रेडिएशन थेरेपी (radiation therapy) का उपयोग कैंसर के इलाज में होता है। इस थेरेपी में शरीर के अंदर ही बगैर चीरा लगाए, उच्च ऊर्जा विकिरण का प्रयोग कर कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इसमें शरीर के एक निश्चित क्षेत्र पर ही रेडिएशन को कुछ समय के लिए डाला जाता है। रेडिएशन थेरेपी के द्वारा कैंसर इलाज के अलावा, अनेक प्रकार के साइड इफ़ेक्ट भी उत्पन्न कर सकती है। अतः मरीज को रेडिएशन थेरेपी के साइड इफेक्ट्स के बारे में डॉक्टर से चर्चा करनी चाहिए। आज के इस लेख में आप जानेंगे कि रेडिएशन थेरेपी क्या है, कैसे काम करती है, इसके फायदे और नुकसान के बारे में।
रेडिएशन थेरेपी क्या है – What is Radiation Therapy in Hindi
विकिरण चिकित्सा एक आधुनिक उपचार तकनीक है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से कैंसर के उपचार के रूप में किया जाता है। रेडियो थेरेपी में उच्च-ऊर्जा किरणों (जैसे कि X-rays, Gamma rays) या कणों का प्रयोग किया जाता है ताकि कैंसर कोशिकाओं को नष्ट किया जा सके या उनको बढ़ने से रोका जा सके। इस उपचार का मुख्य उद्देश्य एक विशिष्ट क्षेत्र की कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना या उनके बढ़ने की गति को धीमा करना है। विकिरण चिकित्सा के द्वारा थायरॉयड रोग, रक्त विकार का उपचार और कैंसर मुक्त (noncancerous) ट्यूमर के आकार को कम किया जा सकता है। रेडिएशन थेरेपी के विशेषज्ञ को रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट (radiation oncologist) कहा जाता है।
रेडिएशन थेरेपी (विकिरण चिकित्सा) के प्रकार – Radiation Therapy Types in Hindi
रेडिएशन थेरेपी (radiation therapy) मुख्य रूप से दो प्रकार की होती है, जैसे:
- एक्सटर्नल बीम रेडिएशन थेरेपी (external beam radiation therapy) – इसमें उच्च ऊर्जा वाली किरणें मशीन के माध्यम से शरीर के उस भाग पर डाली जाती हैं, जहां कैंसर है। यह प्रक्रिया आमतौर पर कई हफ्तों तक चलती है।
- आंतरिक विकिरण थेरेपी (internal radiation therapy) – आंतरिक विकिरण थेरेपी, जैसे कि ब्रैकीथेरेपी (brachytherapy), जिसमें एक रेडियोधर्मी पदार्थ को सीधे ट्यूमर या उसके आसपास अस्थायी या स्थायी रूप से रखा जाता है। यह रेडियोधर्मी पदार्थ ठोस या तरल अवस्था में हो सकता है। इसका उपयोग भी शरीर के किसी एक विशिष्ट हिस्से का इलाज करने के लिए किया जाता है। यह अधिक सटीक इलाज होता है और आसपास की स्वस्थ कोशिकाओं को कम नुकसान पहुंचता है।
रेडिएशन थेरेपी के उद्देश्य (Purpose of Radiation Therapy in Hindi
विकिरण थेरेपी का मुख्य उद्देश्य होता है:
- कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करना।
- सर्जरी से पहले ट्यूमर के आकार को कम करना।
- दर्द या रक्तस्राव जैसे लक्षणों को कम करना।
- कैंसर की वापसी रोकना।
रेडिएशन थेरेपी में लगने वाला समय – How long is a radiation therapy session in Hindi
- थेरेपी का समय रोग और ट्यूमर के प्रकार और आकार पर निर्भर करता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर दर्द रहित होती है।
- आमतौर पर एक सप्ताह में 5 दिन और 4 से 8 सप्ताह तक इलाज चलता है।
- प्रत्येक बार रेडिएशन थैरेपी में आमतौर लगभग 10 से 30 मिनट का समय लगता है।
रेडिएशन थेरेपी साइड इफेक्ट्स – Radiation Therapy Side effects in Hindi
विकिरण चिकित्सा में साइड इफेक्ट्स उपचार के आधार पर भिन्न-भिन्न होते हैं, जैसे:
अल्प-कालिक दुष्प्रभाव (Short-term side effects) – इस प्रकार के साइड इफ़ेक्ट उपचार के बाद कुछ समय के लिए ही देखे जा सकते हैं, जैसे कि:
- उपचार स्थल पर त्वचा में जलन, त्वचा में सूजन और त्वचा पर छाले आना
- जी मिचलाना, उल्टी और दस्त की समस्या उत्पन्न होना
- उपचार स्थल पर बाल झड़ना,
- थकान, सिरदर्द और लार का गाढ़ा होना, जिसके कारण खाना निगलने में कठिनाई,
- गले में खराश उत्पन्न होना, भोजन के स्वाद में बदलाव आना
- मुंह में छाले और दांतों में सड़न उत्पन्न होना
- पेशाब में जलन होना, बार-बार पेशाब का लगना
- यौन रोग का खतरा, इत्यादि।
दीर्घ-कालिक दुष्प्रभाव (Long-term side effects) – रेडिएशन थेरेपी के लम्बे समय तक चलने वाले साइड इफ़ेक्ट में निम्न शामिल है:
- सिर और गर्दन: मुंह में सूखापन, स्वाद में बदलाव, मुँह के छाले
- त्वचा के घाव भरने में देरी
- पेट के उपचार के परिणामस्वरूप आंत्र क्षतिग्रस्त होने पर दस्त और रक्तस्राव लंबे समय तक हो सकता है।
- हार्मोन संबंधी समस्याएं जैसे हाइपो पिट्यूटरीस्म (hypopituitarism) या हाइपो थायरायडिज्म (hypothyroidism), स्मृतिहानि (memory loss) और बांझपन (infertility) हो सकती हैं।
ध्यान दें: ये दुष्प्रभाव व्यक्ति के शरीर, इलाज के क्षेत्र और डोज पर निर्भर करते हैं।
थेरेपी के बाद देखभाल और सुझाव (Care and Precautions)
- उपचार के दौरान डॉक्टर की सलाह का सख्ती से पालन करें।
- त्वचा को साफ और सूखा रखें।
- अधिक पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें।
- आराम करें और जरूरत पड़ने पर सहायता लें।
- रेडिएशन क्षेत्र पर साबुन, तेल या क्रीम डॉक्टर की सलाह के बिना न लगाएं।
निष्कर्ष (Conclusion)
रेडिएशन थेरेपी एक प्रभावशाली चिकित्सा पद्धति है जो कैंसर के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। हालांकि इसके कुछसाइड इफ़ेक्ट हो सकते हैं, लेकिन आधुनिक तकनीकों की मदद से इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है। डॉक्टर की सलाह और उचित देखभाल के साथ यह इलाज काफी लाभकारी सिद्ध होता है।
अंतिम सुझाव: यदि आपको रेडिएशन थेरेपी की सलाह दी गई है, तो घबराएं नहीं। अपने चिकित्सक से हर शंका का समाधान लें और पूरे आत्मविश्वास के साथ इलाज में सहयोग करें।
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