कृत्रिम स्वीटनर का स्वास्थ्य पर प्रभाव, क्या हैं फायदे और नुकसान – Artificial Sweeteners Good Or Bad For You In Hindi

कृत्रिम स्वीटनर का स्वास्थ्य पर प्रभाव, क्या हैं फायदे और नुकसान - Artificial Sweeteners Good Or Bad For You In Hindi

कृत्रिम स्वीटनर का स्वास्थ्य पर प्रभाव, क्या हैं फायदे और नुकसान – Artificial Sweeteners Good Or Bad For You In Hindi

आर्टिफिशियल स्वीटनर ऐसे रसायन हैं, जिनका उपयोग खाद्य पदार्थों और पेय पदार्थों को मीठा बनाने के लिए किया जाता है। जो लोग अपनी कैलोरी या चीनी के सेवन को कम करना चाहते हैं, उन लोगों के लिए कृत्रिम स्वीटनर के उपयोग से फायदे हो सकते हैं। आजकल कई लोग अपनी डाइट में कृत्रिम स्वीटनर का उपयोग कर रहे हैं। लेकिन अधिकतर लोग जानना चाहते हैं कि कृत्रिम मिठास के क्या फायदे और नुकसान होते हैं? कृत्रिम स्वीटनर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है या नहीं? की जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।

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कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान – Artificial Sweeteners Benefits and Risks in Hindi

कृत्रिम स्वीटनर के फायदे और नुकसान - Artificial Sweeteners Benefits and Risks in Hindi

आर्टिफिशियल स्वीटनर अर्थात कृत्रिम मिठास को आम तौर पर स्वस्थ लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है, हालाँकि उनका उपयोग सीमित मात्रा में किया जाना चाहिए। कृत्रिम मिठास पैदा करने वाले पदार्थ का सेवन फायदेमंद है या नुकसानदायक, इसे हम कृत्रिम स्वीटनर और स्वस्थ स्थितियों के बीच संबंध के आधार पर समझेंगे।

कृत्रिम मिठास का भूख और वजन पर प्रभावArtificial Sweeteners Good Or Bad For Appetite and Weight In Hindi

कृत्रिम मिठास का भूख और वजन पर प्रभाव - Artificial Sweeteners Good Or Bad For Appetite and Weight In Hindi

आर्टिफिशियल स्वीटनर या कृत्रिम मिठास उन व्यक्तियों के बीच काफी लोकप्रिय है, जो वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं। हालाँकि, अध्ययनों के अनुसार कृत्रिम स्वीटनर का भूख और वजन पर प्रभाव अलग-अलग होता है।

भूख पर प्रभावEffects on Appetite In Hindi

कुछ लोगों का मानना है कि कृत्रिम मिठास भूख बढ़ा सकती है और वजन बढ़ाने में अपना योगदान दे सकती है। कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि पेट भरा हुआ महसूस करने के लिए आपको चीनी की तुलना में कृत्रिम रूप से मीठे भोजन को अधिक खाने की आवश्यकता होगी।

परन्तु हाल के कई अध्ययन इस विचार का समर्थन नहीं करते हैं कि कृत्रिम स्वीटनर भूख या कैलोरी की मात्रा को बढ़ाते हैं। वास्तव में, कई अध्ययनों में पाया गया है कि मीठे खाद्य पदार्थों या पेय पदार्थों में कृत्रिम मिठास मिलाने से भूख और कैलोरी की मात्रा कम हो सकती है। अर्थात कृत्रिम रूप से मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से कम से कम भूख लगती है और लोग कम कैलोरी का उपभोग करते हैं।

वजन पर प्रभावEffects on Weight In Hindi

कृत्रिम रूप से मीठे पेय पदार्थों के सेवन और मोटापे के बीच संबंध का पता लगाने के लिए अनेक अध्ययन किये गए हैं, जिनसे पता चला है कि कृत्रिम मिठास शरीर के वजन, वसा और कमर की परिधि को कम कर सकती है।

इन अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि नियमित शीतल पेय पदार्थों को चीनी-मुक्त पदार्थों (आर्टिफिशियल स्वीटनर) से बदलने पर बॉडी मास इंडेक्स में 1.3-1.7 अंक तक की कमी हो सकती है। अतः यदि आप नियमित रूप से शीतल पेय पदार्थ का सेवन करते हैं और अपनी चीनी की खपत कम करना चाहते हैं, तो उनके लिए कृत्रिम रूप से मीठा पेय पदार्थ या कृत्रिम स्वीटनर से फायदा मिल सकता है।

(यह भी पढ़ें: कृत्रिम मिठास पैदा करने वाले पदार्थों के नाम और उनका उपयोग…)

कृत्रिम मिठास का मधुमेह पर प्रभाव – Artificial Sweeteners Good Or Bad For Diabetes In Hindi

कृत्रिम मिठास का मधुमेह पर प्रभाव - Artificial Sweeteners Good Or Bad For Diabetes In Hindi

मधुमेह से पीड़ित लोगों को कृत्रिम स्वीटनर से लाभ हो सकता है, क्योंकि वे रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि किये बिना मीठा स्वाद प्रदान करते हैं। कई नियंत्रित अध्ययनों से पता चलता है कि कृत्रिम मिठास रक्त शर्करा या इंसुलिन के स्तर को प्रभावित नहीं करती है।

हालाँकि शोध के परिणाम एकमत नहीं हैं, लेकिन वर्तमान साक्ष्य आम तौर पर मधुमेह वाले लोगों में कृत्रिम स्वीटनर के फायदे के पक्ष में हैं। फिर भी दीर्घकालिक प्रभावों का मूल्यांकन करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है।

(यह भी पढ़ें: ब्लड शुगर क्या है, नॉर्मल ब्लड शुगर लेवल की कम्पलीट जानकारी…)

मेटाबॉलिक सिंड्रोम के लिए कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान  – Artificial Sweeteners Good Or Bad For Metabolic Syndrome In Hindi

मेटाबोलिक सिंड्रोम अनेक स्वास्थ्य समस्याओं जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, हाई ब्लड शुगर, अतिरिक्त पेट वसा और असामान्य कोलेस्ट्रॉल स्तर इत्यादि के एक समूह को प्रदर्शित करता है। ये स्थितियाँ स्ट्रोक, हृदय रोग और टाइप 2 मधुमेह जैसी पुरानी बीमारियों के खतरे को बढ़ा देती हैं।

हालाँकि, उच्च-गुणवत्ता वाले अध्ययनों से पता चलता है कि कृत्रिम मिठास का मेटाबॉलिक सिंड्रोम पर या तो कोई प्रभाव नहीं होता है या सुरक्षात्मक होता है। अतः चीनी युक्त आहार के स्थान पर कृत्रिम रूप से मीठे पदार्थों का उपयोग करने से कई चिकित्सीय स्थितियों का खतरा कम हो सकता है।

कृत्रिम मिठास का आंत स्वास्थ्य पर प्रभाव – Artificial Sweeteners and Gut Health In Hindi

कृत्रिम मिठास का आंत स्वास्थ्य पर प्रभाव - Artificial Sweeteners and Gut Health In Hindi

आंत स्वास्थ्य में खराबी कई समस्याओं की जननी है। आंत के बैक्टीरिया आपके स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आंत बैक्टीरिया के कार्य अलग-अलग होते हैं और आप जो भी खाते हैं उससे वह प्रभावित होते हैं।

कृत्रिम मिठास कुछ लोगों में आंत बैक्टीरिया के संतुलन को बाधित कर सकती है, जिससे बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। हालाँकि, इस प्रभाव की पुष्टि के लिए और अधिक अध्ययन की आवश्यकता है।

कैंसर के लिए कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान – Artificial Sweeteners Good Or Bad For Cancer In Hindi

कैंसर के लिए कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान - Artificial Sweeteners Good Or Bad For Cancer In Hindi

1970 के दशक से, इस बात पर बहस छिड़ी हुई है कि क्या कृत्रिम मिठास और कैंसर के खतरे के बीच कोई संबंध है।

एक अध्ययन में 9,000 प्रतिभागियों में कृत्रिम स्वीटनर सेवन का विश्लेषण किया गया। परन्तु शोधकर्ताओं को कृत्रिम मिठास और विभिन्न प्रकार के कैंसर के विकास के जोखिम के बीच कोई संबंध नहीं मिला। यदि कृत्रिम मिठास का नियंत्रित मात्रा में सेवन किया जाता है, तो कैंसर का खतरा बढ़ने की संभावना नहीं होती है।

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दांतों के लिए कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान – Artificial Sweeteners Pros and Cons for Dental Health In Hindi

दांतों के लिए कृत्रिम मिठास के फायदे और नुकसान - Artificial Sweeteners Pros and Cons for Dental Health In Hindiदांतों में कैविटी, जिसे क्षय या दांतों की सड़न के रूप में भी जाना जाता है, यह तब होती है जब आपके मुंह में बैक्टीरिया चीनी को किण्वित करते हैं, जिससे एसिड उत्पन्न होता है, जो दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है।

शर्करा के विपरीत, आपके मुंह में बैक्टीरिया कृत्रिम मिठास (Artificial Sweeteners) को किण्वित नहीं कर पाते हैं। इसका मतलब है कि वे एसिड नहीं बनाते हैं या दांतों में सड़न पैदा नहीं करते हैं। शोध से यह भी पता चलता है कि चीनी की तुलना में सुक्रालोज कृत्रिम मिठास से दांतों में सड़न होने की संभावना कम होती है।

एस्पार्टेम का सिरदर्द, अवसाद और दौरे से संबंध – Aspartame Sweeteners For Headaches, Depression, and Seizures In Hindi

कुछ कृत्रिम मिठास का अधिक सेवन करने से कुछ व्यक्तियों में सिरदर्द, अवसाद और दौरे जैसे अप्रिय लक्षण पैदा हो सकते हैं। जबकि अधिकांश अध्ययनों में एस्पार्टेम कृत्रिम स्वीटनर और सिरदर्द के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया है।

सुझाव – Safety and Side Effects Suggestion in Hindi 

कृत्रिम मिठास को आम तौर पर मानव उपभोग के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन जिन लोगों को दुर्लभ चयापचय विकार फेनिलकेटोनुरिया है या जिन्हें सल्फोनामाइड्स से एलर्जी है, उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए। इस लेख को पढ़कर भी, आपको किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए अपने आहार में किसी भी कृत्रिम स्वीटनर का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

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निष्कर्ष

आर्टिफिशियल स्वीटनर विशेष रूप से फायदेमंद होते हैं, यदि आप इन्हें अपने आहार में अतिरिक्त चीनी की मात्रा को कम करने के लिए उपयोग करते हैं।भले ही वे सुरक्षित हों और अधिकांश लोगों द्वारा अच्छी तरह सहन किए जाते हों, लेकिन कृत्रिम मिठास का सेवन करने के बाद कुछ लोगों को बुरा लग सकता है या नकारात्मक प्रभाव का अनुभव हो सकता है। सबसे अच्छा है कि व्यक्ति अपने चिकित्सक से परामर्श लें और अपने स्वास्थ्य की देखभाल में सावधानी बरतें।

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