टेरेस गार्डन  बनाने की  10 आसान टिप्स

छत पर गार्डन बनाना घर में हरियाली जोड़ने का एक बेहतरीन तरीका है अगर आप टेरेस गार्डन बनाने जा रहे हैं, तो हम आपको छत पर गार्डन बनाने के 10 आसन टिप्स बतायेंगे। terrace gardening Tips in Hindi 

टेरेस गार्डनिंग में छत अधिक समय तक गीला रहता है, इसलिए घर की सुरक्षा के लिए छत की वाटरप्रूफिंग करें और पानी बाहर निकालने की उचित व्यवस्था करें।

छत को वाटरप्रूफ करें

अगर छत पर रेज्ड बेड बनाकर गार्डनिंग करते हैं, तो आपको इसका ले आउट बनाना होगा, कि किस स्थान पर पौधे लगाना है और किसे खाली छोड़ना है।

लेआउट बनाएं

छत पर गार्डन बनाने के लिए आपको उचित साइज़ और मटेरियल के गमले खरीदने होंगे। पौधे के अनुसार गमले का साइज चुनें, जिसमें अच्छा ड्रेनेज सिस्टम हो।

गमलों की व्यवस्था करें

सुनिश्चित करें कि छत पर लगे पौधों को प्रतिदिन 4-6 घंटे धूप मिले, इसके अलावा गर्मियों की तेज धूप के दौरान उन्हें कुछ छाया प्रदान करने पर भी विचार करें।

धूप की व्यवस्था करें

पौधों के लिए अच्छी जल निकासी वाली, नमीयुक्त और पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी का प्रयोग करें। आप पॉटिंग मिक्स बाजार से खरीद सकते हैं या स्वयं तैयार कर सकते हैं।

सही मिट्टी तैयार करें 

छत पर लगाने के लिए ऐसे पौधे चुनें, जो सीधी धूप पसंद करते हों, जैसे मिर्च, गेंदा, टमाटर और शिमला मिर्च। छाया में उगने वाले पौधे को कोई छायादार स्थान बनाएं।

पौधों का चयन करें

गर्मियों के दौरान वाष्पीकरण अधिक होता है, इसलिए इस समय छत के पौधों को दिन में दो बार पानी देने की आवश्यकता हो सकती है।

पौधों को पानी दें 

गमले में लगे पौधों को 3 से 4 सप्ताह में एक बार संतुलित उर्वरक दें। आप मिट्टी में खाद मिला सकते हैं, या खाद की मल्चिंग कर सकते हैं।

पौधों को फ़र्टिलाइज करें

पौधों के स्वस्थ विकास के लिए डेडहेड करना जरूरी है। पौधों से रोगग्रस्त, टूटी या मुड़ी हुई शाखाओं को हटाएं, तथा सूखे हुए फूलों को तोड़कर अलग करें।

डेडहेड और पिंचिंग करें

कीटों और रोगों से सुरक्षित रखने के लिए पौधों की नियमित जांच करें और जरूरत पड़ने पर नीम तेल या साबुन के घोल का छिडकाव करें।

कीटों की जांच करें

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