिल हैं।
- महान वैज्ञानिक हिलैरी कोप्रोव्स्की (Hilary Koprowski) ने पहली बार 1950 में पोलियो वैक्सीन की खोज की थी। यह मौखिक रूप से लिया जाने वाला एक लाइव पोलियो वैक्सीन (live polio vaccine) था।
- पोलियो वैक्सीन के इंजेक्शन की खोज जोनास सॉल्क (Jonas Salk) ने 1952 में की थी।
खसरा – Measles Diseases Caused by Viruses in Hindi
- खसरा (khasra) एक वायरल संक्रामक बीमारी है, यह संक्रमण श्वसन तंत्र (respiratory system) से प्रारम्भ होकर पूरे शरीर को प्रभावित करता है।
- यह रोग पैरामिक्सोवायरस परिवार (paramyxovirus family) के रुबेओला वायरस (rubeola virus) या मोर्बिलीवायरस जीन्स के कारण फैलता है।
- खसरा रोग के प्रमुख लक्षणों में बुखार आना, नाक बहना, गले में खराश, त्वचा पर लाल चकत्ते आदि शामिल हैं।
- खसरा की रोकथाम के लिए MMR वैक्सीन का प्रयोग किया जाता है। सर्वप्रथम 1963 में खसरा e33 टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। खसरा के टीके की खोज का श्रेय मौरिस हिलमैन को जाता है।
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फ्लू या इन्फ्लूएंजा – flu or Influenza Diseases Caused by Viruses in Hindi
- फ्लू या इन्फ्लूएंजा एक वायरल संक्रमण है, जो संक्रमित व्यक्ति के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है।
- यह वायरस जनित रोग इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है, यह वायरस मुख्य रूप से इन्फ्लूएंजा ए, इन्फ्लूएंजा बी, इन्फ्लूएंजा सी, इन्फ्लूएंजा डी प्रकार का होता है।
- फ्लू या इन्फ्लूएंजा के सामान्य लक्षणों में बुखार आना, शरीर में दर्द, सिरदर्द, जुकाम और खांसी आदि शामिल हैं।
- इन्फ्लुएंजा के टीके या फ्लू शॉट्स की खोज थामस फ्रांसिस जूनियर ने की थी।
रेबीज या हाइड्रोफोबिया – Virus Diseases Rabies in Hindi
- रेबीज केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करने वाला एक वायरस जनित रोग है, जो मस्तिष्क में सूजन का कारण बनता है। जानवरों के काटने से रेबीज वायरस मनुष्यों में फैलता है। यह रैब्डोवायरस (rhabdovirus) परिवार का एक RNA वायरस है।
- वायरस जनित रोग रेबीज से संबन्धित प्रमुख लक्षणों में बुखार, शरीर में दर्द, बेचैनी, पानी से डर लगना, मांसपेशियों या श्वसन तंत्र में लकवा लग जाना और बेहोशी आदि शामिल हैं।
- रेबीज के टीके की खोज का श्रेय लुई पाश्चर (Louis Pasteur) को जाता है।
- विश्व रेबीज दिवस 28 सितंबर को मनाया जाता है।
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गलसुआ – Virus Diseases Mumps in Hindi
- गलसुआ, गलगण्ड, कण्ठमाला, मम्प्स या पैरोटाइटिस के नाम से जाना जाने वाला विषाणु जनित रोग (viral disease) है, यह पैरोटिड लार ग्रन्थियों को प्रभावित करता है। पैरोटिड ग्रंथियां कान के आस-पास स्थित होती हैं तथा लार और थूक का उत्पादन करती हैं।
- मम्प्स वायरस (Paramyxoviridae) परिवार का रूबेला वायरस (Rubulavirus) होता है
- लार ग्रन्थियों में सूजन, चबाने या निगलने के दौरान दर्द, बुखार आना, सिरदर्द आदि सभी गलसुआ रोग के लक्षण है। इस रोग से बांझ होने का खतरा बढ़ जाता है।
- मम्प्स वैक्सीन को आमतौर पर संयुक्त रूप से खसरा-मम्प्स-रूबेला (MMR vaccine) टीका के रूप में दिया जाता है।
हर्पीज – Virus Diseases Herpes in Hindi
- हर्पीज एक संक्रामक रोग है, जो हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (HSV) (herpes simplex virus) के कारण होता है।
- वायरस जनित रोग हर्पीज मुख्यतः त्वचा और श्लष्मकला को प्रभावित करता है।
- हर्पीज से पीड़ित व्यक्ति में त्वचा में जलन, बेचैनी, शरीर और बाहरी जननांग पर फफोले आदि लक्षण प्रगट होते हैं।
एड्स– AIDS Diseases Caused by Viruses in Hindi
- एड्स अर्थात एक्वायर्ड इम्युनोडेफिशिएंसी सिंड्रोम, ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV) के कारण होने वाला यौन संचारित संक्रमण है।
- वायरस जनित रोग एड्स प्रतिरक्षा तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे रोग प्रतिरोधी क्षमता नष्ट हो जाती है।
- एड्स के लक्षणों में वजन कम करना, बुखार या रात को पसीना आना, थकान और बार-बार संक्रमण शामिल हैं।
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हेपेटाइटिस – Hepatitis Viral Diseases in Hindi
- हेपेटाइटिस, वायरस के कारण होने वाला एक संक्रामक रोग है, जो यकृत (लिवर) में सूजन का कारण बनता है।
- यह हेपेटाइटिस वायरस विभिन्न प्रकार के होते है जैसे- हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस बी, हेपेटाइटिस सी, हेपेटाइटिस डी और हेपेटाइटिस ई।
- 1965 में हेपेटाइटिस बी वायरस की खोज करने के कारण डॉ बारूक सैमुअल ब्लमबर्ग (Baruch Samuel Blumberg) को नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
- हेपेटाइटिस टीके का निर्माण मौरिस हिलमैन (Maurice Hilleman) ने किया था।
डेंगू बुखार – Dengue Fever Viral Diseases in Hindi
- डेंगू बुखार एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है, जो कि एडीस एल्बोपिक्टस या एडीज एजिप्टी नामक संक्रमित मादा मच्छर द्वारा किसी व्यक्ति को काटने से फैलता है। इसे ब्रेकबोन फीवर (Breakbone fever) के नाम से भी जाना जाता है।
- यह डेंगू वायरस, फ्लाविविरिडे (Flaviviridae) परिवार का RNA वायरस होता है।
- वायरस जनित रोग डेंगू से ग्रस्त व्यक्ति में उच्च बुखार, लसीका (Lymph) को नुकसान, रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या में कमी, तीव्र सिरदर्द, उल्टी और जी मिचलाने की समस्या, त्वचा पर लाल चकत्ते (skin rash), नाक और मसूड़ों से रक्तस्राव, इत्यादि लक्षण देखे जा सकते हैं।
- राष्ट्रीय डेंगू दिवस प्रतिवर्ष 16 मई को मनाया जाता है।
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एन्सेफलाइटिस – Encephalitis Viral Diseases in Hindi
- एन्सेफलाइटिस तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को प्रभावित करने वाला वायरल संक्रमण है, इसे मस्तिष्क की सूजन के रूप में भी जाना जाता है।
- वायरस जनित रोग एन्सेफलाइटिस मुख्यतः बुखार, बेचैनी, दौरे, कमजोरी, दृष्टि दोष, अनिद्रा, बेहोशी आदि लक्षणों का कारण बनता है।
- हरपीज सिम्प्लेक्स टाइप 1 वायरस, वायरल एन्सेफलाइटिस का अधिक सामान्य कारण है, अपितु एन्सेफलाइटिस बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण भी हो सकता है।
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