मानसून के दौरान घर के बगीचे की देखभाल करने के तरीके 

मानसून का मौसम पौधों के बढ़ने और फलने-फूलने के लिए बहुत ही बढ़िया समय होता है। मानसून में पौधे बहुत तेज़ी से बढ़ते हैं, इसलिए उन्हें देखभाल की आवश्यकता होती है।  

आइये जानते हैं, पेड़ पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए बारिश के मौसम में होम गार्डन की देखभाल करने के तरीके के बारे में 

पौधों की तेज वृद्धि और भारी बारिश के कारण उर्वरकों की जरूरत बढ़ जाती हैं।  आप जैविक खाद या कम्पोस्ट का इस्तेमाल या फिर तरल उर्वरक का छिड़काव कर सकते हैं।

1. उर्वरक (Fertilisation) 

पानी के ठहराव और जड़ सड़न से बचने के लिए मिट्टी का मिश्रण अच्छी जल निकासी वाला हो। आप बारिश के मौसम में मिट्टी में 30% तक कोकोपीट का उपयोग करें।

2. मिट्टी (Soil)

मानसून के दौरान पौधों के मरने का सबसे आम कारण अधिक पानी देना है। जड़ों का सड़ना बहुत आम है, इसलिए पौधे की मिट्टी सूखी होने पर ही पानी दें। 

3. पानी देना (Watering) 

गमलों के जल निकासी छेदों की जाँच करें। जल निकासी छेद में स्क्रूड्राइवर जैसा कोई नुकीला औजार डालें और सुनिश्चित करें कि यह खुले हों।

4. गमलों में ड्रेनेज  

बारिश के मौसम में पौधों की वृद्धि अधिकतम होती है। अपने बगीचे के पौधों की नियमित रूप से छँटाई करें। इससे नई टहनियों और शाखाओं को बढ़ने में मदद मिलती है।

5. कटाई/छँटाई (Prune)

मानसून के दौरान स्लग, घोंघे जैसे कीट पनपते हैं, इसलिए कीटों के संक्रमण से बचने के लिए नीम तेल कीटनाशक का नियमित छिड़काव करें। हालाँकि, केंचुए और मेंढक को माली का मित्र कहा जाता है।

6. कीट नियंत्रण (Pest control)

बारिश के दौरान खरपतवार तेज़ी से बढ़ती है और यह पौधों को पोषण प्राप्त नहीं होने देती हैं। इसलिए, खरपतवार की वृद्धि को रोकने के लिए समय-समय पर निराई करते रहें।

7. खरपतवारों को हटाएँ

If you liked this information, then do share the story.

..................................................

..................................................