बायो अल्कोहल: जीवाश्म ईंधन का एक Eco-Friendly विकल्प – What is Bioalcohol And Uses in Hindi
Bioalcohol in Hindi, हाल ही में, कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में वृद्धि के कारण होने वाली ग्लोबल वार्मिंग के समाधान के लिए बायोमास-आधारित ऊर्जा उत्पादन का सक्रिय रूप से अध्ययन किया गया है। विशेषकर, जैसे-जैसे वायु परिवहन क्षेत्र में ऊर्जा की खपत बढ़ती है, कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन भी साथ-साथ बढ़ता है। इसलिए, इस समस्या को हल करने के लिए बायो-जेट ईधन (bio-jet fuel) उत्पादन तकनीक सक्रिय रूप से विकसित की जा रही है। बायो-जेट ईंधन में बायो-ब्यूटेनॉल (bio-butanol and bio-ethanol,) और बायो-इथेनॉल जैसे बायो अल्कोहल (जैव-अल्कोहल) का उपयोग करना शामिल है। इस लेख में हम बायो अल्कोहल क्या है इसके बारे में विस्तार से जानेंगे।
बायो अल्कोहल क्या है? – What is Bioalcohol in Hindi
बायोअल्कोहल (जैव-अल्कोहल) को केवल जैविक संसाधनों या बायोमास से उत्पादित अल्कोहल के रूप में परिभाषित किया जा सकता है। बायो अल्कोहल में बायो इथेनॉल और बायो-ब्यूटेनॉल शामिल हैं। यह नवीकरणीय जैविक स्रोतों से उत्पादित अल्कोहल-आधारित ईंधन हैं। जैव-अल्कोहल के जैविक स्रोतों में मक्का, गन्ना, गेहूं और यहां तक कि जैविक अपशिष्ट भी शामिल हो सकते हैं। यातायात साधनों के लिए जैव-अल्कोहल एक पर्यावरण के अनुकूल स्वच्छ ईंधन है। यह ग्रीनहाउस गैस और जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करने का भी एक साधन है।
दुनिया भर में कुल उत्पादन मात्रा और उपयोग की मात्रा को देखते हुए बायोएथेनॉल को सामूहिक रूप से बायो-अल्कोहल कहा जाता है। ईंधन के रूप में अल्कोहल का उपयोग मौजूदा आंतरिक दहन इंजनों में किया जा सकता है।
बायो अल्कोहल की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि – Bioalcohol Historical Background in Hindi
ईंधन के रूप में अल्कोहल का उपयोग करने की अवधारणा ऑटोमोबाइल उद्योग के शुरुआती दिनों से चली आ रही है। हेनरी फोर्ड ने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की थी, जहां सभी ऑटोमोबाइल इथेनॉल पर चलेंगे, और उन्होंने Model T को गैसोलीन (gasoline) या अल्कोहल पर चलने के लिए डिज़ाइन किया था।
पर्यावरण प्रदूषण संबंधी चिंताओं और टिकाऊ ऊर्जा समाधानों की आवश्यकता के कारण, हाल के दशकों में ईंधन विकल्प के रूप में जैव अल्कोहल को व्यापक रूप से अपनाया गया है।
साल 2022 में दुनिया भर में पिछले साल के मुकाबले 850 मिलियन गैलन ज़्यादा बायो-एथेनॉल का उत्पादन किया गया। संयुक्त राज्य अमेरिका प्रति वर्ष 14.4 बिलियन गैलन बायो-एथेनॉल की खपत करता है। संयुक्त राज्य अमेरिका और दक्षिण अमेरिका, विशेष रूप से ब्राजील, जैव-इथेनॉल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। 2010 से पहले ब्राजील जैव-इथेनॉल निर्यातक के रूप में पहले स्थान पर था, लेकिन उसके बाद संयुक्त राज्य अमेरिका जैव-इथेनॉल के प्रमुख निर्यातक के रूप में ब्राजील से आगे निकल गया है।
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बायोअल्कोहल के उत्पादन का तरीका – Bio Alcohol Production Methods in Hindi
बायो अल्कोहल का निर्माण बायोमास की एक विस्तृत श्रृंखला से किया जा सकता है, जिसमें फसलें या अवशेष और खाद्य अपशिष्ट शामिल हैं। पहली पीढ़ी के जैव-अल्कोहल का उत्पादन फसलों से होता है। दूसरी पीढ़ी के जैव-अल्कोहल (Bio alcohol) का उत्पादन लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास, जैसे वानिकी या कृषि अवशेषों से किया जाता है।
इथेनॉल का उत्पादन क्रमशः गन्ना और मक्का जैसी फसलों की चीनी/स्टार्च से किया जाता है। इन फसलों में मौजूद चीनी को सूक्ष्म जीवों द्वारा अवायवीय रूप से किण्वित किया जाता है, जिससे जैव ईंधन (बायोइथेनॉल जैसे बायोअल्कोहल) की पहली पीढ़ी तैयार होती है। इथेनॉल उत्पादन के कुछ अन्य स्रोतों में गेहूं, चुकंदर और मीठा ज्वार (sweet sorghum) शामिल हैं।
किण्वन प्रक्रिया – Fermentation Process in Hindi
जैव अल्कोहल के उत्पादन की सबसे आम विधि में पौधों की सामग्री में पाए जाने वाले शर्करा का किण्वन (fermentation of sugars) शामिल है। किण्वन नामक प्रक्रिया में यीस्ट (Yeasts) के माध्यम से इन शर्कराओं को अल्कोहल में परिवर्तित किया जाता है। इस प्रक्रिया में उपयोग किए जाने वाले प्राथमिक कच्चे माल में मक्का, गन्ना और अन्य कार्बोहाइड्रेट युक्त फसलें शामिल हैं।
आसवन और शुद्धिकरण – Distillation and Purification of Bio Alcohol in Hindi
किण्वन के बाद, परिणामी मिश्रण से अल्कोहल को अलग करने के लिए आसवन (distillation) से गुजरना पड़ता है। ईंधन के रूप में उपयोगी बनाने के लिए उपयुक्त उच्च शुद्धता वाले जैव अल्कोहल का उत्पादन करने के लिए आणविक छलनी (molecular sieves) और निर्जलीकरण (dehydration) प्रक्रियाओं जैसी विभिन्न शुद्धिकरण विधियों का उपयोग किया जाता है।
सह-उत्पाद और उप-उत्पाद – Co-Products and Byproducts of Bio Alcohol in Hindi
जैव अल्कोहल (Bioalcohol) के उत्पादन से अक्सर सह-उत्पाद और उप-उत्पाद प्राप्त होते हैं, जिनका उपयोग विभिन्न अनुप्रयोगों में किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, डिस्टिलर्स अनाज (distillers’ grains), जो मक्का (corn) से इथेनॉल उत्पादन का उपोत्पाद है, का उपयोग पशु आहार के रूप में किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त जैव अल्कोहल का निर्माण, बायोगैस और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों के उत्पादन में योगदान दे सकता है।
बायो अल्कोहल का उपयोग – Use of Bio Alcohol in Hindi
बायो-एथेनॉल का उपयोग परिवहन ईंधन के साथ-साथ अन्य ईंधनों (जैसे बायोगैस) के उत्पादन के लिए होता है। बायो-एथेनॉल का उपयोग वर्तमान में नवीकरणीय ऊर्जा जैसे, हाइड्रोजन उत्पादन और बायो-जेट ईंधन (hydrogen and bio-jet fuel) उत्पादन के लिए ईंधन स्रोत के रूप में किया जा रहा है। दुनिया भर का ध्यान बायो-एथेनॉल को पर्यावरण-अनुकूल हाइड्रोजन और बायो-जेट ईंधन में कुशल बनाने पर केंद्रित है।
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बायो अल्कोहल के लाभ – Benefits of Bioalcohol in Hindi
- ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी – कम कार्बन उत्पादन के कारण जैव अल्कोहल को जीवाश्म ईंधन की तुलना में अधिक पर्यावरण अनुकूल ईंधन माना जाता है।
- ऊर्जा सुरक्षा – जैव अल्कोहल उत्पादन, जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता को कम करके ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ा सकता है।
- नौकरी सृजन और आर्थिक विकास – Bioalcohol उद्योग में आर्थिक विकास को प्रोत्साहित कर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा कर सकती हैं।
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