अभी कुछ वर्षों से भारत किचन गार्डन बहुत लोकप्रिय है। जैसे-जैसे शहर बढ़ रहे हैं, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता दिखाते हुए कई घर अपनी सब्ज़ियाँ और जड़ी-बूटियाँ स्वयं उगा रहे हैं।
खुद का किचन गार्डन बनाकर, आप अपनी मनचाही ऑर्गेनिक सब्जियां उगा सकते हैं। घर पर उगाई गई सब्जियों पर कोई हानिकारक कीटनाशक और रसायन नहीं होंगे।
घर पर उगाई गई सब्जियां केवल ताजी और ऑर्गेनिक नहीं होती हैं, बल्कि पोषक तत्वों और विटामिनों से भरपूर होती हैं। अतः किचन गार्डन आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
आप तय कर सकते हैं कि आपको फलों और सब्जियों की कटाई कब करनी है। बाजार से कच्चे, बेस्वाद फल-सब्जी के बदले आप जरूरत के अनुसार कभी भी ताज़ी, पकी हुई सब्ज़ियाँ तोड़ सकते हैं।
किचन गार्डन होने का मतलब है कि हर हप्ते सब्जी बाजार जाने से छुटकारा पाना। घर पर कई तरह की सब्ज़ियाँ, और माइक्रोग्रीन उगाकर आप समय और पैसे दोनों बचा पायेंगे।
किचन गार्डन पर्यावरण और हवा में सुधार के लिए अच्छा है। जब आप स्वयं सब्जियां उगाते हैं, तो आपको सब्जियां लाने-ले जाने, स्टोर करने की जरूरत नहीं होती, जिससे प्रदूषण कम होता है।
घर में उगाई गई सब्जियां अक्सर बाजार से खरीदी गई सब्जियों की तुलना में बेहतर स्वाद देती हैं। आप किचन गार्डन में अलग-अलग वैरायटी की सब्जियां उगा सकते हैं।
किचन गार्डन किचन के अपशिष्ट को कम करने में मदद कर सकता है। सब्ज़ियों के छिलके, चायपत्ती के अवशेष और अन्य जैविक अपशिष्ट से आप खाद तैयार कर सकते हैं।
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