विटामिन B के प्रकार, स्रोत, रोग और रोचक तथ्य – Interesting Facts About B Vitamins in Hindi
नमस्कार दोस्तों, आज इस लेख में आप विटामिन बी से संबंधित आवश्यक जानकारी और कुछ जरूरी तथ्यों के बारे में जानेंगे। दरअसल विटामिन B, 8 तरह के विटामिनों का समूह होता है, जिसे सम्मिलित रूप से विटामिन बी कॉम्प्लेक्स कहा जाता है। आइये जानते हैं, Vitamin B क्या है, इसके प्रकार, विटामिन बी रिच फूड, रोग और बी कॉम्प्लेक्स के फायदे के बारे में (Vitamin B in Hindi)।
विटामिन B क्या है – What is Vitamin B in Hindi
- बी1 या थायमिन (thiamine) – सर्वाधिक सूरजमुखी के बीज और गेहूं में उपस्थित।
- बी2 या राइबोफ्लेविन (riboflavin) – सर्वाधिक मांस और मशरूम में।
- बी3 या नियासिन (niacin) – मुख्य स्रोत चिकन, टूना फिश (tuna) और दाल।
- बी5 या पैंटोथैनिक एसिड (pantothenic acid) – मुख्य स्रोत मछली, दही और एवोकैडो।
- बी6 या पायरीडॉक्सीन (pyridoxine) – मुख्य आहार चने, सैल्मन फिश और आलू में उपस्थित।
- बी7 या बायोटिन (biotin) – सर्वाधिक खमीर, अंडे, सैल्मन, पनीर में उपस्थित।
- बी9 या फोलेट (folate) – सर्वाधिक पत्तेदार हरी सब्ज़ियां और सेम में उपस्थित।
- बी12 या कोबामिनिन (cobalamin) – सर्वाधिक मांस, अंडे, समुद्री भोजन और डेयरी उत्पाद में उपस्थित।
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विटामिन बी1 – Vitamin B1 in Hindi
- विटामिन बी1 का रासायनिक नाम थायमिन (Thiamine) है। थायमिन एक कोएंजाइम (coenzyme) के रूप में शर्करा और अमीनो एसिड के संश्लेषण का कार्य करता है।
- बी1 विटामिन की कमी से होने वाले रोग – बेरीबेरी (beriberi) और वेर्निक-कोर्साकोफ सिंड्रोम (Wernicke-Korsakoff syndrome) तथा पशुओं में पॉलीन्यूराइटिस है।
- विटामिन B1 अधिक मात्रा में खमीर (yeast), सूअर का मांस (pork), सूरजमुखी के बीज, ब्राउन राइस, शतावरी (Asparagus), काले (kale), फूलगोभी, आलू, संतरे, अंडे इत्यादि से प्राप्त किया जाता है।
विटामिन बी2 – Vitamin B2 in Hindi
- बी2 विटामिन को रसायन के क्षेत्र में राइबोफ्लेविन (Riboflavin) के नाम से जाना जाता है।
- मनुष्यों में विटामिन B2 की कमी से होने वाले रोग – एरीबोफ्लेविनोसिस (ariboflavinosis), ग्लोसाइटिस (glossitis), एंगुलर स्टोमाटाइटिस (angular stomatitis) आदि हैं
- बी2 विटामिन के मुख्य स्रोत में शतावरी, केले, लंबी भिंडी, पनीर, दूध, दही, अंडे, मछली, हरी सेम इत्यादि को शामिल किया जाता हैं।
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विटामिन बी3 – Vitamin B3 in Hindi
- विटामिन B3 का रासायनिक नाम नियासिन (Niacin) या नियासिनमाइड (niacinamide) है। जो कोशिकाओं में ऊर्जा स्थानांतरण संबंधी क्रिया में योगदान देता है।
- बी3 विटामिन की कमी से होने वाले रोग – पेलग्रा (pellagra), डायरिया, डर्मेटाइटिस, मानसिक अशांति (mental disturbance), इत्यादि है।
- विटामिन बी3 रिच फ़ूड में मछली (टूना, सैल्मन), दूध, अंडे, एवोकाडो, खजूर, टमाटर, पत्तेदार सब्जिया, गाजर, शकरकंद, नट्स, मशरूम, इत्यादि शामिल हैं।
विटामिन बी5 – Vitamin B5 in Hindi
- बी5 विटामिन को रसायन के क्षेत्र में पैंटोथेनिक एसिड (Pantothenic acid) के नाम से जाना जाता है। जो मानव शरीर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और लिपिड के चयापचय में भाग लेता है।
- विटामिन बी5 की कमी से होने वाले रोग – पेरेस्टेसिया (paresthesia) या “पिंस और नीडल्स” (pins and needles) हैं।
- B5 विटामिन के उत्तम स्रोत में मीट, साबुत अनाज, ब्रोकोली, एवोकाडो, रॉयल जेली इत्यादि आहार शामिल हैं।
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विटामिन बी6 – Vitamin B6 in Hindi
- विटामिन B6 को पाइरिडोक्सिन (Pyridoxine), पाइरिडोक्सल (pyridoxal), पाइरिडोक्सामाइन (pyridoxamine), आदि रासायनिक नामों से जाना जाता है।
- बी6 विटामिन का सक्रिय रूप पाइरिडोक्सल (pyridoxal) है, जो कोएंजाइम की तरह कार्य करता है।
- विटामिन बी6 की कमी से होने वाले रोग – एनीमिया (anemia), परिधीय न्यूरोपैथी (peripheral neuropathy) या मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी के कुछ हिस्सों को नुकसान, इत्यादि शामिल हैं।
- B6 विटामिन अधिक मात्रा में मांस, केले, पिस्ता, आलू, नट्स इत्यादि से प्राप्त किया जा सकता है।
विटामिन बी7 – Vitamin B7 in Hindi
- बी7 विटामिन का रासायनिक नाम बायोटिन (Biotin) है।
- विटामिन B7 की कमी से होने वाले रोग – डर्मेटाइटिस (dermatitis), आंत्रशोथ या एन्टराइटिस (enteritis), बालों का झड़ना, आंत की सूजन (inflammation of the intestine), इत्यादि।
- B7 विटामिन के उच्च स्रोत अंडे की जर्दी (Egg yolk), कुछ सब्जियां, इत्यादि हैं।
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विटामिन बी9 – Vitamin B9 in Hindi
- विटामिन बी9 को अन्य रासायनिक नामों जैसे- फोलिक एसिड (Folic acid) या फोलिनिक एसिड (folinic acid) आदि से जाना जाता है।
- फोलिक एसिड या विटामिन बी9 DNA के संश्लेषण और चयापचय के लिए महत्वपूर्ण होता है।
- विटामिन बी9 की कमी से होने वाले रोग – गर्भावस्था के दौरान जन्म दोष (birth defects), मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (Megaloblastic anemia) और न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (neural tube defects) इत्यादि।
- बी9 विटामिन अधिक मात्रा में पत्तेदार सब्जियां, फलियां (legumes), सूरजमुखी के बीज, बीयर (beer) (शराब), इत्यादि से प्राप्त किया जा सकता है।
विटामिन बी12 – Vitamin B12 in Hindi
- Vitamin B12 का रासायनिक नाम कोबालामिन (cobalamin) है, परन्तु यह अन्य रासायनिक रूपों जैसे- सायनोकोबालामिन (Cyanocobalamin), मिथाइलकोबालामिन (methylcobalamin) या हाइड्रोक्सोकोबालामिन (hydroxocobalamin) में भी पाया जाता है।
- विटामिन बी12 की कमी से रोग – मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (megaloblastic anemia), पर्निशियस एनीमिया (Pernicious anemia), एट्रोफिक गैस्ट्र्रिटिस (Atrophic gastritis), लुपस रोग (Lupus’s disease), छोटी आंत को प्रभावित करने वाले रोग जैसे- क्रोहन रोग, सीलिएक रोग, परजीवी संक्रमण, इत्यादि हैं।
- विटामिन बी12 के उत्तम स्रोत मांस, अंडे, दूध और डेयरी उत्पाद, सोया उत्पाद, इत्यादि हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ Vitamin B in Hindi)
Q1. क्या मुझे अपने आहार से पर्याप्त विटामिन बी मिल सकता है?
हाँ, आप संतुलित आहार के माध्यम से शरीर के लिए पर्याप्त विटामिन बी प्राप्त कर सकते हैं। साबुत अनाज, फलियाँ, फल, सब्जियाँ, मांस और डेयरी उत्पाद जैसे खाद्य पदार्थ विभिन्न प्रकार के विटामिन बी के अच्छे स्रोत हैं।
Q2. विटामिन बी की कमी के लक्षण क्या हैं?
विटामिन B की कमी के सामान्य लक्षणों में निम्न शामिल हैं, जैसे: थकान, कमजोरी, चिड़चिड़ापन, बालों का झड़ना, त्वचा की समस्याएं, मुंह में छाले और हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुन्नता इत्यादि। गंभीर और लंबे समय तक विटामिन B की कमी से एनीमिया या तंत्रिका क्षति जैसी अधिक गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
Q3. क्या विटामिन बी का अधिक सेवन हानिकारक हो सकता है?
आम तौर पर, अतिरिक्त विटामिन B को सुरक्षित माना जाता है, क्योंकि यह पानी में घुलनशील होता है, और आमतौर पर मूत्र के माध्यम से उत्सर्जित होता है। हालाँकि, सप्लीमेंट के रूप में ली जाने वाली विटामिन बी (मुख्य रूप से बी 6 और बी 12) की अत्यधिक उच्च खुराक, कुछ व्यक्तियों में समस्याएँ पैदा कर सकती है।
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इस लेख में आपने विटामिन B के प्रकार, स्रोत, रोग और रोचक तथ्य की जानकारी प्राप्त की। उम्मीद है हमारा लेख आपको अच्छा लगा होगा। इस लेख के सम्बन्ध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। पोस्ट शेयर करें, हमारे facebook page को like करे तथा youtube chenal subscribe करें।
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