फाइटोहोर्मोन: प्लांट हार्मोन के प्रकार और कार्य – Plant Hormone Types And Their Functions in Hindi
पौधों को अपनी वृद्धि और विकास के लिए सूर्य के प्रकाश, पानी, ऑक्सीजन, खनिजों की आवश्यकता होती है। ये बाहरी कारक हैं, इनके अलावा, कुछ आंतरिक कारक भी हैं, जो पौधों की वृद्धि और विकास को नियंत्रित करते हैं। इन्हें पादप हार्मोन या “फाइटोहोर्मोन”(Phytohormones) कहा जाता है। आज के इस लेख में हम फाइटोहोर्मोन या पादप हार्मोन क्या होते हैं, पौधों में कितने प्रकार के हार्मोन पाए जाते हैं? प्लांट हार्मोन के कार्य और ऑक्सिन (auxins), जिबरेलिन (gibberellins), साइटोकिनिन (cytokinins), एथिलीन (ethylene) और एब्सिसिक एसिड (abscisic acid) जैसे विभिन्न फाइटो हार्मोन की संरचना और कार्य को विस्तार से जानेंगे।
पादप हार्मोन क्या हैं? – What are Plant Hormones in Hindi
फाइटोहोर्मोन (Phytohormones) या पादप हार्मोन, पौधों में बहुत कम सांद्रता में पाए जाने वाले रासायनिक यौगिक होते हैं, जो पौधों के विकास, वृद्धि, दीर्घायु (longevity) और प्रजनन प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। ये हार्मोन पौधे के लगभग सभी भागों में उत्पन्न होते हैं। वे सहक्रियात्मक रूप से या व्यक्तिगत रूप से कार्य कर सकते हैं। बाह्य कारकों के साथ-साथ हार्मोन वर्नालाइजेशन (vernalisation), फोटोट्रोपिज्म (phototropism), बीज अंकुरण, सुप्तता (dormancy) आदि प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
नियंत्रित फसल उत्पादन के लिए सिंथेटिक पादप हार्मोन का बाह्य रूप से उपयोग किया जाता है। चार्ल्स डार्विन ने सबसे पहले कैनरी घास के कोलोप्टाइल्स (coleoptiles) में फोटोट्रोपिज्म का अवलोकन किया और एफ.डब्ल्यू.वेंट (F.W. Went) ने सबसे पहले जई के पौधों (oat seedlings) के कोलोप्टाइल्स से ऑक्सिन हार्मोन को अलग किया।
पादप हार्मोन के प्रकार – Types Of Plant Hormones in Hindi
सभी पहचाने गए 6 प्रकार के प्रमुख फाइटो हार्मोन या पादप हार्मोन की लिस्ट (plant hormones list) में निम्न शामिल हैं:
- ऑक्सिन (auxins)
- जिबरेलिन (gibberellin)
- साइटोकिनिन (cytokinins)
- एब्सिसिक एसिड (abscisic acid)
- एथिलीन (ethylene)
- ब्रैसिनोस्टेरॉइड्स (brassinosteroids)।
इसी सूची में हाल ही में जोड़े गए प्लांट हार्मोन में जैस्मोनेट्स (jasmonates) और स्ट्रिगोलैक्टोन (strigolactones) शामिल हैं।
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प्लांट हार्मोन के कार्य क्या हैं? – Functions Of Plant Hormones In Hindi
प्लांट हार्मोन पौधे में सभी वृद्धि और विकास गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं, इनमें कोशिका विभाजन, प्लांट ग्रोथ, फ्लावरिंग (flowering), बीज निर्माण, सुप्तता और विच्छेदन (abscission) जैसी क्रियाएं शामिल हैं। प्लांट हार्मोन के कार्य के आधार पर इन्हें दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है:
- पादप वृद्धि प्रवर्तक (Plant Growth Promoters):- ऑक्सिन, जिबरेलिन, साइटोकिनिन।
- पादप वृद्धि अवरोधक (Plant Growth Inhibitors):- एथिलीन, एब्सिसिक एसिड, इंडोल, जैस्मोनिक एसिड।
प्लांट हार्मोन के प्रकार और उनके कार्य – Types Of Plant Hormones And Their Functions In Hindi
सभी प्लांट हार्मोन और उनके कार्य कुछ इस प्रकार हैं:
1. ऑक्सिन पादप हार्मोन – Auxin Plant Hormone in Hindi
ऑक्सिन का अर्थ है “बढ़ना”। इनका व्यापक रूप से फार्मिंग और गार्डनिंग में उपयोग किया जाता है। वे जड़ों और तनों के बढ़ते शीर्षों में पाए जाते हैं और फिर कार्य करने के लिए अन्य भागों में चले जाते हैं।
प्लांट हार्मोन ऑक्सिन मुख्य रूप से कोशिका वृद्धि को बढ़ावा देकर स्टेम वृद्धि के रूप में कार्य करता है। इंडोल-3-एसिटिक एसिड (Indole-3-acetic acid (IAA)) प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला प्रमुख ऑक्सिन प्लांट हार्मोन है। ऑक्सिन खोजे गए पौधों के वृद्धि हार्मोन का पहला समूह थे।
पादप हार्मोन ऑक्सिन के कार्य – Functions of Auxin Hormone in Hindi
- तनों और जड़ों की कोशिका वृद्धि में सहायक होता है। ऑक्सिन पार्श्व कलियों (lateral buds) के विकास को रोकते हैं, जिससे पौधे की ऊर्जा ऊर्ध्वाधर वृद्धि के काम आती है।
- यह पौधों को प्रकाश की ओर (phototropism) या गुरुत्वाकर्षण के विरुद्ध (gravitropism) बढ़ने की अनुमति देता है।
- बिना निषेचन के फल के विकास (पार्थेनोकार्पी) को प्रेरित करता है। (उदा. टमाटर में)
- पत्तियों, फूलों, फलों को समय से पहले गिरने से रोकता है। (ग्रीनहाउस में फलों के विकास को बढ़ावा देने और संतरे जैसे फलों को हार्वेस्टिंग से पहले गिरने से रोकने के लिए सिंथेटिक ऑक्सिन का उपयोग किया जाता है।)
- ऑक्सिन का उपयोग स्टेम कटिंग और ग्राफ्टिंग में जड़ें विकसित करने के लिए किया जाता है।
- यह पादप हार्मोन फ्लावरिंग को बढ़ावा देता है (उदा. अनानास में)
2. जिबरेलिन्स हार्मोन – Gibberellins Plant Hormone in Hindi
जिबरेलिन (Gibberellin) एक प्रकार का पादप वृद्धि हार्मोन का समूह है। ये अम्लीय प्रकृति के होते हैं। यह पौधों के ऊपरी सिरों और भ्रूण में बनता है और पौधों के सभी भागों में वृद्धि को नियंत्रित करता है। ये पौधों और कवक में उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। जिबरेलिक एसिड एक सामान्य जिबरेलिन है, जिसका उपयोग विभिन्न कृषि पद्धतियों में किया जाता है।
प्लांट हार्मोन जिबरेलिन के कार्य – Functions of Gibberellins Hormone in Hindi
- पौधों की कोशिका वृद्धि, तने की वृद्धि, पत्ती के विस्तार को बढ़ावा देना
- पौधों में तने की लम्बाई बढ़ाना और बौनापन दूर करना
- फ्लावरिंग और बिना निषेचन के फल बनने (पार्थेनोकार्पी) को प्रेरित करना
- फसल को जल्दी परिपक्व करना तथा पौधे के जीवन चक्र को बढ़ाना (बुढ़ापे में देरी)
- बोल्टिंग को बढ़ावा देना, (यानी गोभी, चुकंदर जैसे रोसेट पौधों में फूल आने से ठीक पहले इंटरनोड्स का अचानक बढ़ना)
- अंकुरित अनाज और जौ के बीजों के भ्रूणपोष में लाइपेज, एमाइलेज जैसे हाइड्रोलाइटिक एंजाइमों के निर्माण को प्रेरित करना।
- बीज की सुप्तावस्था को तोड़ना।
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3. साइटोकिनिन हार्मोन – Cytokinins Plant Hormone in Hindi
साइटोकाइनेसिस प्रक्रिया में साइटोकिनिन (साइटोकाइनिन) एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। साइटोकिनिन फाइटो हार्मोन प्राकृतिक रूप से उन पौधों में संश्लेषित होते हैं, जहां तेजी से कोशिका विभाजन होता है, उदाहरण के लिए जड़ शीर्ष (root tips), शूट कलियाँ, युवा फल आदि। जड़ों के शीर्ष (root tips) को साइटोकिनिन संश्लेषण का प्रमुख स्थल माना जाता है।
साइटोकिनिन प्लांट हार्मोन के कार्य – Functions of Cytokinins Hormone in Hindi
- पादप हार्मोन साइटोकिनिन, सैलिसिलिक एसिड सिग्नलिंग को संशोधित करके पौधों में प्रतिरक्षा को नियंत्रित करते हैं।
- वे कोशिका विभाजन को भी बढ़ावा देते हैं, विशेषकर जड़ों और अंकुरों में।
- यह प्लांट हार्मोन पौधों में सूखे के प्रति सहनशीलता बढ़ाते हैं।
- यह रोगजनकों और कीड़ों से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
- पत्तियों में क्लोरोप्लास्ट के निर्माण को उत्तेजित करते हैं।
- पोषक तत्वों के संग्रहण को बढ़ावा देते हैं और यह पत्ती के जीर्ण होने में देरी करते हैं।
- टिशू कल्चर में, यह ऑक्सिन के साथ मिलकर कोशिका विभाजन को प्रेरित करते हैं।
4. एब्सिसिक एसिड प्लांट हार्मोन – Abscisic Acid Phytohormones in Hindi
यह एक वृद्धि-अवरोधक पादप हार्मोन है। एब्सिसिक हार्मोन पौधों के चयापचय को रोकता है और विच्छेदन और सुप्तता (dormancy) को नियंत्रित करता है। एब्सिसिक को पादप तनाव हार्मोन (plant stress hormone) के रूप में जाना जाता है और यह मौसम के तनाव, जैसे ठंड और सूखे के प्रति पौधों की प्रतिक्रिया में शामिल होता है। तनावपूर्ण स्थितियों में पौधे में एब्सिसिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिसके परिणामस्वरूप विभिन्न शारीरिक प्रक्रियाएं उत्तेजित हो जाती हैं और पौधे की सामना करने की क्षमता बढ़ जाती है।
एब्सिसिक एसिड प्लांट हार्मोन के कार्य – Abscisic Acid Hormone Functions in Hindi
- बीज के अंकुरण को रोकता है, और प्रोटीन के भंडारण को उत्तेजित करता है।
- एब्सिसिक एसिड फलों के विकास और पकने में भी भूमिका निभाता है।
- पत्तियों में बुढ़ापा उत्पन्न करता है।
- एब्सिसिक पादप हार्मोन बीजों की सुप्तता (dormancy) को तेज करता है जो भंडारण के उद्देश्य से उपयोगी है।
- यह फाइटोहोर्मोन पानी के तनाव के तहत वाष्पोत्सर्जन को रोकने के लिए यह रंध्रों के बंद होने को बढ़ावा देता है।
- वर्तमान में कृषि में एक्सोजेनस एब्सिसिक एसिड (Exogenous abscisic acid) का उपयोग किया जाता है, ताकि पौधों को सूखने में देरी हो सके और गंभीर सूखे की छोटी अवधि के दौरान पौधों को जीवित रहने में मदद मिल सके।
5. एथिलीन पादप हार्मोन – Ethylene Hormone in Plants in Hindi
एथिलीन एक वृद्धि अवरोधक गैसीय पादप हार्मोन है। यह विकासशील पौधों में विभिन्न परिवर्तन लाता है, जिसमें तने के उपशीर्ष भाग का मोटा होना और इसके बढ़ने की दर में कमी शामिल है। पौधों द्वारा एथिलीन गैस के संश्लेषण के लिए ऑक्सिन और लाल प्रकाश दोनों की उपस्थिति की आवश्यकता होती है। एथिलीन गैस को पौधे के अधिकांश ऊतकों द्वारा तनाव की प्रतिक्रिया के तहत संश्लेषित किया जाता है, विशेष रूप से उन ऊतकों में जो बुढ़ापे या पकने से गुजर रहे होते हैं।
एथिलीन पादप हार्मोन के कार्य – Functions of Ethylene Hormone in Plants in Hindi
- फाइटोहोर्मोन एथिलीन पौधों के ऊतकों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में शामिल होता है, जिससे पत्तियों और फूलों की उम्र बढ़ने में मदद मिलती है। यह पत्तियों, फूलों और फलों के विच्छेदन (झड़ने) में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- यह गैस फलों के पकने की प्रक्रिया को बढ़ाती है।
- कटाई के बाद अधिक तेजी से और समान रूप से फलों के पकने को बढ़ावा देने के लिए एथिलीन का उपयोग किया जाता है।
- भंडारित आलू और प्याज में समय से पहले अंकुरण को रोकने के लिए एथिलीन अवरोधकों का उपयोग किया जाता है।
- कुछ पौधों में, एथिलीन प्लांट हार्मोन जड़ वृद्धि और विकास को नियंत्रित करता है। यह जड़ बढ़ाव को रोक सकता है और पार्श्व जड़ों के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है।
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6. ब्रैसिनोस्टेरॉइड्स प्लांट हार्मोन – Brassinosteroids (BRs) Phytohormones in Hindi
ब्रैसिनोस्टेरॉइड्स (BRs) प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पॉलीहाइड्रॉक्सी स्टेरायडल हार्मोन का एक समूह है। इनकी पहचान मोनोकोट (Monocot), डाइकोट (dicot) और जिम्नोस्पर्म (Gymnosperms) सहित कई पौधों में की गई है। ब्रासिनोलाइड (Brassinolide), बीआर (BRs) का सबसे प्रचुर और बायोएक्टिव रूप है। ब्रैसिनोस्टेरॉइड्स कोशिका वृद्धि और विभाजन के कारण पौधों में विकास को बढ़ावा देने के लिए ऑक्सिन और जिबरेलिन के साथ मिलकर काम करते हैं। ये पादप हार्मोन एथिलीन संश्लेषण को भी उत्तेजित करते हैं, जो जड़ वृद्धि अवरोध का कारण प्रतीत होता है।
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7. स्ट्रिगोलैक्टोन प्लांट हार्मोन – Strigolactones Plant Hormones in Hindi
प्लांट ग्रोथ रेगुलेटर स्ट्रिगोलैक्टोन हार्मोन्स पौधों की जड़ों द्वारा निर्मित होते हैं और मिट्टी में छोड़े जाते हैं। फिर इन फाइटो हार्मोन्स को अन्य पौधे या कवक ग्रहण कर लेते हैं। स्ट्रिगोलैक्टोन अपेक्षाकृत अस्थिर अणु होते हैं, जो सूर्य के प्रकाश और अन्य पर्यावरणीय कारकों के प्रभाव से आसानी से टूट जाते हैं।
स्ट्रिगोलैक्टोन पौधों की जड़ों द्वारा मिट्टी में छोड़े जाते हैं और उन जड़ों पर उगने वाले परजीवी पौधों के बीजों के अंकुरण को उत्तेजित करते हैं। यह कृषि के लिए एक बड़ी समस्या है, क्योंकि परजीवी पौधे (parasitic plants) फसलों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
स्ट्रिगोलैक्टोन प्लांट हार्मोन के कार्य – Strigolactones Functions in Plants in Hindi
- पादप हार्मोन स्ट्रिगोलैक्टोन पौधों और कवक के बीच सहजीवी संबंध माइकोराइजा के गठन को भी बढ़ावा देते हैं। माइकोराइजा पौधों को मिट्टी से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है।
- यह प्लांट हार्मोन शूट ब्रांचिंग को रोकते हैं।
- स्ट्रिगोलैक्टोन पौधों की जड़ों की संरचना और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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8. जस्मोनेट्स प्लांट हार्मोन – Jasmonates Plant Hormones in Hindi
पादप हार्मोन जस्मोनेट्स पौधों में विकास, प्रकाश संश्लेषण और प्रजनन प्रक्रियाओं को नियंत्रित करते हैं। इन्हें फॉस्फोलिपिड-व्युत्पन्न हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है, जो पौधों की रक्षा प्रतिक्रियाओं और पर्यावरणीय तनाव के प्रति प्रतिक्रियाओं में शामिल होते हैं।
जस्मोनेट्स प्लांट हार्मोन के कार्य – Functions of Jasmonates Hormone in Plants in Hindi
- यह प्लांट हार्मोन्स पर्यावरणीय तनाव के प्रति संवेदनशील होते हैं, और सामान्य वृद्धि और विकासात्मक प्रक्रियाओं को धीमा कर देता है।
- जस्मोनेट्स पौधों को पराबैंगनी विकिरण, उच्च तापमान, सूखे और ठंड सहित अजैविक तनावों के प्रति सहनशीलता प्रदान करते हैं।
- प्लांट हार्मोन जस्मोनेट्स पौधों में जड़ और प्रजनन प्रणाली विकसित करने में सहायक होते हैं।
- पौधे शारीरिक क्षति के जवाब में जैस्मोनेट्स छोड़ते हैं, जो रक्षा तंत्र के सक्रिय होने का संकेत देते हैं।
- रोगजनकों और शाकाहारी जीवों की एक विस्तृत श्रृंखला के प्रति पौधों को प्रतिरोधी बनाते हैं।
- जस्मोनेट्स हार्मोन तनावपूर्ण परिस्थितियों में कई प्रतिक्रियाओं को बढ़ावा देता है।
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यह समझना आवश्यक है कि ये हार्मोन अलग-अलग कार्य नहीं करते हैं। वे पौधों की वृद्धि और विकास को विनियमित करने के लिए अक्सर सहक्रियात्मक या एक दूसरे के विरोध में कार्य करते हैं। उदाहरण के लिए, ऑक्सिन और साइटोकिनिन कोशिका विभाजन और विभेदन को विनियमित करने में एक साथ काम करते हैं। पौधों में कितने प्रकार के हार्मोन पाए जाते हैं? यदि यह जानकारी पसंद आई हो, तो पोस्ट दोस्तों के साथ शेयर करें, हमारे facebook page को like करे तथा youtube chenal subscribe करें।
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