आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधों में अंतर – Difference Between Angiosperms And Gymnosperms In Hindi 

प्रकृति ने हमें कई प्रकार के पेड़-पौधे उपहार के रूप में दिए हैं, जिनमें उनकी हजारों प्रजातियाँ शामिल हैं। यह पेड़-पौधे हमें जीवन जीने के लिए भोजन तो देते ही हैं, साथ ही नेचर की सकारात्मकता से जुड़े रहने का एहसास भी कराते हैं। आमतौर पर पृथ्वी पर कई प्रकार के पेड़ पौधे पाए जाते हैं, जिनमें से आज हम चर्चा करेंगे आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधों के बारे में। इन पौधों को एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म भी कहा जाता है। एंजियोस्पर्म, फूल और फल वाले पौधों के रूप में भी जाने जाते हैं, जबकि जिम्नोस्पर्म में कोई फूल या फल नहीं होते हैं। इस आर्टिकल में हम आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधे में अंतर और कुछ समानताओं के बारे में चर्चा करेंगे, जिससे आप इनमें डिफ़रेंस को अच्छी तरह समझ सकें। एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म पौधे क्या होते हैं, इनमें अंतर जानने के लिए आर्टिकल पूरा पढ़ें।

आवृतबीजी पौधे क्या होते हैं – What Is Angiosperms In Hindi

आवृतबीजी पौधे क्या होते हैं - What Is Angiosperms In Hindi  

आवृतबीजी, जिन्हें एंजियोस्पर्म कहा जाता है, यह फूल पैदा करने वाले पौधे होते हैं। इन पौधों में पहले फूल खिलते हैं, फिर फल बनते हैं और इसके बाद इन फलों में बीज बनते हैं। आवृतबीजी पौधों में परागण (Pollination) की क्रिया जीव-जंतुओं और पक्षियों द्वारा सम्पन्न होती है। इन पौधों की लगभग 2.5 से 3 लाख प्रजातियाँ पाई जाती हैं, क्योंकि यह आसानी से किसी भी स्थान के अनुकूल हो जाते हैं।

उदाहरण: एंजियोस्पर्म बड़ी श्रृंखला में पाए जाते हैं, इन पौधों के अंतर्गत निम्न पौधे आते हैं:-

  • फल वाले पेड़ – आम, सेब, केला, आड़ू, चेरी, संतरा, नाशपाती आदि।
  • अनाज – चावल, मक्का और गेहूं आदि।
  • फूल और सब्जियां – गुलाब, लिली, ब्रोकली, केल, पेटुनीया, बैंगन, टमाटर, मिर्च आदि।

(यह भी जानें: पौधों के प्रकार- आकार, जीवन चक्र और बीज के आधार पर…)

अनावृतबीजी पौधे क्या होते हैं – What Is Gymnosperms In Hindi

अनावृतबीजी पौधे क्या होते हैं - What Is Gymnosperms In Hindi

अनावृतबीजी पौधे या जिम्नोस्पर्म अलग प्रकार के पौधे होते हैं, जो सीधे स्पोरोफिल (Sporophylls) अर्थात पत्तियों पर बिना किसी आवरण या कवर के बीज पैदा करते हैं। इन पौधों के बीज नग्न होते हैं, जिन्हें बनने के लिए किसी फूल या फल की आवश्यकता नहीं होती है। एंजियोस्पर्म के विपरीत इन पौधों की प्रजातियाँ बहुत कम मात्रा में पाई जाती हैं, हालाँकि इसका सबसे बड़ा कारण इनके बीजों का नग्न होना है, इस स्थिति में बीजों की अच्छी तरह सुरक्षा नहीं हो पाती है, जिससे मौसम का प्रभाव, जानवरों का ख़तरा आदि नेगेटिव इफेक्ट इन पर जल्दी पड़ता है। यह इनके प्रसार में बाधा उत्पन्न करता है।

जिम्नोस्पर्म या अनावृतबीजी पौधे के उदाहरण निम्न हैं: जिम्नोस्पर्म के अंतर्गत सरू, पाइन, स्प्रूस, रेडवुड, जिन्कगो, साइकैड्स, जुनिपर, फर्न आदि पौधे आते हैं।

(यह भी जानें: बीज अंकुरण क्या है, जानें सीड जर्मिनेशन के प्रकार और प्रक्रिया…)

एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म में अंतर – Difference Between Angiosperms And Gymnosperms In Hindi

एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म में अंतर - Difference Between Angiosperms And Gymnosperms In Hindi 

आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधों में निम्न अंतर पाए जाते हैं:-

बीज – Seed In Hindi 

एंजियोस्पर्म पौधों के बीज अंडाशय के अंदर अर्थात एक फल में बंद होते हैं। इसके विपरीत जिम्नोस्पर्म पौधों के बीज बिना कवर के होते हैं, अर्थात इनके बीज नंगे होते हैं।

बीजों की दिखावट – Appearance Of Seeds In Hindi 

एंजियोस्पर्म के बीज फूलों में मौजूद होते हैं, जो एकलिंगी या उभयलिंगी हो सकते हैं। लेकिन अनावृतबीजी पौधे शंकु के रूप में विकसित होते हैं, जिनके बीज एकलिंगी होते हैं।

जीवन चक्र – Life Cycle In Hindi 

एंजियोस्पर्म पौधों का जीवन चक्र मौसमी होता है, यह एक सीजन में लगाए जाए हैं तथा सीजन के अंत में बीज बनाने के बाद मर जाते हैं, इसके विपरीत जिम्नोस्पर्म प्रकृति में सदाबहार होते हैं।

प्रजनन – Reproduction In Hindi 

आवृतबीजी पौधे प्रजनन अर्थात अपने प्रसार के लिए जीव जंतुओं पर निर्भर होते हैं, क्योंकि इनमें पोलिनेशन पशु पक्षियों द्वारा होता है, जिसके माध्यम से बीज तैयार होते हैं, लेकिन अनावृतबीजी पौधे में किसी प्रजनन या प्रसार के लिए किसी जीव की आवश्यकता नहीं होती है, इनमें परागण की क्रिया हवा के द्वारा संपन्न होती है।

पौधे का उपयोग – Use Of Plant In Hindi 

एंजियोस्पर्म प्लांट्स के अंतर्गत अनाज, फल, बीन्स, आलू, टमाटर, लौकी और पत्तागोभी, कपास आदि आते हैं। इन पौधों का उपयोग अक्सर दवाओं, भोजन, कपड़ों आदि के लिए किया जाता है, लेकिन जिम्नोस्पर्म के अंतर्गत पाइन, स्प्रूस और सनोबर या फ़र जैसे शंकुधारी पौधे शामिल हैं, जिनका उपयोग कागज, लकड़ी आदि के लिए किया जाता है। कुछ जिम्नोस्पर्म पौधों का प्रयोग साबुन, वार्निश और इत्र जैसे अन्य उत्पादों में भी किया जाता है।

पौधे का आकार – Shape Of Plant In Hindi

आवृतबीजी पौधों का तना दृढ़ होता है तथा पत्तियों का आकार चपटा होता है, लेकिन अनावृतबीजी पौधे का तना सॉफ्टवुड और इनकी पत्तियाँ स्केल-जैसी और सुई-जैसी होती हैं।

(यह भी जानें: पौधों में पॉलिनेशन क्या है, प्रक्रिया, प्रकार और कारक…)

एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म में समानताएं – Similarities Between Angiosperms And Gymnosperms In Hindi

एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म में समानताएं - Similarities Between Angiosperms And Gymnosperms In Hindi

आमतौर पर आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधे एक दूसरे से काफी भिन्न हैं, लेकिन इन दोनों प्रजातियों के पौधों में कुछ समानता पाई जाती हैं, जो कि इस प्रकार है:-

  • इन दोनों समूहों के पौधों में पानी और पोषक तत्वों की आपूर्ति जाइलम (Xylem) और फ्लोएम (Phloem) के द्वारा की जाती है।
  • एंजियोस्पर्म और जिम्नोस्पर्म दोनों भोजन बनाने और एनर्जी एकत्रित करने के लिए प्रकाश संश्लेषण पर निर्भर हैं।
  • दोनों प्रकारों के पौधों का प्रसार अधिकांशतः बीजों द्वारा ही किया जाता है।
  • आवृतबीजी और अनावृतबीजी दोनों प्रकार के पौधे निषेचन के लिए पराग का उपयोग करते हैं।

(यह भी जानें: पौधे के प्रमुख भाग एवं उनके कार्य…)

इस आर्टिकल में आपने जाना आवृतबीजी और अनावृतबीजी पौधे क्या होते हैं, इन दोनों समूहों के पौधों में अंतर तथा समानताओं के बारे में। आशा करते हैं हमारा लेख आपको पसंद आया हो, इस लेख के संबंध में आपके जो भी सुझाव हैं, हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

Leave a comment