ब्रह्म कमल फूल का धार्मिक महत्व और लगाने की जानकारी – How To Grow Brahma Kamal Plant and Benefits In Hindi

ब्रह्म कमल का फूल: धार्मिक महत्त्व, उपयोग और लगाने की जानकारी - Brahma Kamal Plant Uses Benefits In Hindi

ब्रह्म कमल फूल का धार्मिक महत्व और लगाने की जानकारी – How To Grow Brahma Kamal Plant and Benefits In Hindi

ब्रह्म कमल एक दुर्लभ फूल है, जो हिमालय के पहाड़ी क्षेत्रों का मूल निवासी है। ब्रह्म कमल का फूल सूर्यास्त के बाद खिलता है और केवल एक रात के लिए खिला रहता है। सुबह होते ही यह फूल मुरझाकर टूट जाता है। अंतिम गर्मियों या शुरुआती शरद ऋतु के दौरान आप ब्रह्म कमल के फूल को खिलता हुआ देख सकते हैं। ब्रह्म कमल को हिंदू धर्म में सभी फूलों में सबसे अधिक शुभ और पवित्र माना जाता है। इसे देखने वाला काफी भाग्यशाली होता है और इसे घर पर लगाने से सुख, समृद्धि आती है। ब्रह्म कमल का फूल कहाँ मिलता है, इस फूल का धार्मिक महत्व क्या है और ब्रह्म कमल कैसे लगाएं (How To Grow Brahma Kamal In Hindi), उगाने की सारी जानकारी के लिए लेख पूरा पढ़ें।

Table of Contents

ब्रह्म कमल की सामान्य जानकारी – General Information About Brahma Kamal In Hindi

ब्रह्म कमल की सामान्य जानकारी - General Information About Brahma Kamal In Hindi

  • सामान्य नाम: ब्रह्म कमल
  • अन्य नाम: क्वीन ऑफ द नाइट, ऑर्किड कैक्टस, डचमैन्स पाइप
  • वानस्पतिक नाम: सोसुरिया अबवेलेटा (Saussurea obvallata)
  • परिवार: एस्टेरेसी कुल (सूरजमुखी परिवार)
  • फूल खिलने का समय: मध्य जून से मध्य अक्टूबर तक के महीने के दौरान, रात्रि के समय।
  • खुशबू: ऑर्किड जैसी।

Brahma Kamal, हिमालय का बहुत पूजनीय फूल है। ऐसा भी कहा जाता है कि, अगर आप ब्रह्म कमल के फूल को खिलते हुए देख लें, तो आप बहुत भाग्यशाली हैं। यह फूल मानसून के चरम पर खिलते हैं और ऊंचाई वाले स्थानों पर फूलों की घाटी में प्रचुर मात्रा में देखने को मिलते हैं। ब्रह्म कमल उत्तराखंड का राज्य पुष्प है। इन फूलों का उपयोग बद्रीनाथ के मंदिरों की तरह पहाड़ी मंदिरों में प्रसाद के रूप में किया जाता है।

रात के समय खिलने के गुण के कारण ब्रह्म कमल को ‘क्वीन ऑफ द नाइट’ कहते हैं। यह पौधा कैक्टस के गुणों से मिलता-जुलता है और फूलों की खुशबू आर्किड जैसी होती है, इसलिए लोग इस पौधे को ‘आर्किड कैक्टस‘ भी कहते हैं।

ब्रह्म कमल फूल के औषधीय उपयोग – Brahma Kamal Plant Uses In Hindi

ब्रह्म कमल के औषधीय उपयोग - Brahma Kamal Plant Uses In Hindi

ब्रह्म कमल का उपयोग पारंपरिक रूप से पक्षाघात (paralysis), सेरेब्रल इस्किमिया, घाव, खरोंच, यकृत विकार (liver disorders), हड्डी-दर्द, खांसी, आंतों और मूत्र संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। लेकिन इसकी कोई सत्यापित जानकारी सामने नहीं आई है। स्थानीय चिकित्सा के रूप में, ब्रह्म कमल पौधे की मोटी घुमावदार जड़ का उपयोग चोट और कटे भाग पर लगाने में किया जाता है।

ऐसा कहा जाता है कि Brahma Kamal में कई औषधीय गुण होते हैं। यह याददाश्त में सुधार करता है, अनिद्रा का इलाज करता है, एकाग्रता के स्तर को बढ़ाता है, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, पाचन को बढ़ाता है, कब्ज के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है, रक्त को साफ करता है, त्वचा विकार को ठीक करता है, बालों के विकास को बढ़ाता है। ब्रह्म कमल की सुगंध का उपयोग इत्र उद्योग और अरोमाथेरेपी में किया जाता है।

(यह भी जानें: सर्दियों में इन तरीकों से करें एक अच्छा गार्डन तैयार…)

घर पर ब्रह्म कमल का पौधा कैसे लगाएं – How To Grow Brahma Kamal At Home In Hindi

घर पर ब्रह्म कमल का पौधा कैसे लगाये - How To Grow Brahma Kamal At Home In Hindi

  • आप ब्रह्म कमल का पौधा घर के अंदर या बाहर उगा सकते हैं।
  • इसे सीधी धूप में न लगाएं, बल्कि इसे आप प्रकाशित स्थान जैसे खिड़की के पास, बालकनी में लगा सकते हैं।
  • इसे उगाते समय मिट्टी का तापमान 18°C से 25°C के बीच रखना सुनिश्चित करें।
  • मिट्टी उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली होनी चाहिए।
  • इसे उगाने के लिए नियमित रूप से पानी देना और वर्ष भर मिट्टी को नम रखना जरूरी है।
  • ब्रह्म कमल के पौधे को अच्छी तरह बढ़ने के लिए आप हर महीने में एक बार कुछ उर्वरक या जैविक खाद डाल सकते हैं।
  • फूल आने से पहले आपको लगभग 2 महीने तक इन पौधों की अधिक देखभाल करने की आवश्यकता होती है।
  • ब्रह्म कमल का फूल रात में खिलता है और सूर्योदय तक बंद हो जाता है। अतः एक बार जब फूल खिल जाए, तो आपको मृत फूलों को पौधे से अलग कर देना चाहिए।

ब्रह्म कमल को कटिंग से कैसे लगाएं – How To Grow Brahma Kamal From Cutting In Hindi

किसी पुराने पौधे से ब्रह्म कमल का नया पौधा बनाने के लिए प्रकंद या तने की कटिंग की जरूरत होती है। प्रत्येक नोड से एक नया पौधा तैयार हो सकता है। घर पर ब्रह्म कमल का फूल उगाने के लिए कुछ गांठों या नोड वाला लगभग 4-6 इंच लंबा तना लें और इसे मिट्टी में लंबवत या क्षैतिज रूप से लगा दें और पानी दें। कुछ ही हफ्तों में आपके द्वारा लगाई गई तने की कटिंग के नोड से एक नया पौधा निकलने लगेगा। यह ब्रह्म कमल का पौधा उगाने का यह सबसे आसान तरीका है।

(यह भी जानें: विंटर गार्डन की पहचान हैं यह सर्दियों में लगाए जाने वाले पौधे…)

ब्रह्म कमल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

ब्रह्म कमल पर अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

Q1. ब्रह्म कमल का वैज्ञानिक नाम क्या है? – What is brahma kamal scientific name in Hindi

उत्तर: ब्रह्म कमल का वैज्ञानिक नाम सोसुरिया अबवेलेटा है।

Q2. ब्रह्म कमल का फूल कब खिलता है? – When does Brahma Kamal bloom in Hindi

उत्तर: ब्रह्म कमल का फूल केवल रात में खिलता है।

Q3. क्या हम ब्रह्म कमल को रात में तोड़ सकते हैं? – Can we pluck Brahma Kamal at night in Hindi

उत्तर: फूल केवल रात के समय ही खिलते हैं, इसलिए खिले हुए फूल पाने के लिए उन्हें रात में तोड़ना पड़ता है।

Q4. ब्रह्म कमल का पौधा कहां मिलेगा? – Where is Brahma Kamal found in Hindi

उत्तर: ब्रह्म कमल का पौधा हिमालय क्षेत्र में सर्वाधिक पाया जाता है।

Q5. ब्रह्म कमल कैसे उगाया जा सकता है – How to propagate Brahma kamal in Hindi

उत्तर: ब्रह्म कमल को पत्ती और तने की कटिंग से आसानी से उगाया जा सकता है।

Q6. क्या हम ब्रह्म कमल का फूल तोड़ सकते हैं – Can we pluck brahma kamal flower in Hindi

उत्तर: हाँ, फूलों को तोड़कर फूलदान में रखा जा सकता है, और इसे भगवान विष्णु और भगवान शिव को चढाया जाता है।

Q7. क्या हम भगवान को ब्रह्म कमल चढ़ा सकते हैं? – Can we offer brahmakamal to god in Hindi

उत्तर: हाँ, ब्रह्म कमल एक आध्यात्मिक फूल है। इसे बद्रीनाथ मंदिर में भगवान विष्णु और केदारनाथ मंदिर में भगवान शिव को चढ़ाया जाता है। इसके आलावा इसका उपयोग प्रसाद में भी किया जाता है।

(यह भी जानें: पौधों में कवक से होने वाले इन रोगों को न करें इग्नोर…)

sciencetaj profile for blog post. science taj articles are informative and related to science deep knowledge.

1 comment

comments user
Bhupendra Katiya

informative article described perfectly

Post Comment

You May Have Missed