बीज अंकुरण के लिए क्या जरूरी है, जानें आवश्यक परिस्थितियां – The Conditions Necessary for Seed Germination In Hindi
पौधों के अस्तित्व के लिए बीजों को “अंकुरित” होना आवश्यक है। लेकिन बीज किससे अंकुरित होता है? यह जानना बेहद जरुरी है। कुछ प्रमुख चीजें हैं जो बीजों को सफलतापूर्वक अंकुरित करती हैं, लेकिन यदि आप उन्हें अनदेखा करते हैं, तो आपका अंकुरण खराब हो सकता है। बीज कैसे अंकुरित होते हैं, बीज अंकुरण के लिए क्या जरूरी है? जानने के लिए लेख पूरा पढ़े।
अंकुरण क्या होता है – What is Seed Germination in Hindi
अंकुरण अर्थात जर्मिनेशन वह प्रक्रिया है, जिसके द्वारा बीज पौधे के रूप में विकसित होने लगते हैं। अंकुरण की सम्पूर्ण प्रक्रिया को समाप्त होने में एक से दो सप्ताह का समय लग सकता है। जर्मिनेशन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को समझने के लिए आपको यह जानना होगा कि एक बीज को पौधा बनने के लिए किन चीज़ों की आवश्यकता होती है!
बीज के अंदर क्या होता है? – What’s Inside a Seed in Hindi
प्रत्येक बीज, पौधे के जीवन चक्र की एक भ्रूणीय अवस्था (embryonic stage) होती है। अधिकांश बीजों के तीन भाग होते हैं: भ्रूण(embryo), भ्रूणपोष (endosperm) और बीज आवरण (seed coat)। भ्रूण (embryo) एक छोटा भ्रूणीय पौधा है, जिसमें एक जड़, एक तना और एक या अधिक पत्तियाँ होती हैं। भ्रूणपोष (endosperm) बीज का खाद्य भंडार होता है, जिसमें अक्सर स्टार्च, तेल और प्रोटीन शामिल होते हैं।
जब आवश्यक परिस्थितियां मिलने पर एक बीज अंकुरित होता है, तो जड़ बीज के आवरण को तोड़ देती है और पानी की तलाश में नीचे चली जाती है (गुरुत्वाकर्षण के कारण)। प्रकाश की तलाश में अंकुर ऊपर की ओर चला जाता है। बीज अंधेरे में अंकुरित हो सकते हैं, लेकिन अंकुरण के तुरंत बाद प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया के लिए प्रकाश की आवश्यकता होती है।
नोट: बीज अंकुरण के बाद पहली पत्तियों को बीजपत्र कहा जाता है और बाद में आने वाली “ट्रू लीफ” जैसी नहीं दिखती हैं।
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बीज अंकुरण के लिए क्या जरूरी है – Required Conditions For Seed Germination In Hindi
मुख्य रूप से माना जाता है कि एक बीज को अंकुरित होने के लिए हवा, पानी और मिट्टी (ग्रोइंग मीडियम) की आवश्यकता होती है, लेकिन इसके अलावा तापमान भी बीज अंकुरण को प्रभावित करने वाली एक आवश्यक परिस्थिति है। इन सबके अलावा कुछ अन्य कारक भी सफलतापूर्वक बीज अंकुरण के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। सफल बीज अंकुरण के लिए क्या जरूरी है? या बीजों के अंकुरण की प्रक्रिया को प्रभावित करने वाले कारक क्या हैं? आइये जानते हैं:
- ग्रोइंग मीडियम
- नमी या पानी
- हवा
- अंकुरण तापमान
- प्रकाश
- बीज बोने की गहराई
बीज अंकुरण के लिए आवश्यक ग्रोइंग मीडियम – Growing Medium Necessary for Seed Germination In Hindi
सीड जर्मिनेशन के लिए सभी जरुरी चीजों में मिट्टी (ग्रोइंग मीडियम) सबसे प्रमुख है, जहाँ बीज अपने आपको जर्मिनेट कर पौधे में परिवर्तित होने के लिए सभी आवश्यक परिस्थितियों (हवा, पानी, तापमान) को ग्रहण करता है। अतः बीज अंकुरण के लिए ग्रोइंग मीडियम हल्का, छिद्रपूर्ण और रोगजनकों से मुक्त होना चाहिए।
बीज अंकुरण के लिए जरूरी है पानी – Water Necessary For Better Seed Germination In Hindi
बीज अंकुरण के लिए अन्य जरूरी परिस्थितियों में पानी एक प्रमुख तत्व है, जो बीज अंकुरण के लिए सुरक्षात्मक बीज आवरण को नरम बनाता है। बीज अंकुरण के लिए केवल मिट्टी को नम रखना ही पर्याप्त होता है, लेकिन कुछ प्रकार के बीजों (सख्त बीज आवरण वाले बीज) की अंकुरण दर बढ़ाने के लिए रोपण से पहले उन्हें रात भर पानी से भिगोये रखने की आवश्यकता होती है।
नमी कम होने पर सीड जर्मिनेशन प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाएंगी, इसके विपरीत अधिक नमी या पानी से बीज सड़ने की सम्भावना बढ़ जायेगी। अतः बीज अंकुरण के लिए उचित नमी प्रदान करना आवश्यक है।
बीज अंकुरण के लिए तापमान जरूरी – Ideal Temperature Necessary For Seed Germination In Hindi
अलग-अलग किस्मों के बीजों को अंकुरित होने के लिए भिन्न तापमान की आवश्यकता होती है।
कुछ बीजों को – विशेष रूप से कई बारहमासी पौधों के बीजों को- सुप्तावस्था से बाहर लाने के लिए बोने से पहले ठंडा करने की आवश्यकता होती है। बीज बोने से पहले अनुशंसित समय के लिए उन्हें फ्रिज में रख दें।
जबकि कुछ बीजों को जर्मिनेट होने के लिए अतिरिक्त गर्म तापमान की आवश्यकता होती है। मिर्च और टमाटर के बीज लगभग 24 से 26 डिग्री सेल्सियस के मध्य मिट्टी के तापमान में अच्छी तरह उगना पसंद करते हैं, जबकि लेट्यूस और कई बारहमासी सब्जियों के बीज लगभग 15 डिग्री सेल्सियस के निम्न तापमान में उगना पसंद करते हैं। आम तौर पर, अधिकांश बीजों को जर्मिनेट होने के लिए आवश्यक तापमान 65-75ºF (18-24ºC) होता है।
हवा सफल बीज अंकुरण के लिए जरूरी – Air Necessary Conditions For Seed Germination In Hindi
बीजों को सफलतापूर्वक जर्मिनेट करने के लिए पानी के साथ हवा का मिलना भी बेहद जरुरी है, हवा से बीज अंकुरण के लिए ऊर्जा मिलती है। सफल बीज अंकुरण के समय बीज को हवा अर्थात ऑक्सीजन, उसके ग्रोइंग मीडियम से प्राप्त होती है। कठोर या संतृप्त मिट्टी हवा के प्रवाह को रोकती है और अंकुरण दर को कम करती है। वर्मीक्यूलाईट या पर्लाइट के साथ एक अच्छी तरह से सूखा, ढीला ग्रोइंग मिश्रण तैयार कर उसमें बीज लगाकर, हवा की पहुंच को सुनिश्चित किया जा सकता है।
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प्रकाश बीज अंकुरण के लिए आवश्यक परिस्थिति – Light For Successful Seed Germination In Hindi
अधिकांश बीज अँधेरे में अच्छी तरह अंकुरित होते हैं, जिन्हें हम नेगेटिव फोटोब्लास्टिक सीड्स कहते है। जबकि कुछ बीजों को अंकुरित होने के लिए वास्तव में प्रकाश की आवश्यकता होती है, इसलिए उन्हें मिट्टी के ऊपर बिखेर दिया जाता है, दबाया नहीं जाता है। अतः लाइट की उपस्थिति में जर्मिनेट होने वाले इन बीजों को पॉजिटिव फोटोब्लास्टिक सीड्स कहा जाता है।
अँधेरे में उगने वाले बीजों को मिट्टी में उचित गहराई पर दबाया जाता है, जबकि प्रकाश की उपस्थिति में उगने वाले बीजों को मिट्टी की सतह पर बोया जाता है, तथा मिट्टी के संपर्क में रखने के लिए बारीक वर्मीक्यूलाईट का छिड़काव कर देते हैं। याद रखें, सतह पर बोये जाने वाले बीजों को हल्के स्प्रेयर से पानी देना चाहिए।
बेहतर सीड जर्मिनेशन के लिए उचित गहराई – Proper Planting Depth For Seed Germination In Hindi
सफल बीज अंकुरण के लिए प्रकाश-हवा-पानी की उचित पूर्ति में, बीज बोने की गहराई महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अँधेरे में उगने वाले बीजों को मिट्टी में उचित गहराई पर, जबकि प्रकाश की उपस्थिति में उगने वाले बीजों को मिट्टी की सतह पर बोया जाता है। बेहतर जर्मिनेशन के लिए बीज बोने की गहराई का सामान्य नियम यह है कि, उन्हें बीज की चौड़ाई के 2-3 गुना अधिक गहराई तक बोया जाए।
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बीज कैसे अंकुरित होते हैं – How Do Seeds Germinate in Hindi
जब तक अंकुरण के लिए आवश्यक परिस्थितियाँ प्राप्त नहीं होती हैं, तक बीज सुप्त या निष्क्रिय रहते हैं। सभी बीजों को अंकुरित होने के लिए पानी, हवा और उचित तापमान की आवश्यकता होती है। कुछ बीज पूर्ण प्रकाश में बेहतर अंकुरित होते हैं, जबकि अन्य को अंकुरित होने के लिए अंधेरे की आवश्यकता होती है।
जब एक बीज को उचित परिस्थितियां प्राप्त होती हैं, तो पानी और हवा को बीज आवरण के माध्यम से अंदर ले लिया जाता है। इससे भ्रूण(embryo) की कोशिकाएं बड़ी होने लगती हैं, जिससे बीज का आवरण टूट जाता है, और पहले एक जड़ या मूलांकुर निकलता है, उसके बाद अंकुर या प्लम्यूल निकलता है, जिसमें पत्तियाँ और तना होता है।
बीज अंकुरित क्यों नहीं होते हैं – Why Seeds Do Not Germinate in Hindi
कई चीजें खराब अंकुरण या बीज ख़राब होने का कारण बन सकती हैं, जो निम्न हैं:
- अधिक पानी – अत्यधिक पानी देने से पौधे को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती है, जिससे अंकुरण ख़राब हो जाते हैं।
- अधिक गहराई – बीज को बहुत गहराई में बोने से मिट्टी की सतह तक पहुंचने से पहले ही बीज की सारी संग्रहीत ऊर्जा खर्च हो जाती है।
- शुष्क परिस्थितियां – शुष्क परिस्थितियों का मतलब है, कि पौधे में अंकुरण प्रक्रिया शुरू करने और इसे जारी रखने के लिए पर्याप्त नमी नहीं मिल पाती है।
- कठोर आवरण – कुछ बीज का बाह्य आवरण इतना कठोर होता है कि जब तक आवरण नहीं टूटता, तब तक पानी और ऑक्सीजन बीज के अंदर प्रवेश नहीं कर पाते। अतः ऐसे बीजों को बोने से पहले भिगोने या खरोंचने से बीज के आवरण को तोड़ने में मदद मिलेगी।
- अनुचित तापमान – कुछ बीजों को जर्मिनेट होने के लिए उचित तापमान प्रदान करने की आवश्यकता होती है। सेब के बीज तब तक अंकुरित नहीं होंगे, जब तक उन्हें कुछ समय तक ठंडे तापमान पर न रखा जाए।
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