तने के भाग, उसकी संरचना और कार्य – Parts of a Stem, Their Structure and Functions in Hindi

तने के भाग, उसकी संरचना और कार्य - Parts of a Stem, Their Structure and Functions in Hindi

तने के भाग, उसकी संरचना और कार्य – Parts of a Stem, Their Structure and Functions in Hindi

तना जमीन के ऊपर पाया जाने वाला पौधे का केंद्रीय अक्ष होता है। पौधों में फल, फूल, पत्तियों और जड़ के अलावा तना एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो अन्य भागों के मध्य संपर्क बनाए रखता है। वनस्पति विज्ञान के अंतर्गत तने कई प्रकार के होते हैं, यह ताड़ के पेड़ की तरह शाखा रहित हो सकते हैं या फिर गुलाब के पौधों की तरह शाखायुक्त। तने का प्राथमिक कार्य पौधे को यांत्रिक सहायता प्रदान करना है। पौधे के मूल भाग तने की संरचना, उसके भाग और तने के कार्य का वर्णन इस लेख में किया गया है। तने के विभिन्न भागों, जैसे नोड्स, डंठल, अक्षीय कली और उनके कार्यों की जानकारी के लिए लेख पूरा पढ़ें।

पौधे का तना क्या है? – What is Stem of Plant in Hindi

पौधे का तना क्या है? - What is Stem of Plant in Hindi

पौधे की वह संरचना, जो पौधे को सहारा देती है और जड़ों को पत्तियों और फूलों से जोड़ती है, ‘तना’ कहलाती है। चूँकि यह जमीन के ऊपर पाया जाता है इसलिए तने को पौधे का केंद्रीय अक्ष भी कहा जाता है। यह पौधे का सबसे महत्वपूर्ण भाग है, जो पत्तियों, फूलों और फलों को सहारा देता है, और पूरे पौधे में पानी, पोषक तत्वों और प्लांट शर्करा का परिवहन करता है।

तने दो प्रकार के होते हैं: two types of Stems

  • बिना शाखा वाला तना (unbranched Stems) – जैसे ताड़ के पेड़ की तरह
  • शाखायुक्त तना (branched Stems) – जैसे गुलाब के पौधों की तरह

ध्यान दें: कुछ पौधों के तने जमीन के अंदर उगते हैं, जैसे आलू।

(यह भी जानें: पौधों के प्रकार- आकार, जीवन चक्र और बीज के आधार पर…)

तने के कार्य Functions of Stem in Hindi

तने के कार्य - Functions of Stem in Hindi

पादप जीव विज्ञान और गार्डनिंग में रुचि रखने वाले हर एक व्यक्ति को तने के कार्यों को समझना आवश्यक होता है। किसी भी पौधे में तने के अनेक महत्वपूर्ण कार्य हैं, जैसे:

समर्थन प्रदान करना (Support):

तने का एक प्राथमिक कार्य पौधे को संरचनात्मक समर्थन प्रदान करना है।यह पौधे को सीधा रखता है और पत्तियों, फूलों और फलों का भार सहन करता है। तने की गुरुत्वाकर्षण का विरोध करने की क्षमता पौधों को अपनी स्थिति बनाए रखने और प्रकाश संश्लेषण के लिए सूर्य के प्रकाश के संपर्क को अनुकूलित करने में मदद करती है।

खनिज पानी और पोषक तत्वों का परिवहन (Transport food)

तना जड़ों और पत्तियों (और पौधे के अन्य भागों) के बीच पानी, खनिज और पोषक तत्वों के परिवहन के लिए एक नली के रूप में कार्य करता है। तने के भीतर संवहनी ऊतक, जैसे जाइलम और फ्लोएम, पूरे पौधे में तरल पदार्थ और घुले हुए पदार्थों के परिवहन को सुविधाजनक बनाते हैं।जाइलम पानी और खनिजों को जड़ों से पत्तियों तक पहुँचाता है, जबकि फ्लोएम प्रकाश संश्लेषण के दौरान बनने वाली शर्करा और अन्य कार्बनिक यौगिकों को पौधे के विभिन्न भागों तक पहुँचाता है।

भंडारण (Storage)

तनों में अक्सर पानी, पोषक तत्वों और खाद्य के भंडारण के लिए विशेष ऊतक होते हैं। तना स्टार्च, प्रोटीन, तेल या शर्करा को स्टोर कर सकता है।

नए पौधों का प्रसार (Propagation)

कुछ पौधे अपने तनों का उपयोग करके वानस्पतिक रूप से प्रसार कर सकते हैं। अर्थात तनों में जड़ें और कलियाँ उत्पन्न करने की क्षमता होती है, जिससे वे बीज की आवश्यकता के बिना नए पौधे उत्पन्न कर सकते हैं।

प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis)

सामान्य तौर पर पत्तियाँ प्रकाश संश्लेषण का प्राथमिक भाग हैं, लेकिन कुछ पौधे, जैसे- सकुलेंट प्लांट, कैक्टस और कुछ उष्णकटिबंधीय पेड़ों के तने भी प्रकाश संश्लेषण में योगदान करते हैं। क्योंकि हरे रंग के तनों में क्लोरोफिल पाया जाता है।

सुरक्षा प्रदान करना (Protection)

तना नए नाजुक ऊतकों और पौधे की आंतरिक संरचनाओं को सुरक्षा प्रदान करता है। तने की छाल, एपिडर्मिस और अन्य बाहरी परतें रोगजनकों, शाकाहारी जीवों और अत्यधिक तापमान तथा यूवी विकिरण जैसे पर्यावरणीय तनावों के खिलाफ एक सुरक्षात्मक कवच के रूप में काम करती हैं।

(यह भी जानें: फूलों के विभिन्न भाग और उनके कार्य…)

तने के भाग कौन से हैं? – What Are Different Parts of Stem in Hindi

पादप जीव विज्ञान में, तना एक महत्वपूर्ण अंग है, जो समर्थन, परिवहन और भंडारण सहित विभिन्न कार्य करता है। यह कई अलग-अलग हिस्सों से बना है, प्रत्येक की अपनी एक अलग संरचना और कार्य हैं। एक तने में पाँच अलग-अलग भाग होते हैं:

  1. नोड्स (Nodes)
  2. इंटरनोड्स (Internodes)
  3. टर्मिनल या शिखर कली (Terminal or apical bud),
  4. पार्श्व या अक्षीय कली (Lateral or axillary bud),
  5. डंठल (Petiole)

1. नोड्स – Nodes in Hindi

1. नोड्स – Nodes in Hindi

तने में नोड्स और इंटरनोड्स की एक श्रृंखला पाई जाती है। नोड्स तने के वह क्षेत्र हैं, जहां से कलियाँ, पत्तियाँ, aerial roots और शाखाएँ उत्पन्न होती हैं। तने की गांठें (नोड्स) कई पत्तियों और कलियों को सहारा दे सकती हैं।

नोड्स के कार्य – Functions of Nodes in Hindi

  • पौधे को कलियाँ, पत्तियाँ और शाखाएँ उगाने में मदद करना।
  • पौधे को संरचनात्मक सहायता प्रदान करना।
  • पौधों को चोट से उबरने में मदद करना।
  • तने की कटिंग (जैसे गुलाब, साल्विया, डहलिया, बॉक्सवुड आदि) से सम्पूर्ण पौधे का निर्माण करना।

2. इंटरनोड्स – Internodes in Hindi

2. इंटरनोड्स – Internodes in Hindi

दो नोड्स के बीच के क्षेत्र को इंटरनोड्स कहा जाता है। इसे ‘इंटरनोडल’ क्षेत्र (internodal zone) भी कहा जाता है। अधिकांश पौधों में नोड्स के बीच इंटरनोड बहुत अधिक फैले हुए होते हैं, जबकि कुछ पौधों में इंटरनोड्स बहुत छोटे होते हैं।

इंटरनोड्स के कार्य Functions of Internodes in Hindi

  • इंटरनोड शाखाओं या वाहिकाओं की तरह कार्य करते हैं।
  • यह पौधे के प्रत्येक भाग में भोजन, पानी और खनिज ले जाते हैं।
  • पौधे की लम्बाई में वृद्धि के लिए इंटरनोड उत्तरदायी होते हैं।

3. टर्मिनल या एपिकल बडTerminal or Apical Bud in Hindi

3. टर्मिनल या एपिकल बड - Terminal or Apical Bud in Hindi

एपिकल बड या शिखर कली छोटे, अविकसित अंकुर होते हैं, जो आगे चलकर या तो नई शाखाएं या फूल बनाती हैं। कलियाँ पौधे की वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक हैं। टर्मिनल या एपिकल बड, तने या पौधे के शीर्ष पर पाई जाने वाली कली होती है।

एपिकल बड के कार्य Functions of Apical Bud in Hindi

  • यह तने के प्रारंभिक विकास पॉइंट के रूप में कार्य करता है।
  • टर्मिनल या एपिकल बड पौधे को सीधे ऊपर की ओर बढ़ने में मदद करता है।
  • यह पौधों में ऑक्सिन नामक वृद्धि हार्मोन का उत्पादन करती हैं।

4. पार्श्व कली या अक्षीय कलीLateral Bud or Axillary Bud in Hindi

लेटरल बड या पार्श्व कली छोटी कली हैं, जो तने और पत्ती के बीच के क्षेत्र से विकसित होती हैं, जिसे एक्सिल या अक्ष कहा जाता है। पार्श्व कलियाँ बाद में एक नए तने, शाखा या फूल को जन्म देती हैं।

एक्सिलरी बड के कार्य – Functions of Axillary Bud in Hindi

  • लेटरल बड या एक्सिलरी बड पौधे को उसकी पार्श्व शाखाओं, तने और पत्तियों को विकसित करने में मदद करता है।
  • यह कलियाँ पौधे को फूल उगाने में भी मदद करती हैं।

5. डंठल या पेटिओल – Petiole in Hindi

5. डंठल या पेटिओल - Petiole in Hindi

पत्ती का पतला डंठल, जो पत्ती को तने की नोड्स से जोड़ता है, पेटिओल कहलाता है। डंठल वाली पत्ती को petiolate leaf  कहा जाता है, जबकि डंठल के बिना पत्तियों को सेसाइल (sessile) कहा जाता है।

पर्णवृन्त के कार्य – Functions of Petiole in Hindi

  • डंठल पत्ती को तने से जोड़कर मजबूती और सहारा प्रदान करता है।
  • यह पानी और खनिजों को पौधे की पत्तियों तक और पत्तियों द्वारा निर्मित भोजन को पौधे के बाकी हिस्सों तक पहुंचाने में मदद करता है।

तने से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य – Important Facts Related To Plant Stem in Hindi

तने से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य - Important Facts Related To Plant Stem in Hindi

  • अधिकांश तने जमीन के ऊपर उगते हैं, जबकि कुछ तने इसे भी होते हैं जो जमीन के नीचे उगते हैं, जैसे आलू।
  • एक तना बिना शाखा वाला या अत्यधिक शाखायुक्त हो सकता है।
  • तने की लंबाई कुछ मिलीमीटर से लेकर सैकड़ों मीटर तक हो सकती है।
  • पेड़ पौधों के प्रकार के आधार पर तने की मोटाई भी भिन्न भिन्न होती है।

Hello, I'm Sourabh Chourasiya, your host and the driving force behind this digital space. As a dedicated blogger, I am deeply passionate about sharing valuable insights and knowledge with my readers. My mission is to create a platform that not only entertains and informs but also inspires and empowers individuals from all walks of life.

Post Comment

You May Have Missed