ब्रह्म कमल का फूल साल में केवल एक बार खिलता है। ब्रह्म कमल को हिंदू धर्म में सबसे शुभ और पवित्र माना जाता है। इसे देखने वाला काफी भाग्यशाली होता है और इसे घर पर लगाने से सुख, समृद्धि आती है।
ब्रह्म कमल का फूल सूर्यास्त के बाद खिलता है और केवल एक रात के लिए। सुबह होते ही यह फूल मुरझाकर टूट जाता हैं
अन्य नाम: क्वीन ऑफ द नाइट, ऑर्किड कैक्टस, डचमैन्स पाइप
फूल खिलने का समय: मध्य जून से मध्य अक्टूबर तक के महीने के दौरान, रात्रि के समय।
खुशबू: ऑर्किड जैसी।
ब्रह्म कमल की सामान्य जानकारी
ब्रह्म कमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प है। इन फूलों का उपयोग बद्रीनाथ के मंदिरों की तरह पहाड़ी मंदिरों में प्रसाद के रूप में किया जाता है।
इसमें कई औषधीय गुण होते हैं। ब्रह्म कमल की सुगंध का उपयोग इत्र उद्योग और अरोमाथेरेपी में किया जाता है।
ब्रह्म कमल को पत्ती और तने की कटिंग से आसानी से उगाया जा सकता है। यह 18°C से 25°C के बीच तापमान पर अच्छी तरह ग्रो करता है।