बहिःस्रावी ग्रंथि: परिभाषा, प्रकार, और कार्य – What is Exocrine Gland in Hindi
बहिःस्रावी ग्रंथियाँ (exocrine gland in Hindi) हमारे शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। यह कई अलग-अलग अंगों में पाई जाती हैं। एक्सोक्राइन ग्रंथियाँ आपके पसीने की ग्रंथियों से पसीना, अश्रु ग्रंथियों से आँसू, लार ग्रंथियों से लार, स्तन ग्रंथियों से दूध और बहुत कुछ स्रावित करती हैं। इन ग्रंथियों के द्वारा उत्पादित स्राव का उपयोग शरीर की विभिन्न प्रक्रियाओं के लिए किया जाता है। इस लेख में हम बहिःस्रावी ग्रंथियों के प्रकार और उनके कार्य को विस्तार से समझेंगे।
बहिःस्रावी ग्रंथि क्या है? – What is Exocrine Gland in Hindi
एक्सोक्राइन ग्रंथि वे ग्रंथियाँ होती हैं जो आपके शरीर की सतहों पर छिद्रों या नलिकाओं (ducts) के माध्यम से पदार्थों का स्राव करती हैं। एक्सोक्राइन ग्रंथियाँ पसीना, आँसू, लार, दूध और पाचन रस को बाहर निकलती हैं। एक्सोक्राइन ग्रंथियाँ आपके शरीर के कई अलग-अलग अंगों में पाई जा सकती हैं। एक्सोक्राइन ग्रंथियों के उदाहरणों में पसीने की ग्रंथियाँ, अश्रु ग्रंथियाँ, लार ग्रंथियाँ, स्तन ग्रंथियाँ और पेट, अग्न्याशय और आंतों में पाचन ग्रंथियाँ शामिल हैं।उनके कई तरह के कार्य होते हैं।
बहिःस्रावी ग्रंथियों के प्रकार – Types of Exocrine Glands in Hindi
कार्य के आधार पर बहिःस्रावी ग्रंथियों के प्रकार निम्न हैं:
1. लार ग्रंथियाँ (Salivary Glands): ये ग्रंथियाँ लार का स्राव करती हैं। लार आपके भोजन को पचाने में मदद करती है। लार आपके ऊतकों की आंतरिक परत को चिकनाई और सुरक्षा प्रदान करती है।
2. पसीना ग्रंथियाँ (Sweat Glands): यह पसीने की ग्रंथियाँ आपके शरीर की लगभग पूरी सतह को कवर करती है। ये पसीने की ग्रंथियाँ साफ़, गैर-तैलीय पसीना पैदा करती हैं जो शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
3. तेल ग्रंथियाँ (Sebaceous Glands) या वसामय ग्रंथियाँ: ये ग्रंथियाँ त्वचा और बालों को चिकना बनाए रखने के लिए सीबम (Sebum) का स्राव करती हैं। सीबम एक तैलीय पदार्थ है।
4. अश्रु ग्रंथियाँ (Lacrimal Glands): आंसू ग्रंथियाँ या लैक्रिमल ग्रंथियाँ आँसू स्रावित करती हैं, जो आँखों को साफ और नमीयुक्त रखने में मदद करता है। यह ग्रंथियाँ आपकी ऊपरी पलकों के ऊपर स्थित होती हैं।
5. स्तन ग्रंथियाँ (Mammary glands): आपकी स्तन ग्रंथियाँ दूध का उत्पादन करती हैं। आपका दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है और आपके बच्चे की विकसित हो रही प्रतिरक्षा प्रणाली की रक्षा करने में मदद करता है।
6. सेरुमिनस ग्रंथियाँ ( Ceruminous glands): सेरुमिनस ग्रंथियाँ कानों में पाई जाती हैं। वे कान के मोम (सेरुमेन) का उत्पादन करने में मदद करती हैं। कान का मोम आपके कानों को शारीरिक क्षति और संक्रमण से बचाता है।
7. पेट की ग्रंथियाँ (Stomach glands): आपके पेट में ग्रंथियाँ एंजाइम का स्राव करती हैं। एंजाइम भोजन को तोड़ने और महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करते हैं।
8. ब्रूनर ग्रंथियाँ (Brunner glands): ब्रूनर ग्रंथियाँ आपकी छोटी आंत के पहले भाग में स्थित होती हैं। इसे आपका डुओडेनम (duodenum) कहा जाता है। ब्रूनर ग्रंथियाँ बलगम का उत्पादन करती हैं जो डुओडेनम को पेट के एसिड से बचाता है।
9. लिवर और अग्न्याशय भी एक्सोक्राइन ग्रंथियाँ हैं। आपका लिवर, जठरांत्र संबंधी मार्ग (gastrointestinal tract) में नलिकाओं के माध्यम से पित्त (bile) स्रावित करता है। आपका अग्न्याशय, जठरांत्र संबंधी मार्ग में नलिकाओं के माध्यम से अग्नाशयी रस (pancreatic juices) स्रावित करता है। लेकिन लिवर और अग्न्याशय को अंतःस्रावी ग्रंथियाँ भी माना जाता है।
अंतःस्रावी और बहिःस्रावी ग्रंथियों में क्या अंतर है?
बहिः स्रावी ग्रंथियों के द्वारा निकलने वाले पदार्थ नलिकाओं के माध्यम से आपके शरीर की सतह पर स्रावित होते हैं। दूसरी ओर, अंतःस्रावी ग्रंथियों से निकलने वाले पदार्थ सीधे आपके रक्तप्रवाह में स्रावित होते हैं। अंतःस्रावी ग्रंथियों को नलिकाविहीन ग्रंथियाँ भी कहा जाता है। अंतःस्रावी ग्रंथियाँ हार्मोन स्रावित करती हैं।
बहिःस्रावी ग्रंथियों की विशेषताएँ
1. विशेष नलिकाओं के माध्यम से स्राव होता है।
2. स्रावित पदार्थों का कार्य शरीर की सतह या गुहाओं तक सीमित होता है।
3. स्रावित पदार्थ शारीरिक कार्यों को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होता है।
एक्सोक्राइन ग्रंथियों का महत्व
1. शरीर की सुरक्षा: अश्रु ग्रंथियाँ आँसू के माध्यम से आँखों की सुरक्षा करती हैं।
2. तापमान नियंत्रण: पसीना ग्रंथियाँ शरीर को ठंडा रखने में मदद करती हैं।
3. पाचन प्रक्रिया में सहायता: लार और पाचक ग्रंथियाँ एंजाइम का उत्पादन करती हैं।
4. त्वचा की देखभाल: वसामय ग्रंथियाँ त्वचा और बालों को नमी प्रदान करती हैं।
एक्सोक्राइन ग्रंथि से संबंधित प्रश्न उत्तर
प्रश्न 1. बहिःस्रावी ग्रंथि के नाम लिखिए?
उत्तर: मनुष्य के शरीर की मुख्य बहिःस्रावी ग्रंथियाँ निम्न हैं:
- लार ग्रंथि,
- अग्न्याशय,
- स्तन ग्रंथि,
- अश्रु ग्रंथि,
- पसीने की ग्रंथि,
- वसामय ग्रंथि,
- श्लेष्म ग्रंथि.
प्रश्न 2. सबसे बड़ी बहिःस्रावी ग्रंथि कौन सी है?
उत्तर: मानव शरीर की सबसे बड़ी बहिःस्रावी ग्रंथि यकृत है।
प्रश्न 3. सबसे छोटी बहिःस्रावी ग्रंथि कौन सी है
उत्तर: मनुष्य की सबसे छोटी बहिःस्रावी ग्रंथि अश्रु ग्रंथि (Lacrimal Gland) मानी जाती है।
निष्कर्ष
बहिःस्रावी ग्रंथियाँ शरीर के लिए अनिवार्य अंग हैं। इनके बिना हमारा शरीर बाहरी और आंतरिक प्रक्रियाओं को सही ढंग से पूरा नहीं कर सकता। इन ग्रंथियों के माध्यम से स्रावित पदार्थ हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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