देशी प्लांट क्या हैं, गार्डन में देशी पौधे लगाने के फायदे – Benefits Of Planting Desi Plant In Hindi
वनस्पति विज्ञान में कई तरह के पेड़-पौधों की प्रजातियों को शामिल किया गया है, जिनमें से एक हैं देशी पौधे। यह पौधे एक क्षेत्र विशेष की जलवायु के अनुकूल होते हैं और ग्रोथ करते हैं। दरअसल यह पौधे लंबे समय से एक ही स्थान पर उगाते हैं और वातावरण के अनुकूल हो जाते हैं, जिससे वहां पर रहने वाले जीव जंतु, पोलिनेटर्स आदि इन पौधों पर आश्रित हो जाते हैं। इन देशी पौधों को उगाना बेहद आसान होता है। आज इस आर्टिकल में हम देशी प्लांट क्या होते हैं (What is Native Plants In Hindi), देशी पौधों के नाम, इन्हें उगाने के फायदे पर चर्चा करेंगे। गार्डन में देशी पौधे लगाने के फायदे और नुकसान (benefits of desi plants in Hindi) जानने के लिए आर्टिकल को लास्ट तक जरूर पढ़ें।
देशी प्लांट क्या होते हैं – What are Native Plants in Hindi
देशी प्लांट, वे पौधे होते हैं, जो लंबे समय से एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र या पारिस्थितिकी तंत्र में विकसित होते हैं। यह पौधे अपने मूल क्षेत्र, स्थानीय जलवायु, मिट्टी की स्थिति और अन्य पर्यावरणीय कारकों के लिए अच्छी तरह से अनुकूल होते हैं। देशी पौधे जैव विविधता को बनाए रखने, देशी वन्य जीवन का समर्थन करने और पॉलिनेटर्स के लिए आवास जैसी पारिस्थितिकी सेवाएं प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अपने मूल क्षेत्र में उगने के कारण इन पौधों को कम देखभाल की आवश्यकता होती है। देशी पौधों के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के पेड़, झाड़ियाँ, घास, वाइल्ड फ्लावर और अन्य पौधे शामिल हैं।
प्राकृतिक देशी पौधों के नाम – Examples of Desi Plant in Hindi
यहां देशी पौधों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं, जो इस प्रकार हैं:
- पेड़ – सहजन का पेड़ (मोरिंगा), आम, जामुन, नीम
- फूल – सूरजमुखी, कोनफ्लॉवर, एस्टर फ्लावर
- झाड़ीदार पौधे जैसे- गार्डेनिया, मोगरा, बोगनविलिया, कनेर (Oleander), गुड़हल (Hibiscus), लैंटाना
आइये जानते हैं- गार्डन में देशी पौधे लगाने के फायदे या लाभ के बारे में।
(यह भी जानें: बीज उपचार क्या है, कैसे करें, इसके फायदे और नुकसान…)
देशी पौधे लगाने के फायदे – Benefits Of Growing Desi Plants In Hindi
गार्डन में लगे हुए देशी पौधे न सिर्फ अच्छी ग्रोथ करते हैं, बल्कि बहुत ही कम देखभाल के साथ उग जाते हैं। इसके अलावा भी इन देशी प्लांट को लगाने के कई सारे लाभ हैं, जिनके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे। गार्डन में देशी पौधे लगाने के फायदे कुछ इस प्रकार हैं:-
जैव विविधता का संरक्षण – Native Plants Conserve Biodiversity In Hindi
देशी पौधे पक्षियों, तितलियों, मधुमक्खियों और अन्य लाभकारी कीड़ों सहित देशी वन्यजीवों के लिए रहने की व्यवस्था और भोजन का स्रोत प्रदान करते हैं, इसलिए वह इन पौधों के पास आकर बैठना और रहना पसंद करते हैं। इन पौधों को लगाकर आप जैव विविधता को बढ़ावा देने में मदद कर सकते हैं।
पानी की बचत – Saves Water from Planting Native Plants In Hindi
स्थानीय जलवायु के अनुकूल उगने के कारण, देशी पौधों को आमतौर पर एक बार स्थापित होने के बाद विदेशी पौधों की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है। यदि आप इन पौधों को लगाते हैं, तो आपको सिंचाई की आवश्यकता भी कम होगी। जिससे न केवल आप पानी को बचा सकते हैं, बल्कि अधिक बार पानी देने की दिक्कत से भी छुटकारा पा सकते हैं।
कम देखभाल की आवश्यकता – Native Plants Less Care Required In Hindi
देशी पौधे स्वाभाविक रूप से स्थानीय पर्यावरण और मिट्टी की स्थितियों के अनुकूल होते हैं, जिससे उनकी देखभाल करना आसान हो जाता है तथा उनमें कीट और रोग संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। अगर आप इन पौधों में उर्वरक और कीटनाशकों का प्रयोग कम मात्रा में भी करते हैं तो भी यह कम देखभाल में आसानी से उग सकते हैं।
मृदा स्वास्थ्य और कटाव में कमी – Benefits Of Growing Desi Plant for the Soil In Hindi
देशी पौधों की जड़ प्रणाली व्यापक होती है, जो मिट्टी को जकड़े हुए रहती है, जिससे मिट्टी का कटाव नहीं हो पाता है। इसके अतिरिक्त यह जड़ें मिट्टी तक पानी और पोषक तत्वों को अच्छी तरह पहुँचाती हैं, जिससे उसकी संरचना में सुधार होता है।
(यह भी जानें: अम्लीय मिट्टी किसे कहते हैं? अम्लीय मृदा बनने के कारण तथा सुधार के उपाय…)
पॉलिनेशन में मदद – Growing Native Plants Benefits Pollination In Hindi
गार्डन में देशी पौधे लगाने का एक लाभ यह भी है, कि इनसे पॉलिनेशन में मदद मिलती है। कई देशी पौधे मधुमक्खियों, तितलियों और चिड़ियों जैसे पॉलिनेटर्स के लिए नेक्टर और पराग के स्रोत के रूप में काम करते हैं, जिस वजह से वह उन पौधों की ओर अधिक आकर्षित होते हैं। इसके अलावा देशी पौधों की जानकारी वहां रहने वाले कीड़ों को होती है, इससे वह आसानी से आकर्षित होने लगते हैं।
गार्डन की सुंदरता – Native Plant Benefits for Beauty of Garden In Hindi
देशी पौधे अपने विभिन्न रंगों, रूपों और बनावट गार्डन में सुंदरता का एक अलग ही परिदृश्य जोड़ते हैं। कुछ पौधे जैसे वाइल्ड फ्लावर, घास आदि आपके गार्डन को सालभर एवरग्रीन बनाए रखते हैं। यह पौधे बगीचे में सुंदरता के साथ प्रकृतिका माहोल भी लाते हैं।
जलवायु में परिवर्तन का असर – Impact Of Climate Change In Hindi
अन्य प्रजातियों की तुलना में देशी पौधों में जलवायु में परिवर्तन का असर काफी कम होता है। यह पौधे क्षेत्र विशेष की जलवायु के माहौल में ढले होते हैं, जिससे वह पर्यावरणीय तनावों का सामना भी आसानी से कर सकते हैं।
आक्रामक वृद्धि से बचाव – Avoidance Of Aggressive Growth by Planting Desi Plants In Hindi
अधिकांश देशी पौधे आक्रामक रूप से विकसित नहीं होते हैं, इसलिए इनकी वृद्धि का असर आपके गार्डन या यार्ड में लगे अन्य पौधों पर नहीं पड़ता है। आप इन पौधों को खुली जगह में भी लगा सकते हैं।
(यह भी जानें: इंडियन होम गार्डनर्स के लिए बेस्ट झाड़ीदार पौधे…)
देशी पौधे उगाने के नुकसान – Disadvantages Of Growing Desi Plants In Hindi
आमतौर पर गार्डन में देशी पौधे लगाने के बहुत से फायदे होते हैं, लेकिन इन्हें लगाते समय गार्डनर्स को कई सारी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जो कि इस प्रकार हैं:-
- उपलब्धता और चयन – नर्सरी या उद्यान केंद्रों में अन्य पौधों की तुलना में देशी पौधों का मिलना कुछ मुश्किल होता है ।
- उचित स्थान – सभी देशी पौधे हर स्थान के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं, इसलिए गार्डनर्स को पौधे की ग्रोइंग कंडीशन के अनुकूल धूप, मिट्टी के प्रकार और नमी के स्तर जैसे कारकों पर विचार करना पड़ता है।
- खिलने का सीमित समय – कुछ देशी पौधों में गैर-देशी सजावटी प्रजातियों की तुलना में खिलने की अवधि कम हो सकती है।
(यह भी जानें: पौधों के प्रकार- आकार, जीवन चक्र और बीज के आधार पर…)
इस लेख में आपने जाना देशी पौधे क्या होते हैं? देशी पौधों के नाम, गार्डन में देशी पौधे लगाने के फायदे और नुकसान के बारे में। आशा करते हैं हमारा लेख आपको अच्छा लगा हो। इस लेख के सम्बन्ध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
Post Comment