अल्कोहल क्या है, प्रकार, गुण, उपयोग और बनाने की विधि – What Is Alcohol Types, Preparation, Properties, Uses In Hindi
आप शायद ‘अल्कोहल’ शब्द से बहुत अच्छी तरह परिचित होंगे। हालाँकि यह सिर्फ पीने वाली शराब नहीं है! बल्कि यह बड़े पैमाने पर उपयोग होने वाले कार्बनिक यौगिकों का एक परिवार है। अक्सर बीयर, वाइन और स्पिरिट जैसे अल्कोहलिक पेय पदार्थों में सक्रिय घटक एथिल ऐल्कोहॉल (इथेनॉल) होता है, जबकि इसके अलावा भी अल्कोहल के अनेक प्रकार हैं। रसायन विज्ञान में Alcohol को हाइड्रॉक्सिल समूह के साथ कार्बन, ऑक्सीजन और हाइड्रोजन से बना एक रासायनिक यौगिक के रूप में परिभाषित किया गया है। अल्कोहल क्या होते हैं, इनके सामान्य सूत्र, नाम, बनाने की विधि, Alcohol के गुण और अल्कोहल का उपयोग जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें।
अल्कोहल क्या है – What Is Alcohol In Hindi
कार्बनिक यौगिक से, एक या एक से अधिक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन, जब एक या एक से अधिक -OH समूह द्वारा कर दिया जाए, तो बनने वाले यौगिक अल्कोहल कहलाते हैं। organic chemistry में ऐल्कोहॉल सबसे महत्वपूर्ण अणुओं में से एक हैं। Alcohols कई अलग-अलग प्रकार के यौगिकों से तैयार और अलग-अलग यौगिकों में परिवर्तित किया जा सकता है। -OH समूह सभी अल्कोहल का क्रियात्मक समूह है। सामान्य सूत्र R-OH द्वारा ऐल्कोहॉल को दर्शाया जाता है, जहां R एक ऐल्किल समूह (alkyl group) है, जिसके आधार पर अल्कोहल के विभिन्न प्रकार होते हैं।
ध्यान दें: -OH युक्त सभी क्रियात्मक समूह अल्कोहल नहीं हैं। यदि -OH कार्बोनिल (C=O) से जुड़ा है, तो उस क्रियात्मक समूह को “कार्बोक्जिलिक एसिड” कहा जाता है। एल्कीन से जुड़े -OH को “एनोल” (ene + ol) कहा जाता है।
ऐल्कोहॉल की बंध प्रकृति और क्रियाशीलता – Bond And Reactivity Of Alcohol In Hindi
Alcohol में हाइड्रॉक्सिल क्रियात्मक समूह (-OH) होता है, जो ऐल्किल (alkyl) या प्रतिस्थापित ऐल्किल समूह के कार्बन परमाणु से जुड़ा होता है। ऐल्किल हैलाइडों (alkyl halides) के विपरीत, इस समूह में दो क्रियाशील सहसंयोजक बंधन C–O bond और O–H bond होते हैं। ऑक्सीजन की विद्युत ऋणात्मकता (electronegativity) कार्बन और हाइड्रोजन की तुलना में काफी अधिक होती है, जिसके कारण इस क्रियात्मक समूह के सहसंयोजक बंधन ध्रुवीकृत (polarized) होते हैं, जिससे ऑक्सीजन इलेक्ट्रॉन समृद्ध (electron rich) और कार्बन तथा हाइड्रोजन दोनों इलेक्ट्रॉन स्नेही (इलेक्ट्रोफिलिक) होते हैं।
दरअसल, -OH बंधन की द्विध्रुवीय प्रकृति (dipolar nature) के कारण अल्कोहल, अल्केन्स (alkanes) और ईथर (ethers) की तुलना में बहुत अधिक प्रबल एसिड होते हैं (लगभग 1030 गुना)। अल्कोहल अणु में सबसे अधिक क्रियाशील साइट (reactive site) हाइड्रॉक्सिल समूह है, हालाँकि O–H बंध की ताकत C–C, C–H और C–O बंध,की तुलना में काफी अधिक है।
(यह भी पढ़ें: रासायनिक यौगिकों के नाम और केमिकल फार्मूला…)
अल्कोहल के गुण – Properties of Alcohol In Hindi
- ऐल्कोहॉल में आंशिक ऋणात्मक ऑक्सीजन और आंशिक धनात्मक हाइड्रोजन के बीच हाइड्रोजन बंध, एक मजबूत इंटरमॉलिक्युलर बल (intramolecular forces) होता है, जिससे समान आणविक द्रव्यमान वाले अन्य हाइड्रोकार्बन की तुलना में अल्कोहल का क्वथनांक उच्च होता है। ऐलिफैटिक कार्बन श्रृंखला में कार्बन परमाणुओं की संख्या में वृद्धि के साथ ही अल्कोहल का क्वथनांक बढ़ता जाता है।
- चूँकि हाइड्रॉक्सिल समूह क्वथनांक को बहुत अधिक बढ़ा देते हैं, इसी कारण से दो OH समूहों की उपस्थिति के कारण एथिलीन ग्लाइकॉल का क्वथनांक, 1 प्रोपेनॉल से अधिक होता है। प्राथमिक, द्वितीयक और तृतीयक अल्कोहल के बीच क्वथनांक में अंतर सूक्ष्म हो सकता है। आम तौर पर, हाइड्रॉक्सिल समूह जितना अधिक “उजागर” (exposed) होगा, वह उतने ही अधिक अन्य OH समूहों के साथ interact करने में सक्षम होगा, और क्वथनांक उतना ही अधिक होगा। प्राथमिक अल्कोहल (1-ब्यूटेनॉल और 2-मिथाइल-1-प्रोपेनॉल) का क्वथनांक, द्वितीयक अल्कोहल (2-ब्यूटेनॉल) से अधिक और द्वितीयक का क्वथनांक तृतीयक अल्कोहल (T-ब्यूटेनॉल) से अधिक होता है।
- अल्कोहल ध्रुवीय प्रकृति के होते हैं जिसके कारण यह पानी में काफी घुलनशील होते हैं।
- यह पानी में घुलनशील होते हैं। हालाँकि, जैसे-जैसे हाइड्रोकार्बन श्रृंखला की लंबाई बढ़ती है, पानी में घुलनशीलता कम होती जाती है।
- OH बंधन की द्विध्रुवीय प्रकृति (dipolar nature) के कारण अल्कोहल, एल्केन्स (alkanes) और ईथर (ethers) की तुलना में बहुत अधिक प्रबल एसिड होते हैं।
- अल्कोहल रंगहीन, ज्वलनशील होते हैं और नीली लौ उत्पन्न करते हैं।
- कमरे के तापमान पर अल्कोहल तरल होते हैं, यद्यपि ग्लिसरॉल एक चिपचिपा द्रव है।
- ऐल्कोहॉल के ऑक्सीकरण पर एल्डिहाइड और कीटोन उत्पन्न होते हैं।
(यह भी पढ़ें: रेड वाइन क्या है, जानें सर्दियों में रेड वाइन पीने के फायदे…)
अल्कोहल के प्रकार – Types of Alcohol In Hindi
यौगिक मे उपस्थित -OH समूह की संख्या के आधार पर अल्कोहल चार प्रकार के होते हैं।
- मोनो हाइड्रिक अल्कोहल (Monohydric alcohols)
- डाइ हाइड्रिक अल्कोहल (Dihydric alcohols)
- ट्राई हाइड्रिक अल्कोहल (Trihydric alcohols)
- पॉली हाइड्रिक अल्कोहल (Polyhydric alcohols)
मोनो हाइड्रिक अल्कोहल – Monohydric Alcohol in Hindi
जब कार्बनिक यौगिक या हाइड्रोकार्बन से एक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन एक -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है, तो इससे प्राप्त ऐल्कोहॉल “मोनो हाइड्रिक अल्कोहल” कहलाती है। मोनो हाइड्रिक अल्कोहल का सामान्य सूत्र CnH2n+1OH है।
मोनो हाइड्रिक ऐल्कोहॉल को तीन भागो मे बाँटा गया है:-
1. प्राथमिक अल्कोहल (primary alcohol In Hindi)
प्राथमिक अल्कोहल वे अल्कोहल होते हैं, जिनमें हाइड्रॉक्सिल समूह (OH) का कार्बन परमाणु केवल एक एकल ऐल्किल समूह (alkyl group) से जुड़ा होता है। या जब एल्केन के प्राथमिक कार्बन से हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है, तो प्राथमिक अलकोहल बनता है। इन प्राथमिक अल्कोहल के कुछ उदाहरणों में मेथेनॉल, इथेनॉल, प्रोपेनॉल आदि शामिल हैं।
2. द्वितीयक अल्कोहल (secondary alcohol in Hindi)
द्वितीयक अल्कोहल वह अल्कोहल होते हैं, जिनमें हाइड्रॉक्सिल समूह का कार्बन परमाणु दोनों तरफ से दो ऐल्किल समूहों से जुड़ा होता है। यह दोनों ऐल्किल समूह या तो संरचनात्मक रूप से समान या भिन्न हो सकते हैं। अर्थात जब 3 या 3 से अधिक कार्बन श्रंखला वाले एल्केन के द्वितीयक कार्बन से एक हाइड्रोजन परमाणु का प्रतिस्थापन -OH समूह द्वारा कर दिया जाता है, तो द्वितीयक अल्कोहल बनता है। जैसे:- 2-प्रोपेनॉल
3. तृतीयक अल्कोहल (tertiary alcohol in Hindi)
तृतीयक अल्कोहल में किसी कार्बन परमाणु से एक हाइड्रॉक्सिल समूह और 3-ऐल्किल समूह (alkyl groups) जुड़े होते हैं। इस -OH ग्रुप की उपस्थिति अल्कोहल को अपने पड़ोसी परमाणुओं के साथ हाइड्रोजन बंध बनाने की अनुमति देती है। जैसे:- मेथिल प्रोपेन 2-ऑल।
(यह भी पढ़ें: अल्कोहल: सैकड़ो वर्षों तक मृत शरीर को खराब होने से बचाने वाला परिरक्षक…)
अल्कोहल का नामकरण – Nomenclature of Alcohol In Hindi
एक से चार कार्बन परमाणुओं वाले अल्कोहल को अक्सर सामान्य नामों से पुकारा जाता है, जिसमें ऐल्किल समूह के नाम के बाद ऐल्कोहॉल शब्द आता है: जैसे- मिथाइल अल्कोहल, एथिल अल्कोहल, प्रोपाइल अल्कोहल और आइसोप्रोपिल अल्कोहल।
मौजूदा ऐल्कोहॉल प्राथमिक, द्वितीयक या तृतीयक है, इसका निर्धारण करने के लिए OH समूह से जुड़े कार्बन परमाणु की जाँच करें। यदि OH समूह से जुड़ा कार्बन परमाणु केवल एक कार्बन से जुड़ा है, तो वह अल्कोहल प्राथमिक है, यदि दो से जुड़ा है तो वह द्वितीयक है और तीन से जुड़ा है, तो वह तृतीयक अल्कोहल है। यदि OH समूह से जुड़ा कार्बन परमाणु 0 कार्बन और 3 हाइड्रोजन परमाणु से जुड़ा है, तो यह मेथनॉल है। वही एरोमेटिक रिंग से जुड़े हाइड्रॉक्सिल समूहों को “फिनोल” कहा जाता है।
इंटरनेशनल यूनियन ऑफ प्योर एंड एप्लाइड केमिस्ट्री (IUPAC) के अनुसार, ऐल्कोहॉल का नाम मुख्य एल्केन (alkane) नाम के अंत को -ol में बदलकर रखा जाता है। यदि एक ही अणु (पॉलीहाइड्रॉक्सी अल्कोहल) में एक से अधिक OH समूह दिखाई देते हैं, तो –डायोल (-diol) और –ट्रायोल (-triol) जैसे प्रत्यय का उपयोग किया जाता है।
अल्कोहल के नाम और सूत्र – Alcohols Name List in Hindi
कुछ प्रमुख ऐल्कोहॉल के नाम नीचे टेबल में दिए गए हैं:
रासायनिक सूत्र | IUPAC नाम | सामान्य और प्रचलित नाम |
मोनो हाइड्रिक अल्कोहल (Monohydric alcohols) | ||
CH3OH | मेथेनॉल | मेथिल अल्कोहल Wood alcohol |
C2H5OH | एथेनॉल | एथिल अल्कोहल (शराब) |
C3H7OH | प्रोपेनॉल | आइसोप्रोपिल अल्कोहल (Rubbing alcohol) |
C4H9OH | ब्यूटेनॉल | ब्यूटिल अल्कोहल |
C5H11OH | पेंटानोल | अमाइल अल्कोहल (Amyl alcohol) |
C16H33OH | हेक्साडेकेन-1-ऑल | सीटिल अल्कोहल (Cetyl alcohol) |
पॉली हाइड्रिक अल्कोहल (Polyhydric alcohols) | ||
C2H4(OH)2 | इथेन-1,2-डायोल | एथिलीन ग्लाइकोल |
C3H6(OH)2 | प्रोपेन-1,2-डायोल | प्रोपलीन ग्लाइकोल |
C3H5(OH)3 | प्रोपेन-1,2,3-ट्रायोल | ग्लिसरॉल (Glycerol) |
C4H6(OH)4 | ब्यूटेन-1,2,3,4-टेट्राओल | एरिथ्रिटोल (Erythritol) |
C5H7(OH)5 | पेंटेन-1,2,3,4,5-पेंटोल | जाइलिटोल (Xylitol) |
C6H8(OH)6 | हेक्सेन-1,2,3,4,5,6-हेक्सोल | मैनिटॉल (Mannitol), सोर्बिटोल (Sorbitol) |
असंतृप्त ऐलिफैटिक अल्कोहल (Unsaturated aliphatic alcohols) | ||
C3H5OH | प्रोप-2-एन-1-ऑल | एलिल अल्कोहल (Allyl alcohol) |
C3H3OH | प्रोप-2-in-1-ऑल | प्रोपरजिल अल्कोहल (Propargyl alcohol) |
एलिसाइक्लिक अल्कोहल (Alicyclic alcohols) | ||
C6H6(OH)6 | साइक्लोहेक्सेन-1,2,3,4,5,6-हेक्सोल | इनोसिटोल |
C10H19OH | 2 – (2-प्रोपिल)-5-मिथाइल-साइक्लोहेक्सेन-1-ऑल | मेन्थॉल |
अल्कोहल बनाने की सामान्य विधियाँ – Alcohol Preparation Method in Hindi
1. हैलाइड्स का जल अपघटन – ऐल्किल हैलाइडों को जब क्षार हाइड्रॉक्साइड के जलीय घोल के साथ उबाला जाता है तो अल्कोहल बनता है। इस प्रक्रिया से प्राथमिक और द्वितीयक अल्कोहल का उत्पादन किया जाता है।
R-X + KOH → R-OH + KX (जहाँ R = ऐल्किल ग्रुप और X = हैलोजन)
2. एसिड का अल्कोहल में अपचयन – लिथियम एल्यूमीनियम हाइड्राइड, LiAlH4, एसिड को अल्कोहल में बदल सकता है।
4RCOOH + 3LiAlH4 → 4RCH2OH (1o अल्कोहल)
3. ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक से – ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक ऐल्किल मैग्नीशियम हैलाइड (RMgX) हैं। यह कीटोन्स और एल्डिहाइड के साथ क्रिया करते हैं। फॉर्मेल्डिहाइड के साथ ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक की क्रिया से प्राथमिक अल्कोहल तैयार किया जाता है जबकि अन्य एल्डिहाइड और कीटोन के साथ ग्रिग्नार्ड अभिकर्मक की क्रिया से क्रमशः द्वितीयक और तृतीयक अल्कोहल बनती है।
अल्कोहल का उपयोग – Uses of Alcohol in Hindi
दैनिक जीवन में अल्कोहल के कई उपयोग हैं, जिनमें शामिल हैं:
- सभी मादक पेय पदार्थों का मुख्य घटक अल्कोहल है, जहां विशेष रूप से मात्रा के हिसाब से 30-40 प्रतिशत इथेनॉल होता है।
- पानी में घुले एथिलीन ग्लाइकॉल (ethylene glycol) युक्त घोल को एंटी-फ्रीजिंग एजेंट की तरह उपयोग किया जाता है। जहाँ थिलीन ग्लाइकॉल एक डाइ हाइड्रिक अल्कोहल है।
- इथेनॉल या एथिल अल्कोहल का उपयोग एंटीसेप्टिक एजेंट के रूप में किया जाता है।
- कुछ ऐल्कोहॉल जैसे मेथनॉल का उपयोग आंतरिक दहन इंजन में ईंधन के रूप में किया जाता है।
- कुछ अल्कोहल का उपयोग प्रयोगशालाओं में नमूनों के लिए संरक्षक के रूप में किया जाता है।
- अल्कोहल का उपयोग लाख और वार्निश के लिए विलायक के रूप में भी किया जाता है।
- खांसी के उपचारों में शराब एक आम घटक है और अधिकांश खांसी सिरप में पाया जा सकता है।
(यह भी पढ़ें: E20 पेट्रोल क्या है: जानें इसके फायदे और नुकसान…)
Post Comment