Leukocyte क्या है? ल्यूकोसाइट्स के प्रकार और कार्य – Leukocyte Definition: Types and Functions of Leukocytes in Hindi

श्वेत रक्त कोशिकाएं (ल्यूकोसाइट्स) क्या हैं, जानें सम्पूर्ण जानकारी - White Blood Cells Complete Information in Hindi

Leukocyte क्या है? ल्यूकोसाइट्स के प्रकार और कार्य – Leukocyte Definition: Types and Functions of Leukocytes in Hindi

श्वेत रक्त कोशिकाओं को ल्यूकोसाइट्स (leukocytes) के नाम से भी जानते है, जो रक्त प्रवाह के माध्यम से पूरे शरीर में घूमती हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं। Leukocyte की सामान्य रेंज आमतौर 4000 से 11000 प्रति माइक्रोलीटर (4 से 11.0 × 109/L) के बीच होती है। इस लेख में, हम आपको श्वेत रक्त कोशिकाएं अर्थात ल्यूकोसाइट क्या हैं (leukocytes in hindi), ल्यूकोसाइट्स के प्रकार और उनके कार्य सहित Leukocyte काउंट के बारे में अधिक जानकारी देगें।

Table of Contents

ल्यूकोसाइट क्या हैंWhat Are Leukocytes In Hindi  

श्वेत रक्त कोशिकाओं का वैज्ञानिक नाम ल्यूकोसाइट है, इसे प्रतिरक्षा कोशिकाएँ या इम्यूनोसाइट्स भी कहा जाता है। अर्थात ल्यूकोसाइट्स आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का एक हिस्सा हैं, जो आपके शरीर को संक्रमण से बचाती हैं।

अस्थि मज्जा (bone marrow) में स्टेम कोशिकाएं (Stem cells) ल्यूकोसाइट्स के निर्माण के लिए जिम्मेदार होती हैं तथा यह रक्त और लसीका ऊतकों (blood and lymph tissues) में पाई जाती हैं।

ल्यूकोसाइट अस्थि मज्जा में हेमटोपोइजिस (hematopoiesis) नामक प्रक्रिया से बनना शुरू होती हैं।

अस्थि मज्जा अनुमानित 80-90% ल्यूकोसाइट्स को स्टोर (store) करता है और जब कोई संक्रमण या सूजन की स्थिति उत्पन्न होती है, तो शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद करने के लिए इन्हें छोड़ता है।

चूँकि कुछ WBC (जैसे- न्यूट्रोफिल) का जीवनकाल एक दिन से भी कम समय का होता है, अतः अस्थि मज्जा में हमेशा उनका निर्माण होता रहता है।

WBC अर्थात ल्यूकोसाइट में केन्द्रक (nuclei) होता है, जो उन्हें लाल रक्त कोशिकाओं और प्लेटलेट्स से अलग बनाता है।

ल्यूकोसाइट के प्रकार और कार्य Types And Functions of Leukocytes In Hindi 

श्वेत रक्त कोशिकाओं के प्रकार और कार्य - White Blood Cells Types And Functions In Hindi 

ल्यूकोसाइट्स अर्थात WBC प्रतिरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं और शरीर को संक्रमण से बचाने में मदद करती हैं। Leukocyte के मुख्य 5 प्रकार हैं:

  1. लिम्फोसाइट्स (Lymphocytes) बी और टी कोशिकाएं: कार्य – वायरल संक्रमण से लड़ना।
  2. मोनोसाइट्स (Monocytes): कार्य – बैक्टीरिया संक्रमण से लड़ना और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को साफ करना।
  3. न्यूट्रोफिल (Neutrophils): कार्य – बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण से लड़ना।
  4. इओसिनोफिल्स (Eosinophils): कार्य – परजीवी संक्रमण (parasitic infections) से लड़ना।
  5. बेसोफिल्स (Basophils): कार्य – एलर्जी पर प्रतिक्रिया करना।

Note: न्यूट्रोफिल्स, इओसिनोफिल्स, बेसोफिल्स ये तीनों ग्रैन्यूलोसाइट्स (Granulocytes) के प्रकार हैं।

(यह भी जानें: सफेद रक्त कोशिकाओं के प्रकार और कार्य…)

मोनोसाइट्स – Monocytes in Hindi

मोनोसाइट्स का जीवनकाल अन्य Leukocyte की तुलना में अधिक होता है। यह WBC बैक्टीरिया, कवक और वायरस से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को साफ करके संक्रमण से बचाव करती हैं। मोनोसाइट्स की संख्या में वृद्धि, को मोनोसाइटोसिस कहा जाता है।

लिम्फोसाइट्स – Lymphocytes in Hindi

ये ल्यूकोसाइट्स का दूसरा सबसे आम प्रकार है। यह ब्लड सेल्स शरीर को वायरल संक्रमण से बचाती हैं और एंटीबॉडी बनाती हैं।

न्यूट्रोफिल – Neutrophils in Hindi 

कुल ल्यूकोसाइट्स (WBC) का 55 से 70 प्रतिशत भाग न्यूट्रोफिल का होता है। वे फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से लड़ने में मदद करती हैं।

बेसोफिल्स – Basophils in Hindi 

जब संक्रामक एजेंट रक्त में प्रवेश करते हैं, तो ये छोटी बेसोफिल्स अलार्म की तरह कार्य करती हैं। और हिस्टामाइन जैसे रसायनों  को जारी करती हैं, जिससे खांसी, छींकने या नाक बहने जैसे एलर्जी के संकेत उत्पन्न होते हैं।

सामान्य से कम बेसोफिल के स्तर को बेसोपेनिया (basopenia – low basophil level) कहा जाता है और सामान्य से अधिक बेसोफिल स्तर को बेसोफिलिया (basophilia – high basophil level) कहा जाता है।

इओसिनोफिल्स – Eosinophils in Hindi 

इओसिनोफिल कोशिकाएं परजीवी (parasites) और कैंसर कोशिकाओं से लड़ती हैं और अस्थमा जैसी एलर्जी प्रतिक्रियाओं में भूमिका निभाती हैं।

ल्यूकोसाइट की संख्या कितनी है? – Leukocytes Normal Range In Hindi

शरीर में प्रतिदिन लगभग 100 बिलियन ल्यूकोसाइट्स का उत्पादन होना सामान्य है। रक्त परीक्षण द्वारा प्रति माइक्रोलीटर रक्त में ल्यूकोसाइट्स की संख्या ज्ञात की जाती है। एक स्वस्थ व्यक्ति के ब्लड में श्वेत रक्त कोशिका/ल्यूकोसाइट्स की नॉर्मल रेंज 4,000 से 11,000 WBC प्रति माइक्रोलीटर या 4 × 109/L से 11.0 × 109/L के बीच होती है।

एक सामान्य वयस्क में ल्यूकोसाइट्स की सामान्य रेंज निम्नानुसार है:

ल्यूकोसाइट या WBC की कुल संख्या = 4-11 K/ul (thousands per cubic milliliter)

  • लिम्फोसाइट्स नॉर्मल रेंज = 22-44%
  • मोनोसाइट्स नॉर्मल रेंज = 0-7%
  • न्यूट्रोफिल नॉर्मल रेंज = 40-70%
  • इओसिनोफिल्स नॉर्मल रेंज = 0-4%
  • बेसोफिल्स नॉर्मल रेंज = 0-1%

ध्यान दें: विभिन्न प्रयोगशाला परीक्षण के आधार पर सामान्य रेंज में भिन्नता देखने को मिल सकती हैं।

ल्यूकोसाइट्स से संबधित विकार – Leukocytes Conditions and Disorders In Hindi

यदि ब्लड में श्वेत रक्त कोशिकाओं की संख्या कम है, तो इसे ल्यूकोपेनिया (leukopenia) की स्थिति कहा जाता है। लेकिन यदि ब्लड में श्वेत रक्त कोशिका की संख्या सामान्य से बहुत अधिक है तो इस स्थिति को ल्यूकोसाइटोसिस कहते हैं, इसमें आपको संक्रमण या ल्यूकेमिया (leukemia), लिम्फोमा (lymphoma) या प्रतिरक्षा विकार (immune disorder) रोग हो सकते हैं।

असामान्य WBC काउंट के सामान्य लक्षण क्या हैं?

यदि श्वेत रक्त कोशिका की संख्या सामान्य से बहुत अधिक या बहुत कम है, तो इससे सम्बंधित व्यक्ति निम्न लक्षणों को महसूस कर सकता है:

  • बुखार, शरीर में दर्द और ठंड लगना।
  • घाव का ठीक नहीं होना।
  • बार-बार इन्फेक्शन होना।
  • लगातार खांसी या सांस लेने में कठिनाई।

(यह भी जानें: श्वेत रक्त कोशिकाओं की कमी और अधिकता से होने वाले रोग…)

wbc की संख्या कम होने का क्या कारण है?What causes a low wbc count in Hindi

श्वेत रक्त कोशिका/ल्यूकोसाइट्स की संख्या कम होने के कारणों में निम्न शामिल हैं:

  • एप्लास्टिक एनीमिया (aplastic anemia)।
  • ल्यूकेमिया या कैंसर कोशिकाओं द्वारा अस्थि मज्जा पर हमला।
  • कीमोथेरेपी या ड्रग एक्सपोज़र।
  • विटामिन बी12 की कमी।
  • एचआईवी/एड्स

wbc की संख्या अधिक होने का क्या कारण है?What causes a high wbc count in Hindi

श्वेत रक्त कोशिका की सामान्य से अधिक संख्या के कारणों में निम्न शामिल हैं:

  • ऑटोइम्यून डिसऑर्डर (जैसे- ल्यूपस, रूमेटाइड अर्थराइटिस)।
  • वायरल संक्रमण (जैसे- तपेदिक (tuberculosis), मोनोन्यूक्लिओसिस)।
  • बैक्टीरियल संक्रमण (जैसे- सेप्सिस)।
  • शारीरिक तनाव
  • एलर्जी

FAQ

प्रश्न 1. ल्यूकोसाइट्स कहाँ स्थित होती हैं?Where are white blood cells located in Hindi

उत्तर: श्वेत रक्त कोशिकाएं/ल्यूकोसाइट्स अस्थि मज्जा (bone marrow) में बनती हैं। वे आपके रक्त और लसीका ऊतकों में स्टोर होती हैं। और संक्रमण की जगह का पता लगाने के लिए WBC रक्त वाहिका की दीवारों और ऊतकों के माध्यम से यात्रा करती हैं।

प्रश्न 2. ल्यूकोसाइट्स कैसी दिखती हैं?What do white blood cells look like in Hindi

उत्तर: ल्यूकोसाइट्स रंगहीन होती हैं, लेकिन माइक्रोस्कोप के नीचे जांच करने और डाई से रंगने पर वे हल्के बैंगनी से गुलाबी रंग की दिखाई दे सकती हैं। इन गोल आकार की अत्यंत छोटी कोशिकाओं में एक स्पष्ट केंद्र झिल्ली (नाभिक) पाई जाती है।

प्रश्न 3. ल्यूकोसाइट्स कितनी बड़ी होती हैं?How big are white blood cells in Hindi

उत्तर: ल्यूकोसाइट्स को केवल माइक्रोस्कोप से ही देख सकते हैं। हालाँकि WBC, लाल रक्त कोशिकाओं (RBC) से बड़ी होती हैं और इनका आकार अनियमित होता है। WBC का व्यास 8-12 माइक्रोन होता है, जबकि RBC का व्यास 7.5 माइक्रोन होता है। सबसे छोटी ल्यूकोसाइट्स लिम्फोसाइट्स होती हैं, जिनका व्यास लगभग 5 माइक्रोन से शुरू होता है। सबसे बड़ी Leukocyte ग्रैन्यूलोसाइट्स (Granulocytes) अर्थात न्यूट्रोफिल्स, इओसिनोफिल्स, बेसोफिल्स हैं।

प्रश्न 4. शरीर में कितनी ल्यूकोसाइट्स हैं?How many leukocyte are in body in Hindi

उत्तर: WBC या ल्यूकोसाइट्सआपके रक्त का 1% होती हैं।

प्रश्न 5. ल्यूकोसाइट्स कैसे बनती हैं?How are leukocytes formed in Hindi

उत्तर: ल्यूकोसाइट्स का निर्माण हड्डियों के अंदर के कोमल ऊतकों (bone marrow) में होता है। दो प्रकार की श्वेत रक्त कोशिकाएं (लिम्फोसाइट्स) थाइमस ग्रंथि में (T cells) और लिम्फ नोड्स तथा प्लीहा में (B cells) बनती हैं।

प्रश्न 6. WBC काउंट के लिए सामान्य परीक्षण कौन सा है – Which is the common test for WBC count in Hindi

उत्तर: सीबीसी टेस्ट आपके रक्त में कोशिकाओं की जानकारी के एक सामान्य परीक्षण है।

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