विटामिन के प्रकार और उनकी कमी से होने वाले रोग – Vitamins Deficiency Diseases in Hindi
शरीर के सामान्य स्वास्थ्य और विकास के लिए विटामिन अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं। हालाँकि इनकी आवश्यकता मानव शरीर को बहुत कम मात्रा में होती है। मानव शरीर आहार के माध्यम से अधिकांश विटामिन को ग्रहण करता है। शरीर के लिए जरूरी विटामिन की संख्या 13 है, और इन विभिन्न प्रकार के विटामिन की अलग-अलग भूमिकाएँ होती हैं। इनमें से शरीर में किसी भी विटामिन की कमी होने पर विभिन्न तरह के रोग और समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। आज के इस लेख में हम विटामिन के प्रकार, उनके स्रोत, और विटामिन की कमी से होने वाले रोग के बारे में जानेंगे।
विटामिन क्या होते हैं – What are Vitamins in Hindi
बायोकेमिस्ट कासिमिर फंक द्वारा सबसे पहले “विटामिन” शब्द का प्रयोग 1911 में किया गया था। विटामिन रासायनिक रूप से कार्बनिक यौगिक होते हैं, जिनकी प्रत्येक जीव को कम मात्रा में आवश्यकता होती है। यह शरीर के अन्दर नहीं बनते हैं, इन्हें आहार के माध्यम से ग्रहण किया जाता है। विटामिन विभिन्न शारीरिक क्रियाओं जैसे- ऊर्जा उत्पादन करने और लाल रक्त कोशिओं को बनाने में अपना योगदान देते हैं।
विटामिन के प्रकार और कमी से होने वाले रोग – Types Of Vitamins And Deficiency Diseases in Hindi
आवश्यक विटामिन की कुछ संख्या 13 होती है, जिनमें से विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स में 8 विटामिन शामिल होते हैं, और इस तरह मुख्य विटामिन 6 हैं: (विटामिन ए, विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स, विटामिन सी, विटामिन डी, विटामिन ई, और विटामिन के)। चूँकि शरीर में अलग-अलग विटामिन के अलग-अलग कार्य होते हैं, इसी बजह से हर एक विटामिन की कमी एक विशिष्ट रोग का कारण बन सकती है। आइये जानते हैं विटामिन के प्रकार और उनकी कमी से होने वाले रोग के बारे में:
विटामिन A – Vitamin A in Hindi
विटामिन A की खोज सर्वप्रथम सर फ्रेडरिक हॉपकिंस द्वारा सन् 1912 में गई थी। उन्होंने इसे “रेटिनॉल” नाम दिया, जो रक्त में पाए जाने वाले विटामिन ए का सक्रिय रूप है। पौधों में पाये जाने वाले विटामिन ए को बीटा कैरोटीन (beta-carotene) या कैरोटीनॉयड (Carotenoids) नाम से जाना जाता है।
वसा में घुलनशील विटामिन ए त्वचा, हड्डियों, शरीर की अन्य कोशिकाओं को मजबूत रखने, कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाने का काम करता है। इसके अलावा इम्यून सिस्टम के कार्यों को बेहतर बनाने तथा हृदय, फेफड़े, किडनी और अन्य अंगों के कार्यों को सामान्य रखने के लिए भी विटामिन ए फायदेमंद होता है।
विटामिन A की कमी से होने वाले रोग – Vitamin A Deficiency Disease in Hindi
शरीर में विटामिन A की कमी होने से कई लक्षण और रोग उत्पन्न हो सकते हैं जिनमें शामिल हैं:
- रतौंधी (night blindness)
- विशेष रूप से पेट, फेफड़े और गले (throat) में संक्रमण
- सूखी, रफ स्किन या follicular hyperkeratosis
- केराटोमालेशिया (keratomalacia)
- प्रजनन संबंधी समस्याएं (fertility issues)
- बच्चों के विकास में देरी
विटामिन ए के स्रोत – Vitamin A Source in Hindi
यदि आप अपने आहार में विटामिन ए के सबसे अच्छे स्रोत को शामिल करना चाहते हैं, तो अंडे, मक्खन, दूध, दही, पनीर, गाजर, कद्दू, अन्य नारंगी रंग की सब्जियां, शकरकंद, पपीता, आम, सोयाबीन, केल, पालक, और अन्य पत्तेदार हरी सब्जियों को अपने भोजन में जोड़ें।
विटामिन बी – Vitamin B in Hindi
फ्रेड्रिक हॉपकिंस ने सन् 1912 में विटामिन B की खोज की थी। पानी में घुलनशील और वसा में अघुलनशील विटामिन बी 8 प्रकार के विटामिन का एक समूह है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण, कोशिका चयापचय और शरीर के अनेक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। विटामिन बी विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों जैसे मांस, साबुत अनाज और फलों से प्राप्त होता है। आइये जानते हैं, विटामिन बी के प्रकार और उनकी कमी से होने वाले रोग की जानकारी:
विटामिन बी1 – Vitamin B1 in Hindi
- रासायनिक नाम – थियामिन (Thiamine)
- घुलनशील – पानी में
- कार्य – थियामिन एक कोएंजाइम (coenzyme) के रूप शर्करा और अमीनो एसिड का संश्लेषण करता है।
- स्रोत – विटामिन बी1 के अच्छे स्रोत में खमीर (yeast), अनाज, सूरजमुखी के बीज, ब्राउन राइस, शतावरी (Asparagus), संतरे, अंडे, इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी1 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B1 Deficiency Diseases in Hindi
- बेरीबेरी (beriberi), मांसपेशियों में दर्द
- कोर्साकॉफ सिंड्रोम (Wernicke-Korsakoff syndrome)।
विटामिन बी 2 – Vitamin B2in Hindi
- रासायनिक नाम – राइबोफ्लेविन (Riboflavin)
- घुलनशील – जल में
- स्रोत – विटामिन बी 2 के उच्च स्रोत में शतावरी, हरी सेम, भिंडी, केले, डेयरी उत्पाद, अंडे, मछली, इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी2 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B2 Deficiency Diseases in Hindi
- एरीबोफ्लेविनोसिस (ariboflavinosis)
- ग्लोसाइटिस (glossitis)
- एंगुलर स्टोमाटाइटिस (angular stomatitis)
विटामिन बी 3 – Vitamin B3 in Hindi
- रासायनिक नाम – नियासिन (Niacin) या नियासिनमाइड (niacinamide)
- घुलनशील – जल में
- कार्य – कोशिकाओं में ऊर्जा स्थानांतरण में योगदान।
- स्रोत – विटामिन बी 3 के अच्छे स्रोत में एवोकाडो, खजूर, टमाटर, पत्तेदार सब्जियां, गाजर, शकरकंद, नट्स, मशरूम, इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी3 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B3 Deficiency Diseases in Hindi
- पेलग्रा (pellagra)
- डायरिया
- डर्मेटाइटिस
- मानसिक अशांति (mental disturbance), इत्यादि।
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विटामिन बी 5 – Vitamin B5 in Hindi
- रासायनिक नाम – पैंटोथेनिक एसिड (Pantothenic acid)
- घुलनशील – जल में
- कार्य – कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और लिपिड का चयापचय करना।
- स्रोत – विटामिन बी 5 के उत्तम स्रोतों में मीट, साबुत अनाज, ब्रोकोली, एवोकाडो, रॉयल जेली इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी5 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B5 Deficiency Diseases in Hindi
- पेरेस्टेसिया (paresthesia) या “पिंस और नीडल्स”(pins and needles)
विटामिन बी 6 – Vitamin B6 in Hindi
- रासायनिक नाम – पाइरिडोक्सिन (Pyridoxine), पाइरिडोक्सामाइन(pyridoxamine) या पाइरिडोक्सल (pyridoxal)।
- घुलनशील – जल में
- कार्य – एक कोएंजाइम के रूप में अमीनो एसिड, ग्लूकोज और लिपिड का चयापचय करना।
- स्रोत – विटामिन बी6 के अच्छे स्रोतों में मीट, केले, पिस्ता, साबुत अनाज, आलू, नट्स इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी6 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B6 Deficiency Diseases in Hindi
- एनीमिया (anemia)
- परिधीय न्यूरोपैथी (peripheral neuropathy)
- तंत्रिका तंत्र के कुछ हिस्सों को नुकसान, इत्यादि।
विटामिन बी 7 – Vitamin B7 in Hindi
- रासायनिक नाम – बायोटिन (Biotin)
- घुलनशील – जल में
- स्रोत – विटामिन बी 7 के उच्च स्रोत में अंडे की जर्दी (Egg yolk), मांस (Organ meat), कुछ सब्जियां, शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी7 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B7 Deficiency Diseases in Hindi
- डर्मेटाइटिस (dermatitis)
- आंत्रशोथ या एंट्राइटिस (enteritis)
- बालों का झड़ना
- आंत की सूजन (inflammation of the intestine), इत्यादि।
विटामिन बी 9 – Vitamin B9 in Hindi
- रासायनिक नाम – फोलिक एसिड (Folic acid) या फोलिनिक एसिड, (folinic acid)
- घुलनशील – जल में
- कार्य – डीएनए संश्लेषण और डीएनए चयापचय में महत्वपूर्ण।
- स्रोत – विटामिन बी9 के उच्च स्रोतों में पत्तेदार सब्जियां, दालें (legumes), खमीर (baker’s yeast), सूरजमुखी के बीज, बीयर(beer), इत्यादि शामिल हैं।
शरीर में विटामिन बी9 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B9 Deficiency Diseases in Hindi
- गर्भावस्था के दौरान जन्म दोष (birth defects)
- मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (Megaloblastic anemia)
- न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट (neural tube defects) ।
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विटामिन बी 12 – Vitamin B12 in Hindi
- रासायनिक नाम – कोबालामिन (cobalamin) है, जो सायनोकोबालामिन (Cyanocobalamin), हाइड्रोक्सोकोबालामिन (hydroxocobalamin), के रूप में पाया जाता है।
- घुलनशील – जल में
- स्रोत – मछली, मुर्गी का मांस, अंडे, दूध और डेयरी उत्पाद, सोया उत्पाद, इत्यादि।
शरीर में विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B12 Deficiency Diseases in Hindi
- मेगालोब्लास्टिक एनीमिया (megaloblastic anemia) या अस्थि मज्जा (bone marrow) दोष
- पर्निशियस एनीमिया (Pernicious anemia)
- एट्रोफिक गैस्ट्रिटिस (Atrophic gastritis)
- छोटी आंत संक्रमण, इत्यादि।
विटामिन C – What is Vitamin C in Hindi
वैज्ञानिक अल्बर्ट सजेंट-ग्योर्गी ने विटामिन C की खोज की थी। उन्होंने सन् 1937 में नोबेल पुरस्कार भी जीता था। वसा में अघुलनशील और पानी में घुलनशील होने के कारण विटामिन C शरीर के अन्दर स्टोर नहीं होता है। इसे प्रतिदिन भोजन के साथ ग्रहण किया जाता है। विटामिन C को रासायनिक रूप से एस्कॉर्बिक एसिड (ascorbic acid) के नाम से जाना जाता है। यह विटामिन गर्म करने से नष्ट हो सकता है। इस विटामिन में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) तथा एंटी बैक्टीरियल (antibacterial) गुण पाए जाते हैं।
विटामिन C की कमी से होने वाले रोग – Vitamin C Deficiency Diseases in Hindi
शरीर में विटामिन C की कमी मुख्य रूप से निम्न रोगों और समस्याओं का कारण बनती है:
- स्कर्वी (Scurvy)
- मसूड़े की सूजन (Gingivitis)
- त्वचा की समस्याएं
- संक्रमण (Infections)
- अस्थमा(Asthma)
- नकसीर (nosebleeds), इत्यादि।
विटामिन सी के स्रोत – Sources of Vitamin C in Hindi
खट्टे फलों में उच्च मात्रा में विटामिन C पाया जाता है। इसके अलावा काले किशमिश (blackcurrants), कीवी फल, गोभी, ब्रोकोली, लीची, स्प्राउट्स, टमाटर, शिमला मिर्च, पपीता भी विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं।
विटामिन D क्या है – What is Vitamin D in Hindi
वसा में घुलनशील विटामिन डी, सूर्य प्रकाश के माध्यम से शरीर की त्वचा द्वारा निर्मित होता है। इसे कैल्सिफेरॉल और “सनशाइन विटामिन” भी कहा जाता है। यकृत (liver) विटामिन डी को 25-हाइड्रॉक्सीविटामिन के रूप स्टोर करके रखता है। यह शरीर की हड्डियों और मस्पेशियों को मजबूती प्रदान करता है। विटामिन डी दो प्रकार का होता है:
- विटामिन D2 – एर्गोकैल्सिफेरोल (ergocalciferol)
- विटामिन D3 – कॉलेकैल्सिफेरॉल (cholecalciferol)
विटामिन D की कमी से होने वाले रोग – Vitamin D Deficiency Disease in Hindi
शरीर में विटामिन डी की कमी निम्न रोगों का कारण बन सकती हैं:
- रिकेट्स( rickets)
- हड्डियों में कमजोरी या ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis)
- डिप्रेशन
- बच्चों में अस्थमा
- फाइब्रोमायल्जिया (fibromyalgia)
- न्यूरोडीजेनेरेटिव (neurodegenerative) रोग, इत्यादि
विटामिन D स्रोत – Vitamin D Sources in Hindi
सूर्य प्रकाश विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत है। लेकिन इसे कुछ आहार जैसे- दूध, अंडे, मशरूम, झींगा और सैल्मन मछली, संतरा, अनाज, दही, कॉड लिवर ऑइल, इत्यादि से भी ग्रहण किया जा सकता है।
विटामिन ई – Vitamin E in Hindi
वसा में घुलनशील विटामिन E का रासायनिक नाम टोकोफेरोल्स (Tocopherols) है, इसे टोकोट्रिनोल (tocotrienols) के नाम से भी जाना जाता है। विटामिन E के सबसे शक्तिशाली रूप को अल्फ़ा टोकोफेरॉल (Alpha tocopherol) कहा जाता है। यह मानव में एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करता है तथा उम्र बढ़ने की गति को धीमा कर सकता है।
विटामिन ई की कमी से होने वाले रोग – Vitamin E Deficiency Diseases in Hindi
शरीर में विटामिन ई की कमी से रेटिनोपैथी (Retinopathy), मायोपैथी(myopathies), हेमोलिटिक एनीमिया, न्यूरोमस्कुलर रोग उत्पन्न हो सकते हैं।
विटामिन ई के स्रोत – Vitamin E Sources in Hindi
शरीर में विटामिन ई की पूर्ति के लिए आप अपने आहार में दूध, अंडे, बादाम, मूंगफली, एवोकाडो, कीवी फल, पत्तेदार हरी सब्जियां, वनस्पति तेल, गेहूं, अनाज, इत्यादि को शामिल कर सकते हैं।
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विटामिन K – What is Vitamin K in Hindi
विटामिन ए, डी, ई की तरह ही विटामिन K वसा में घुलनशील होता है। विटामिन K, रक्त का थक्का जमाने वाले प्रोटीन प्रोथ्रोम्बिन के निर्माण में भाग लेता है। स्वस्थ हड्डी ऊतकों का उत्पादन करने वाले ओस्टियोकैल्सिन प्रोटीन के उत्पादन के लिए भी विटामिन K की आवश्यकता होती है। यह रक्त कैल्शियम के स्तर को भी नियंत्रित करने मेंअपनी भूमिका अदा करता है। विटामिन K के मुख्य रूप से दो प्रकार होते हैं:
- विटामिन K1 – रासायनिक नाम – फिलोक्विनोन(phylloquinone)। स्रोत – पत्तेदार साग और कुछ अन्य सब्जियां।
- विटामिन K2 – रासायनिक नाम – मेनक्विनोन (menaquinone)। स्रोत – मीट, पनीर (cheeses), अंडे और पशु आधारित उत्पाद।
शरीर में विटामिन k की कमी से होने वाले रोग – Vitamin K Deficiency Disease in Hindi
मानव शरीर में विटामिन K की कमी अनेक प्रकार के रोगों का कारण बन सकती है, जैसे कि:
- ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis)
- उच्च रक्तचाप (hypertension)
- वैरिकाज़ नसें (varicose veins)
- रोजेशिया (rosacea)
- हृदय रोग(heart disease)
- हड्डी के नुकसान (bone loss)
- हड्डियों में फ्रैक्चर
- लीवर, फेफड़े और स्तन कैंसर इत्यादि।
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